Chandrayaan-3 Rocket : मिशन को लेकर जिस LVM3 M4 रॉकेट ने इस साल 14 जुलाई को उड़ान भरी थी, उसका ऊपरी हिस्सा अनियंत्रित होकर पृथ्वी के वायुमंडल में पहुंच गया है।
Chandrayaan-3 Landing time on moon : पहले इसरो ने कहा था कि लैंडर मॉड्यूल (LM) ‘विक्रम’ 23 अगस्त को शाम 5 बजकर 47 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। अब यह टाइम बदल गया है।
विक्रम लैंडर के निचले हिस्से में लगा यह कैमरा अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस कैमरे की मदद से ही लैंडर अपने लिए लैंडिंग की एक सपाट जगह ढूंढेगा।
Anand Mahindra on Chandrayaan-3 : आनंद महिंद्रा ने लिखा, जब हम तारों तक पहुंचते हैं तो इससे हमें अपनी टेक्नॉलजी पर गर्व और एक राष्ट्र के रूप में आत्मविश्वास होता है। यह हम सभी को तारों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करती है।
Chandrayaan-3 : इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा, 2019 में जब लैंडर ‘विक्रम’ ने चांद की सतह पर उतरना शुरू किया तो उसके वेग को धीमा करने के लिए डिजाइन किए गए इंजनों में उम्मीद से ज्यादा बल विकसित हो गया।
Chandrayaan 3 : चंद्रयान-3 किन मायनों में अलग होगा? इससे भारत को क्या हासिल होगा? दुनियाभर के देशों के लिए मून मिशन क्यों महत्वपूर्ण हैं? आइए जानते हैं।