देश में 10 करोड़ से अधिक 5G को सपोर्ट वाले स्मार्टफोन्स यूजर्स 5G नेटवर्क पर अपग्रेड करना चाहते हैं। इनमें से बहुत से यूजर्स इसके लिए 45 प्रतिशत तक अधिक टैरिफ देने को तैयार हैं। चीन के बाद दुनिया के सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट भारत में अगले महीने से 5G नेटवर्क शुरू हो रहा है।
Ericsson की ओर से किए गए एक
सर्वे से पता चला है कि इस हाई-स्पीड नेटवर्क के लॉन्च होने के बाद टेलीकॉम कंपनियों के एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। सर्वे में शामिल यूजर्स में से लगभग 36 प्रतिशत ने कहा कि वे इस नेटवर्क के लिए बेस्ट सर्विस प्रोवाइडर को चुनेंगे। 5G को सपोर्ट वाले स्मार्टफोन रखने वाले लगभग 60 प्रतिशत यूजर्स का कहना था कि उन्हें इस नेटवर्क के साथ इनोवेटिव एप्लिकेशंस के आने की भी उम्मीद है। Ericsson ConsumerLab की ओर से यह सर्वे इस वर्ष की दूसरी तिमाही में किया गया था। इसमें देश के शहरों में लगभग 30 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स को शामिल किया गया है।
शहरों में 5G पर अपग्रेड करने का इरादा रखने वाले यूजर्स की संख्या अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों से दोगुनी अधिक है जहां यह नेटवर्क पहले ही लॉन्च किया जा चुका है। केंद्र सरकार ने इस
नेटवर्क को दो वर्षों के अंदर पूरे देश में पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने पिछले महीने टेलीकॉम कंपनियों को स्पेक्ट्रम एलोकेशन लेटर जारी किए थे और उन्हें 5G सर्विसेज शुरू करने की तैयारी करने को कहा था। Reliance Jio ने अगले महीने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में हाई-स्पीड 5G टेलीकॉम सर्विसेज शुरू करने की घोषणा की है। कंपनी अगले वर्ष के अंत तक देश के प्रत्येक शहर और कस्बे तक इस नेटवर्क को पहुंचाएगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्टर Ashwini Vaishnaw ने कहा है कि देश में अगले महीने 5G सर्विसेज शुरू करने की तैयारी की जा रही है। यह फिफ्थ जेनरेशन मोबाइल नेटवर्क है जो डेटा को बहुत तेज स्पीड से ट्रांसमिट कर सकता है। 4G की तुलना में 5G सर्विसेज लगभग 10 गुना तेज होने की संभावना है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट को हाल ही में हुई स्पेक्ट्रम की नीलामी में लगभग 1.50 लाख करोड़ रुपये की बिड्स मिली थी। डिपार्टमेंट को इससे शुरुआत में 80,000-90,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिलने का अनुमान था।