भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो के सब्सक्राइबर बेस में एक बार फिर से बढ़त दर्ज की गई है। कंपनी ने मार्च में 30 लाख से ज्यादा यूजर्स अपने साथ जोड़े। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की रिपोर्ट में ये आंकड़े सामने आए हैं। यहां Airtel ने भी अपने यूजर्स में बढ़ोत्तरी की है, जो कि देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर है। कंपनी ने 10 लाख से ज्यादा यूजर्स अपने साथ मार्च में जोड़े। वोडाफोन आइडिया को इस बार भी नुकसान हुआ है। आइए विस्तार से जानते हैं TRAI की रिपोर्ट में किस टेलीकॉम कंपनी के लिए क्या आंकड़े दिए गए हैं।
Jio टेलीकॉम ने एक बार फिर से अपने सब्सक्राइबर बेस में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी की है। मार्च 2023 के लिए टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (
TRAI) ने अपनी
रिपोर्ट में बताया है कि रिलायंस जियो ने 30.5 लाख सब्सक्राइबर्स की बढ़ोत्तरी हासिल की। सुनील भारती मित्तल के नेतृत्व वाली भारती एयरटेल ने भी 10.37 लाख यूजर्स अपने साथ जोड़े। जबकि वोडाफोन आइडिया को यहां बड़ा नुकसान हुआ है। मार्च 2023 में कंपनी के 12.12 लाख यूजर्स कम हो गए।
जियो के यूजर्स की संख्या बढ़कर अब 43 करोड़ से ज्यादा हो गई है। एयरटेल के यूजर्स की संख्या भी अब बढ़कर 37.09 करोड़ हो गई है। वोडाफोन को 12.12 लाख यूजर्स का नुकसान हुआ और अब इसके सब्सक्राइबर घटकर सिर्फ 23.67 करोड़ रह गए हैं जो कि फरवरी में 23.79 करोड़ थे। इससे पहले
जियो ने फरवरी में 10 लाख नए सब्सक्राइबर हासिल किए थे। जनवरी में इसके कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या 42.61 करोड़ थी जो कि फरवरी में बढ़कर 42.71 करोड़ हो गई थी। Bharti Airtel ने भी फरवरी में 9.82 लाख नए सब्सक्राइबर्स जोड़े थे जिसके बाद इसके कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या 36.98 करोड़ पर पहुंच गई थी। अब मार्च 2023 तक यह 37.09 करोड़़ हो गई है।
Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) की रिपोर्ट कहती है कि देश में पांच मुख्य टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कुल ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर्स का 98.37% शेयर बनाते हैं। इनमें रिलायंस जियो इन्फोकॉम के 43.85 करोड़ यूजर, भारती एयरटेल के 24.19 करोड़ यूजर, वोडाफोन आइडिया के 12.48 करोड़ यूजर शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कुल टेलीफोन सब्सक्राइबर्स की संख्या 117.2 करोड़ बताई गई है। इसमें 0.21 प्रतिशत की दर से बढ़ोत्तरी हुई है। शहरी टेलीफोन सब्सक्राइबर्स की संख्या भारत में 65.3 करोड़ बताई गई है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में यह 51.8 करोड़ बताई गई है।