सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook ने शुक्रवार को इस बात से पर्दा उठाया कि हैकर्स ने पांच करोड़ अकाउंट की सुरक्षा में सेंघ लगाई है। फेसबुक मामले की जांच कर रही है, साथ ही उन्होंने कहा कि हैंकर्स ने एक्सेस टोकंस को चुरा लिया था। यही वजह है जिस कारण Facebook अकाउंट प्रभावित हुए थे। अब आपके जेहन में यह सवाल घूम रहा होगा कि आखिर एक्सेस टोकंस क्या है। यह एक प्रकार की डिजिटल चाबियां हैं जिनकी मदद से हैंकर्स ने फेसबुक अकाउंट में सेंघ लगाई। फेसबुक के मुख्य कार्यकारी Mark Zuckerberg ने कहा कि इंजीनियर ने मंगलवार को सेंघ का पता लगाया और गुरुवार रात तक इसे ठीक कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि हैंकर ने किसी अकाउंट को गलत इस्तेमाल किया है या नहीं। लेकिन यह एक गंभीर मुद्दा है।
सेंघ लगने के बाद Facebook ने व्यू एज फीचर को हटा दिया है। अब बात इस फीचर की। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह एक प्राइवेसी टूल है जो फेसबुक यूजर को इस बात की अनुमति देता है कि उसकी प्रोफाइल अन्य यूजर को कैसी दिखाई देगी। फेसबुक के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के उपाध्यक्ष गे रोसेन ने कहा कि यह बात स्पष्ट है कि हैकर Facebook कोड भेदने में सफल रहे। गौरतलब है कि इससे पहले विश्लेषण फर्म कैम्ब्रिज एनालिटिका पर आरोप थे कि साल 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जीतने के मकसद से 8.7 करोड़ फेसबुक अकाउंट से निजी जानकारी का इस्तेमाल किया गया था। मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक पेज पर कहा, पिछले लंबे समय से हम निरंतर हमलों का सामना कर रहे हैं। मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि हमने इस समस्या का समाधान निकालते हुए फिलहाल तो इसे फिक्स कर अकाउंट्स को सुरक्षित कर दिया है। लेकिन अब कंपनी भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए नए टूल को बनाएगी। फेसबुक के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के उपाध्यक्ष गे रोसेन ने कहा कि यूजर्स की गोपनीयता और सुरक्षा बेहद जरूरी है, जो हुआ हम उसके लिए माफी मांगना चाहेंगे।
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