600 साल पुरानी इटेलियन ममी के पेट से बनाया E.coli बैक्टीरिया का जीनोम

Communication Biology में प्रकाशित स्टडी में बताया गया है कि शोधकर्ताओं ने 600 साल पुराने E.coli को बनाने की कोशिश की है, जो इसके विकास के बारे में काफी कुछ सामने ला सकता है। इसके लिए उन्होंने एक इटालियन ममी के शरीर के रेशों का इस्तेमाल किया है। 

600 साल पुरानी इटेलियन ममी के पेट से बनाया E.coli बैक्टीरिया का जीनोम

शोधकर्ताओं ने E.coli बैक्टीरिया का प्राचीन जीनोम तैयार किया है

ख़ास बातें
  • McMaster यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बनाया जीनोम
  • 1586 में मृत हुए 48 साल के व्यक्ति की पित्त की थैली से बनाया जीनोम
  • E.coli इन्सानों की आंतों में मौजूद रहता है
विज्ञापन
ई-कोलई (E.coli) नामक बैक्टीरिया के बारे में आपने कभी न कभी पढ़ा या सुना जरूर होगा। यह घातक बैक्टीरिया की श्रेणी में आता है जो इन्सान की पाचन नली में पाया जाता है। हालांकि, यह कब से हमारे साथ रहता आ रहा है, अभी तक इसके बारे में पता नहीं लग पाया है। अब शोधकर्ताओं ने इस बैक्टीरिया का प्राचीन जीनोम तैयार कर लिया है। मैकमास्टर यूनिवर्सिटी में शोधकर्ताओं ने 16वीं शताब्दी की एक इटालियन ममी की पित्त पथरी से इस बैक्टीरिया का प्राचीन जीनोम तैयार किया है। जीनोम में किसी प्राणी की सभी जेनेटिक सूचनाएं मौजूद होती हैं। 

E.coli किसी तरह की महामारी का कारण नहीं बनता है, बल्कि इसे साथ खाना खाने वाले बैक्टीरिया के रूप में जाना जाता है। ये बैक्टीरिया हमारे शरीर में आंतों में मौजूद होते हैं और जब शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ने लगती है, तो यह हमला करते हैं। ये बैक्टीरिया अधिकतर तनावग्रस्त, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं या उन्हें बीमार कर देते हैं। 

Black Death जैसी महामारी, जिसने 20 करोड़ से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी, इतिहास में मौजूद है। लेकिन ईकोलई बैक्टीरिया की वजह से हुई मौतों के बारे में इतिहास में कोई सबूत मौजूद नहीं है। Communication Biology में प्रकाशित स्टडी में बताया गया है कि शोधकर्ताओं ने 600 साल पुराने E.coli को बनाने की कोशिश की है, जो इसके विकास के बारे में काफी कुछ सामने ला सकता है। इसके लिए उन्होंने एक इटालियन ममी के शरीर के रेशों का इस्तेमाल किया है। 

शोधकर्ताओं की टीम ने 1586 में मृत्यु को प्राप्त हुए 48 साल के एक नोबेल की ममी की जांच की। टीम ने पाया कि उसे पित्त की पथरी भी थी। इसके कारण वह पित्त की थैली की जलन से भी पीड़ित था। 

McMaster यूनिवर्सिटी में स्नातक के एक स्टूडेंट ने कहा कि जब हम इसकी जांच कर रहे थे तो हमें ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि इस व्यक्ति के अंदर E. coli बैक्टीरिया मौजूद था। छोटी चेचक जैसे किसी इन्फेक्शन के अलावा हमें ऐसा कोई शारीरिक संकेत नहीं मिला। किसी को नहीं पता कि वह क्या था।

E.coli की अधिकतर प्रजातियां किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाती हैं। लेकिन इसके कुछ स्ट्रेन ऐसे हैं जो जानलेवा फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकते हैं और खून के इन्फेक्शन भी पैदा कर सकते हैं। साथ ही यह एडेप्टेबल भी होता है। किसी भी दवाई के अनुसार यह अपने आप को ढाल लेता है और फिर उसका असर इस पर होना बंद हो जाता है। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , genome mapping
गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. मारूति सुजुकी जनवरी में पेश करेगी अपना पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल eVitara
  2. Lava Blaze Duo 5G फोन Rs 2 हजार सस्ते में खरीदने का मौका, 64MP कैमरा, 8GB रैम जैसे हैं फीचर्स
  3. OnePlus Watch 3 के लॉन्च से पहले रेंडर्स लीक, डिजाइन, बैटरी समेत कई फीचर्स का खुलासा
  4. सिंगल चार्ज में 11 घंटे चलने वाला Xiaomi Burgundy Red Mini ब्लूटूथ स्पीकर लॉन्च, जानें कीमत
  5. देश की EV इंडस्ट्री 2030 तक बढ़कर 20 लाख करोड़ रुपये की होगीः गडकरी 
  6. Pushpa 2 Collection Day 16: अल्लू अर्जुन की Pushpa-2 भारत में Rs 1000 करोड़ के पार!
  7. मिस्र के प्राचीन मकबरे में मिलीं 'सोने की जीभ' के साथ 13 ममी!
  8. बार-बार भूलते हैं चीजें? JioTag Go ढूंढकर देगा, जानें कीमत, और कैसे करता है काम
  9. Airtel लाई Rs 699 में धांसू Wi-Fi प्लान, सुपरफास्ट इंटरनेट, ZEE5, Hotstar, Netflix जैसे 23 OTT का एक्सेस!
  10. Motorola Edge 50 Neo की Flipkart पर गिरी कीमत, मात्र 20499 रुपये में खरीदें
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »