ग्लोबल वॉर्मिंग (Global Warming) ने पूरी दुनिया को चिंतित किया है। बर्फ के विशाल पहाड़, ग्लेशियर्स दरक रहे हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) की ओर से मिली एक जानकारी और ज्यादा परेशान करने वाली है। एजेंसी ने बताया है कि दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड (world's largest iceberg) गर्म पानी में बहने की वजह से खत्म होने को है। अंटार्कटिक के इस हिमखंड का नाम A-76A है, जिसका आकार लंदन (London) शहर से दोगुना ज्यादा है। नासा के टेरा सैटेलाइट (Terra satellite) ने अक्टूबर में यह तस्वीर ली थी। इसमें बर्फ के तैरते हुए टुकड़े को देखा जा सकता है। जानकारी के अनुसार, A-76A उस हिमखंड का बचा हुआ हिस्सा है, जो दुनिया के महासागरों में तैरने वाला सबसे बड़ा आइसबर्ग था।
मिरर यूके की रिपोर्ट के अनुसार, उसका नाम A-76 हिमखंड था, जो अंटार्कटिका में मौजूद रोने आइस शेल्फ (Ronne Ice Shelf) से टूट गया था। तब यह पृथ्वी पर मौजूद सबसे बड़ा हिमखंड था। अगले ही महीने इसका सबसे बड़ा हिमखंड होने का रिकॉर्ड खत्म हो गया, क्योंकि हिमखंड तीन हिस्सों में टूट गया था।
तीनों टुकड़ों में सबसे बड़ा था A-76A हिमखंड। बताया जाता है कि यह अब ड्रेक पैसेज (Drake Passage) में लगभग 2,000 किलोमीटर दूर बह रहा है। नासा इस आइसबर्ग को ऑब्जर्व कर रही है। एजेंसी नहीं जानती कि हिमखंड कहा जाकर रुकेगा या इसके बहने की दिशा आगे किधर होगी।
इस हिमखंड को जुलाई 2022 में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने स्पॉट किया था। इनके भूमध्य रेखा की ओर बढ़ने से वहां मौजूद गर्म पानी बर्फ को पिघला देता है। यूराेपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने इस हिमखंड को जहां स्पॉट किया था, यह अब उस जगह से 500 किलोमीटर उत्तर में है। अच्छी बात है कि इतनी यात्रा के बावजूद हिमखंड के साइज में अभी तक कोई बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ है।
जून 2021 में यूएस नेशनल आइस सेंटर ने बताया था कि A-76A हिमखंड का आकार लंदन शहर से दोगुना है। यह 135 किलोमीटर लंबा और 26 किलोमीटर चौड़ा है। इस साल अक्टूबर में पता चला था कि आइसबर्ग अभी भी उसी आकार में है। इस साल अगस्त में एक
रिपोर्ट में पता चला था कि जलवायु परिवर्तन बहुत तेजी से अंटार्कटिका की तैरती बर्फ की विशाल सिल्लियों को कमजोर कर रहा है और समुद्र स्तर में जबरदस्त बढ़ोतरी कर रहा है।