• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • बड़ी खोज : धरती पर 5 फीट के छोटे डायनासोर भी रहते थे, साउथ अमेरिका में मिला जीवाश्‍म

बड़ी खोज : धरती पर 5 फीट के छोटे डायनासोर भी रहते थे, साउथ अमेरिका में मिला जीवाश्‍म

दक्षिण अमेरिका में छोटे-कांटेदार डायनासोर के जीवाश्‍म मिले हैं। यह विज्ञान के लिए बड़ी उपलब्धि है, क्‍योंकि इससे इन डायनासोर की एक पूरी वंशावली का पता चल सकता है।

बड़ी खोज : धरती पर 5 फीट के छोटे डायनासोर भी रहते थे, साउथ अमेरिका में मिला जीवाश्‍म

इनकी गर्दन से लेकर पूंछ तक प्रो‍टेक्टिव रीढ़ थी, जो डायनासोर के लिए कवच का काम करती थी।

ख़ास बातें
  • माना जाता है कि इनकी मौजूदगी 97 मिलियन और 94 मिलियन साल के बीच थी
  • ये छोटे और कांटेदार डायनासोर थे
  • यह दक्षिणी गोलार्ध में रहते थे, लेकिन आजतक इनका पता नहीं चला था
विज्ञापन
डायनासोर का नाम सुनते ही एक विशालकाय जीव जेहन में आता है। हॉलीवुड फ‍िल्‍मों ने उसे क्रूर और खतरनाक भी बना दिया है। धरती से डायनासोर का अस्तित्‍व लाखों साल पहले खत्‍म हो चुका है, लेकिन इनके जीवाश्‍म दुनिया के कई देशों में मिलते रहे हैं। अमेरिकी महाद्वीप इस मामले में सबसे धनी रहा है। अब दक्षिण अमेरिका में छोटे-कांटेदार डायनासोर के जीवाश्‍म मिले हैं। यह विज्ञान के लिए बड़ी उपलब्धि है, क्‍योंकि इससे इन डायनासोर की एक पूरी वंशावली का पता चल सकता है, जिससे दुनिया अबतक अंजान रही है। नई खोजी गई प्रजाति जैकपिल कनियुकुरा (Jakapil kaniukura) डायनासोर की एंकिलोसॉरस या स्टेगोसॉरस (Ankylosaurus or Stegosaurus) की प्रजाति की तरह दिखती है। माना जाता है कि इनकी मौजूदगी डायनोसार के फाइनल पीरियड 97 मिलियन और 94 मिलियन साल के बीच थी। 

हालिया स्‍टडी में बताया गया है कि वैज्ञानिकों ने छोटे और कांटेदार डायनासोर की खोज की है। यह दक्षिणी गोलार्ध में रहते थे, लेकिन आजतक इनका पता नहीं चला था। जैकपिल कनियुकुरा लगभग 5 फीट के रहे होंगे और इनका वजन लगभग एक घरेलू बिल्ली के जितना था। इनकी गर्दन से लेकर पूंछ तक प्रो‍टेक्टिव रीढ़ थी, जो डायनासोर के लिए कवच का काम करती थी। ये पौधे खाते थे और इनके दांत स्टेगोसॉरस (Stegosaurus) से मिलते-जुलते थे।
अर्जेंटीना में ‘फेलिक्स डी अजारा नेचुरल हिस्ट्री फाउंडेशन' (Felix de Azara Natural History Foundation) के जीवाश्म विज्ञानियों ने उत्तरी पेटागोनिया में रियो नीग्रो प्रांत में एक कम उम्र के जैकपिल कनियुकुरा के कंकाल के एक हिस्से की खोज की। कहा जाता है कि डायनासोर के पास शायद एक छोटी चोंच थी, जो काफी ताकतवर थी और उन्‍हें काटने की ताकत देती थी। विशेषज्ञों का कहना है कि अपनी चोंच की मदद से यह डायनासोर संभवत: सख्‍त लकड़ी वाली वनस्‍पतियों को खा सकते थे। 

यह खोजा गया डायनासोर थायरोफोरा नाम के डायनासोर के एक वर्ग से संबंधित माना जा रहा है। ज्‍यादातर थायरोफोरन डायनासोर उत्तरी गोलार्ध से जाने जाते हैं। इस समूह के शुरुआती जीवाश्म उत्तरी अमेरिका और यूरोप की चट्टानों में मिले हैं, जोकि जुरासिक काल से लगभग 201 मिलियन वर्ष पूर्व और 163 मिलियन वर्ष पूर्व के बीच थे। छोटे कद के इन डायनासोर की खोज से विज्ञान को उस काल के बारे में समझने में मदद मिलेगी। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

Advertisement

#ताज़ा ख़बरें
  1. Motorola Edge 50 Ultra ट्रिपल रियर कैमरा यूनिट के साथ अगले महीने हो सकता है लॉन्च
  2. Apple iPhone यूजर्स सावधान! फोन पर दिखे ऐसा 'मैसेज' तो हो सकते हैं स्कैम का शिकार
  3. OnePlus से लेकर Samsung, Motorola और Realme के अप्रैल में लॉन्च होने वाले आगामी स्मार्टफोन
  4. POCO C61 की भारत में सेल शुरू, सिर्फ 6999 रुपये में Flipkart पर खरीदें
  5. Samsung Galaxy M55 5G का भारत में लॉन्च टीज, प्राइस भी लीक! जानें सबकुछ
  6. Nothing Ear 3 TWS ईयरफोन जल्द होंगे लॉन्च! कंपनी ने शेयर किया टीजर
  7. 6GB रैम, 5000mAh बैटरी वाले बजट स्मार्टफोन Poco C61 की सेल आज से शुरू, यहां से खरीदें
  8. OnePlus Ace 3 Pro 100W फास्ट चार्जिंग के साथ आएगा! लॉन्च से पहले स्पेसिफिकेशन्स लीक
  9. Xiaomi SU7 इलेक्ट्रिक सेडान लॉन्च, सिंगल चार्ज में 810 किमी रेंज, जानें क्या कुछ है खास
  10. Hyundai Ioniq 5 EV ने मचाया धमाल! 2.60 लाख यूनिट्स बिके, भारत में इतने लोगों ने खरीदा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »