अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा एस्टरॉयड के लिए आए दिन अलर्ट जारी कर रही है। एजेंसी इन चट्टानी टुकड़ों पर नजर रखती है। सौरमंडल के निर्माण के समय यह शेष रह गए टुकड़े बताए जाते हैं, यानि कि ये ग्रहों के ही अवशेष हो सकते हैं, ऐसा कहा जाता है। इनकी संरचना को समझने की वैज्ञानिक लगातार कोशिश कर रहे हैं। इनकी भौतिक और रासायनिक संरचना को जानकर वैज्ञानिक पता लगा सकते हैं कि सौरमंडल में सूर्य का चक्कर लगा रहे अन्य ग्रहों का निर्माण कैसे हुआ होगा, क्योंकि एस्टरॉयड भी ठीक ग्रहों की तरह ही सूर्य का चक्कर लगा रहे हैं।
पृथ्वी को एस्टरॉयड से खतरा भी हो सकता है। एस्टरॉयड छोटे आकार के खगोलीय पिंड होते हैं। इनकी तुलना में किसी बड़े ग्रह का गुरुत्वाकर्षण ज्यादा होता है, इसलिए ये ग्रहों की ओर आकर्षित भी हो जाते हैं। नासा ने 3 एस्टरॉयड्स के पृथ्वी की ओर आने का अलर्ट जारी किया है।
नासा की
जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी ये अलर्ट जारी करती है। जिसके मुताबिक 4 जून को एस्टरॉयड 2023 HO18 धरती के पास आने वाला है। इसका साइज 96 फीट का है। यह चट्टानी टुकड़ा 467,000 किलोमीटर की दूरी से धरती के पास से गुजरने वाला है। यह एक ऐरोप्लेन जितना बड़ा है। लिस्ट किए गए तीनों एस्टरॉयड में यह सबसे छोटा है।
इसके अलावा एक और
एस्टरॉयड इसी दिन पृथ्वी के पास से गुजरने वाला है। इसका नाम 2023 JR2 है। इसका साइज 120 फीट है और यह एक हवाई जहाज के आकार का है। यह चट्टानी टुकड़ा सूरज का चक्कर लगाते हुए धरती के पास से गुजरने वाला है। जब यह धरती के सबसे करीब पहुंचेगा तो सिर्फ 6,510,000 किलोमीटर ही दूर होगा। इसकी स्पीड हजारों किलोमीटर प्रतिघंटा है। नासा के अनुसार यह चट्टान 27287 किलोमीटर प्रतिघंटा यानि कि लगभग 27 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से धरती के पास से गुजरने वाली है। लिस्ट किए गए एस्टरॉयड में ये सबसे बड़ा है।
खतरा यहीं नहीं टला है। एक तीसरा एस्टरॉयड भी 4 जून को धरती की ओर बढ़ रहा होगा। इसका नाम 2023 JE5 है। यह 110 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। यह जब धरती के सबसे करीब होगा तो दोनों के बीच की दूरी 6,750,000 किलोमीटर ही रह जाएगी। ये तीनों ही एस्टरॉयड तूफान से भी हजारों गुना ज्यादा रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहे हैं। नासा ने एस्टरॉयड के धरती के करीब आने का अलर्ट जारी किया है, लेकिन ये धरती से टकरा जाएंगे, ऐसी कोई संभावना नहीं जताई गई है। नासा कहती है कि 150 फीट या उससे बड़े एस्टरॉयड से पृथ्वी को बड़ा खतरा हो सकता है। 75 लाख किलोमीटर से नजदीक आने पर एस्टरॉयड पृथ्वी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए स्पेस एजेंसी नजदीक से गुजरने वाले एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी करती है।