भारत को मैन्युफैक्चरिंग में बड़ी ताकत बनाने की जरूरतः प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने कहा कि 'मेक इन इंडिया' मौजूदा दौर की जरूरत के साथ ही देश की मैन्युफैक्चरिंग पावर दुनिया को दिखाने का एक अवसर भी है

विज्ञापन
अपडेटेड: 3 मार्च 2022 15:52 IST
ख़ास बातें
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि मेक इन इंडिया से कई अवसर मिल सकते हैं
  • सरकार ने सेमीकंडक्टर्स के लिए इंसेंटिव स्कीम की घोषणा की थी
  • कुछ विदेशी कंपनियों ने सेमीकंडक्टर यूनिट लगाने में दिलचस्पी ली है

सेमीकंडक्टर्स में आत्मनिर्भर बनने को भी प्रधानमंत्री ने जरूरी बताया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को सेमीकंडक्टर्स में आत्मनिर्भर बनाने की जरूरत बताई है। इसके साथ ही उन्होंने 'मेक इन इंडिया' पर जोर देते हुए कहा कि देश में अच्छी क्वालिटी वाली मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाना होगा। उनका कहना था कि 'मेक इन इंडिया' मौजूदा दौर की जरूरत के साथ ही देश की मैन्युफैक्चरिंग पावर दुनिया को दिखाने का एक अवसर भी है। 

मोदी ने डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) के एक वेबिनार में कहा, "हमें मेक इन इंडिया पर फोकस करने और मजबूत और अच्छी क्वालिटी वाले प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग करने की जरूरत है। हमें सेमीकंडक्टर्स को लेकर आत्मनिर्भर बनना होगा। हमारा लक्ष्य भारत को दुनिया के लिए भी एक मार्केटप्लेस बनाने का है। इस कोशिश से मैनपावर और स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा। इससे हम और मजबूत बनेंगे। मेक इन इंडिया के जरिए बहुत से अवसर मिलेंगे।"

केंद्र सरकार को इलेक्ट्रॉनिक्स चिप और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स लगाने के लिए पांच कंपनियों की ओर से प्रपोजल मिले हैं। इनमें लगभग 1.53 लाख करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट किया जाएगा। वेदांता और फॉक्सकॉन के संयुक्त उपक्रम, IGSS वेंचर्स और ISMC ने 13.6 अरब डॉलर (लगभग 1.02 लाख करोड़ रुपये) के इनवेस्टमेंट के साथ इलेक्ट्रॉनिक चिप मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की जानकारी दी है। इसके लिए सरकार की इसेंटिव स्कीम के तहत 5.6 अरब डॉलर (लगभग 42,000 करोड़ रुपये) की मदद मांगी गई है। सरकार 28-45 नैनोमीटर के चिप्स के लिए 40 प्रतिशत और 45-65 नैनोमीटर तक के चिप्स के लिए 30 प्रतिशत तक वित्तीय मदद उपलब्ध कराएगी। सरकार की ओर से डिजाइन और इनोवेशन को भी काफी महत्व दिया जा रहा है।

वेदांता और  Elest ने मोबाइल फोन्स और लैपटॉप में इस्तेमाल होने वाली डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लगाने में 6.7 अरब डॉलर के इनवेस्टमेंट का प्रपोजल दिया है। इसके लिए इंसेंटिव स्कीम के तहत 2.7 अरब डॉलर की मदद मांगी गई है। केंद्र सरकार चिप डिजाइन और प्रोडक्ट डिजाइन पर भी इंसेंटिव दे रही है। इससे विदेशी कंपनियों की भारत में इस सेगमेंट में यूनिट्स लगाने में दिलचस्पी बढ़ी है। सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्‍युफैक्‍चरर्स को आकर्षित करने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष के अंत में 10 अरब डॉलर की इंसेंटिव स्कीम को मंजूरी दी थी। इससे सेमीकंडक्टर्स को लेकर देश की स्थिति आगामी वर्षों में काफी मजबूत हो सकती है। 

 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. iPhone 18 Pro का डिजाइन होगा 17 Pro से काफी अलग, लीक में हुआ खुलासा
#ताज़ा ख़बरें
  1. Yamaha ने भारत में पेश किया इलेक्ट्रिक स्कूटर EC-06, जानें रेंज, फीचर्स
  2. गगनयान मिशन में हुई बड़ी प्रगति, ISRO ने किया क्रू मॉड्यूल के लिए पैराशूट टेस्ट
  3. Samsung की अगले महीने ट्रिपल फोल्ड स्मार्टफोन लॉन्च करने की तैयारी, Huawei को मिलेगी टक्कर
  4. मारूति सुजुकी की e Vitara अगले महीने होगी लॉन्च, 400 किलोमीटर से ज्यादा हो सकती है रेंज
  5. खराब हेडफोन को फ्रीजर में रखकर ठीक कर रहे हैं लोग, जानें क्या है ये वायरल हैक?
  6. BGMI 4.1 Update: पूरा गेमप्ले बदलकर रख देगा लेटेस्ट अपडेट! जानें क्या नया मिलेगा और कब होगा रिलीज
  7. Solar Eclipse 2026: दिन में छाएगा घनघोर अंधेरा! अगले साल इस दिन लगेगा पूर्ण सूर्य ग्रहण, नोट कर लें टाइम
  8. OnePlus 15 लॉन्च से पहले कीमत हो गई लीक! 12GB रैम, 7300mAh बैटरी के साथ मिलेगा पावरफुल प्रोसेसर
  9. Honor 500 सीरीज जल्द होगी लॉन्च, 8,000mAh तक हो सकती है बैटरी 
  10. स्मार्टवॉच नहीं, लाइफसेवर! बेहोश हुए ड्राइवर की लोकेशन भेजकर बुला दी एम्बुलेंस
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.