किफायती दाम में बेहतरीन स्पेसिफिकेशन वाले फोन पेश करने की
शाओमी की रणनीति को भारतीय ग्राहकों ने हाथों-हाथ लिया है। कंपनी ने 2014 में इस मार्केट में कदम रखा था। पहली बार फ्लैश सेल मॉडल को अपनाया जिसमें चंद सेकेंड में ही हैंडसेट आउट ऑफ स्टॉक हो जाते थे। अब कंपनी ने एक और कीर्तिमान हासिल करने की जानकारी दी है। उसने मात्र 18 दिनों में 10 लाख से ज्यादा स्मार्टफोन बेचे हैं। इस उपलब्धि पर कंपनी के सीईओ ली जून ने शाओमी इंडिया के कर्मचारियों और प्रशंसकों को एक खुला खत लिखा है।
इस खत में जून ने कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के साथ कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट ह्यूगो बारा की भी तारीफ की है। प्रशंसा की सूची में शाओमी इंडिया के प्रमुख मनु कुमार जैन का भी नाम है। जून ने मी इंडिया के प्रशंसकों की भी जमकर तारीफ की है। इसके अलावा उन्होंने पिछले साल बनाए गए अलग-अलग कीर्तिमानों का भी ज़िक्र किया है।
उन्होने कहा है कि पिछले साल जून महीने में शाओमी 'मेक इन इंडिया' से जुड़ने वाली पहली स्मार्टफोन निर्माता कंपनी बनी थी। आईडीसी के अनुमान के मुताबिक, इस साल जुलाई से अगस्त महीने के बीच शाओमी भारत की सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी बन गई थी। इसके अलावा कंपनी मात्र 6 महीने में
शाओमी रेडमी नोट 3 के 23 लाख से ज्यादा यूनिट बेचने में कामयाब रही है। यह शाओमी का सबसे ज्यादा बिकने वाला प्रोडक्ट है।
उन्होंने खुले खत में लिखा है,"शाओमी के ग्लोबलाइज़ेशन रणनीति का अहम हिस्सा है भारतीय मार्केट। चीन के बाहर यह हमारे लिए सबसे बड़ा मार्केट है। मुझे पूरा भरोसा है कि अथक परिश्रम के दम पर हम आने 2-3 सालों में मार्केट में सबसे बड़ी हिस्सेदारी हासिल कर लेंगे।"
याद दिला दें कि शाओमी ने भारत में जुलाई 2014 में मी 3 के साथ कदम रखा था। इस फोन के लिए कंपनी ने ई-कॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट के साथ साझेदारी की। एक साल के अंदर ही शाओमी अपनी वेबसाइट और ऐप लॉन्च करने में कामयाब रही। दूसरी तरफ, कंपनी के फोन अमेज़न, स्नैपडील जैसे रिटेल प्लेटफॉर्म पर भी मिलने लगे। अप्रैल 2015 में कंपनी ने
शाओमी मी 4आई को लॉन्च किया। इसे एक्सक्लूसिव तौर पर भारतीय मार्केट के लिए बनाया गया था।