चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वनप्लस ने जब मार्केट में कदम रखा था तो उसका मकसद कम दाम में फ्लैगशिप स्पेसिफिकेशन वाला हैंडसेट बेचना था। कंपनी इस रणनीति पर अब भी बरकरार है। हालांकि, कंपनी द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट की बिल्ड क्वालिटी और परफॉर्मेंस को लेकर सवाल उठते रहे। वनप्लस 2 को 'फ्लैगशिप किलर' के तमगे के साथ पेश किया गया, लेकिन इस प्रोडक्ट से सभी जानकार पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हुए।
(जानें:
वनप्लस 3 के सारे स्पेसिफिकेशन)
अब कंपनी ने नया प्रोडक्ट
वनप्लस 3 पेश किया है। पहली नज़र में लेटेस्ट क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 820 प्रोसेसर और 6 जीबी रैम से लैस वनप्लस 3 हर हाल में ग्राहकों का ध्यान अपनी ओर खींचेगा। फ़ीचर और स्पेसिफिकेशन को देखते हुए 27,999 रुपये की कीमत को भी ज्यादा नहीं माना जा सकता। यह फोन कैसा है इसके बारे में विस्तार से हमारे रिव्यू पढ़ सकते हैं। अगर आपके पास वक्त की कमी है तो हम आपको इस हैंडसेट की कमियों और खूबियों के बारे में बताते हैं।
खूबियांबिल्ड क्वालिटीवनप्लस 3 में कंपनी ने बिल्ड क्वालिटी में सुखद बदलाव लाया है। इस बार हैंडसेट का रियर पैनल हार्ड एल्यूमीनियम वाला है। यह एक मेटल यूनीबॉडी फोन है। यह दिखने में ख़ूबसूरत है। बिल्ड क्वालिटी अच्छी है। आखिरकार यह फोन डिजाइन के मामले में प्रीमियम रेंज वाला फोन होने का एहसास देता है।
फिंगरप्रिंट सेंसरवनप्लस 2 की तुलना में इस फोन के फिंगरप्रिंट सेंसर में काफी सुधार किया गया है। यह साइज में थोड़ा छोटा है। यह सेंसर स्टेंडबाय मोड में भी काम करता है, यानी इसे इस्तेमाल में लाने के लिए फोन को एक्टिव मोड में लाने की भी ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इस वजह से यह फिंगरप्रिंट सेंसर दूसरे डिवाइस की तुलना में ज्यादा तेज है। रिव्यू के दौरान हमने पाया कि यह तेजी से पहचान करता है।
स्क्रीनवनप्लस ने इस बार एमोलेड स्क्रीन देने का फैसला किया है। इसका इस्तेमाल वनप्लस एक्स में भी किया गया था। यह तो पहले से जाहिर है कि एमोलेड स्क्रीन, आईपीएस एलसीडी स्क्रीन जितने ब्राइट नहीं होते। हालांकि कंपनी ने इसके ऊपर पोलराइज़िंग लेयर का इस्तेमाल किया है जिस वजह से इसे सूरज की रोशनी में इस्तेमाल करना आसान होता है। यह काफी शार्प है और तस्वीरें भी आपको पसंद आएंगी।
डैश चार्ज़रफोन को पावर देने के लिए मौजूद है 3000 एमएएच की बैटरी। गौर करने वाली बात है कि फास्ट चार्ज़िंग को सपोर्ट करने वाला यह कंपनी का पहला स्मार्टफोन है। ग्राहकों को हैंडसेट के साथ 20 वाट का डैश चार्ज़र दिया जा रहा है। इसकी मदद से फोन की बैटरी मात्र 30 मिनट के चार्ज में 60 फीसदी तक चार्ज हो सकती है। लगभग एक घंटे तक चार्ज करने पर फोन की बैटरी पूरी तरह से चार्ज हो जाएगी। वनप्लस कार के लिए भी डैश चार्ज़र बेच रही है।
कैमरावनप्लस 3 का प्राइमरी कैमरा 16 मेगापिक्सल का है। रियर कैमरे से 4के रिज़ॉल्यूशन के वीडियो शूट किए जा सकते हैं और 120 फ्रेम प्रति सेकेंड की स्पीड से स्लो मोशन वीडियो। रियर कैमरे में ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन, फेज़ डिटेक्शन ऑटोफोकस और रॉ इमेज फॉर्मेट सपोर्ट जैसे फ़ीचर दिए गए हैं। अच्छी रोशनी में यह कैमरा शानदार तस्वीरें लेता है। ये तस्वीरें शार्प और डिटेल वाली होती हैं। कलर्स काफी वाइब्रेंट हैं और ये दिखने में काफी ब्राइट हैं। ऑप्टिकल और इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबलाइजेशन तस्वीरें और वीडियो लेने में मदद करते हैं।
कमियों की बात करें तो कहने के लिए बहुत कुछ नहीं है। कैमरा कम रोशनी में अच्छा काम नहीं करता। तस्वीरें ओवरसेचुरेट हो जाती हैं। 64 जीबी की इनबिल्ट स्टोरेज किसी भी आम यूज़र के लिए काफी होनी चाहिए, लेकिन माइक्रोएसडी कार्ड के लिए सपोर्ट नहीं होना अखरता है। इसका सिंगल स्पीकर थोड़ा कमजोर है। हैंडसेट वीडियो और ऑडियो के कुछ फाइल फॉर्मेट को सपोर्ट नहीं करता।
लेकिन यह सारी कमियां छोटी हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि वनप्लस 3 एक बेहतरीन स्मार्टफोन है। इस क्षमता से लैस 27,999 रुपये में मिलने वाला यह फोन सही मायने में 'फ्लैगशिप किलर' है।