जब Vivo V9 को भारत में लॉन्च किया गया था तब यह इस मार्केट में नॉच के साथ आने वाला पहला एंड्रॉयड स्मार्टफोन था। इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 626 प्रोसेसर के साथ 4 जीबी रैम दिए गए थे। इस फोन को रिव्यू करने के बाद हम इस फैसले पर पहुंचे कि यह बाकियों की तुलना में काफी पावरफुल है। लेकिन कुछ दिनों में 20,000 रुपये के प्राइस रेंज में और दमदार फोन उतारे गए जिसके बाद Vivo V9 थोड़ा महंगा लगने लगा।
उदाहरण के तौर पर,
Xiaomi Mi A2 (
रिव्यू) ज़्यादा पावरफुल स्नैपड्रैगन 660 प्रोसेसर के साथ आता है और इसकी कीमत 16,999 रुपये है। शाओमी का
Poco F1 हैंडसेट 20,999 रुपये की शुरुआती कीमत में मिलने वाला एक पावरहाउस डिवाइस है। बढ़ती चुनौतियों के जवाब में
Vivo V9 (
रिव्यू) की
कीमत में कटौती कर दी गई। अब कंपनी ने Vivo V9 Pro को मार्केट में उतार दिया है। यह ज़्यादा बेहतर हार्डवेयर के साथ आता है और इसकी कीमत 17,990 रुपये है। क्या हार्डवेयर बेहतर हो जाने के बाद वीवो वी9 प्रो एक बेहतर पैकेज बन गया है? आइए जानते हैं...
Vivo V9 Pro डिज़ाइन
दिखने में
Vivo V9 Pro और वीवो वी9 एक जैसे ही हैं। यह स्लिम है। घुमावदार किनारों के कारण ग्रिप अच्छी रहती है। वीवो वी9 की तरह वीवो वी9 प्रो के डिस्प्ले में टॉप पर नॉच है। इसी नॉच में ईयरपीस, सेंसर्स, नोटिफिकेशन एलईडी और सेल्फी कैमरे को जगह मिली है। नॉच बेहद ही कॉम्पेक्ट है। निचले हिस्से को छोड़कर स्क्रीन को बाकी किनारों पर बेज़ल बेहद ही पतले हैं। वीवो ने इस फोन के वज़न पर नियंत्रण रखने में सफल रही है, यह 150 ग्राम का है।
निचले हिस्से पर 3.5 एमएम हेडफोन जैक, माइक्रोयूएसबी पोर्ट और लाउडस्पीकर ग्रिल हैं। हमें हेडफोन जैक की पोज़ीशन नहीं पसंद आई। इसकी वजह है लैंडस्केप मोड में गेम खेलते वक्त असुविधा होना। डिवाइस की बायीं तरफ सिम ट्रे स्लॉट है जिसमें डुअल नैनो सिम और अलग से माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट के लिए जगह है। बायीं तरफ पावर और वॉल्यूम बटन हैं। इन तक पहुंचना आसान है। टॉप पर कुछ भी नहीं है।
Vivo V9 Pro में पिछले हिस्से पर डुअल कैमरा सेटअप है। यहीं पर सिंगल एलईडी फ्लैश और फिंगरप्रिेंट सेंसर भी है। वैसे, इस प्राइस रेंज के ज़्यादातर डिवाइस को बनाने में प्रीमियम मैटेरियल का इस्तेमाल होता है। लेकिन वीवो ने वी9 प्रो में प्लास्टिक इस्तेमाल किया है। वीवो वी9 प्रो को ब्लैक व नेब्यूला पर्पल रंग में उपलब्ध कराया गया है। हमने ब्लैक वेरिएंट को रिव्यू किया है। प्रीमियम लुक देने के लिए कैमरा मॉड्यूल रिम, फिंगरप्रिंट स्कैनर और वीवो की ब्रांडिंग में गोल्डन हाइलाइट दिया गया है। फोन पहले से स्क्रीन प्रोटेक्टर के साथ आता है। इसके अलावा रिटेल बॉक्स में ट्रांसपेरेंट कवर भी है। रिटेल बॉक्स में आपको 10 वॉट के चार्जर के साथ ईयरफोन्स भी मिलेंगे।
Vivo V9 Pro स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयर
वीवो वी9 और वीवो वी9 प्रो में मुख्य अंतर स्नैपड्रैगन 660 प्रोसेसर का है। वीवो ने इस बार ज़्यादा पावरफुल चिपसेट इस्तेमाल करने का फैसला किया है और इसके साथ 6 जीबी रैम दिए हैं। इनबिल्ट स्टोरेज 64 जीबी है और ज़रूरत पड़ने पर 256 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल किया जा सकेगा। 6.3 इंच का आईपीएस डिस्प्ले फुल-एचडी+ रिजॉल्यूशन वाला है। व्यूइंग एंगल अच्छे हैं। बाहर में स्क्रीन पर पढ़ पाने में ज्यादा दिक्कत नहीं होती।
पावरफुल प्रोसेसर के अलावा प्रो मॉडल में कुछ और बदलाव किए गए हैं। Vivo ने अपने वीवो वी9 प्रो स्मार्टफोन में 13 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल कैमरा वाला सेटअप दिया है, जबकि वी9 मॉडल 16 मेगापिक्सल + 5 मेगापिक्सल शूटर के साथ आता है। वहीं, सेल्फी के लिए वीवो वी9 प्रो 16 मेगापिक्सल के सेंसर के साथ आता है, जबकि वीवो वी9 में 24 मेगापिक्सल का कैमरा है। कनेक्टिविटी के लिए ब्लूटूथ 5.0, डुअल बैंड वाई-फाई, जीपीएस, ग्लोनास, यूएसबी-ओटीजी और एफएम रेडियो दिए गए हैं। दोनों ही सिम के लिए 4जी वीओएलटीई सपोर्ट मौज़ूद है।
Vivo V9 Pro एंड्रॉयड 8.1 ओरियो के साथ आता है, इस पर कस्टम फनटच ओएस 4 है। हमारा ऐप स्टोर सितंबर सिक्योरिटी पैच से लैस है।
V9 Pro फेस अनलॉक के साथ आता है। यह फोन को अनलॉक करने में फिंगरप्रिंट सेंसर जितना ही तेज़ है। अगर आप चाहें तो ऐप्स और गेम्स को फिंगरप्रिंट सेंसर या फेस अनलॉक से लॉक कर सकते हैं। आपको मोटरबाइक मोड जैसा कस्टमाइज़ेशन मिलेगा जिसमें आप इनकमिंग कॉल को रिजेक्ट कर सकते हैं और कॉलर को अपने आप एसएमएस भेज सकते हैं। ऐप क्लोन फीचर डुअल ऐप्स जैसा ही है।
भले ही इस फोन में कई फीचर हैं। लेकिन इस पर कई ऐप पहले से इंस्टॉल हैं। अच्छी बात यह है कि आप इनमें से ज़्यादातर ऐप की छुट्टी कर सकते हैं।
Vivo V9 Pro परफॉर्मेंस, बैटरी लाइफ और कैमरे
वीवो वी9 प्रो पावरफुल प्रोसेसर के साथ आता है। इसका एहसास फोन इस्तेमाल करते ही हो जाता है। मल्टी टास्किंग के दौरान हमें फोन के कभी धीमे पड़ने का एहसास नहीं हुआ। ऐप्स और गेम्स तेज़ी से लोड हुए। 6 जीबी रैम के कारण आप बिना किसी दिक्कत मल्टी टास्क कर पाएंगे।
वीवो वी9 प्रो की 3260 एमएएच की बैटरी हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में 10 घंटे 8 मिनट तक चली। फोन ने PUBG को मीडियम सेटिंग्स में चलाया। एयरकंडीशन्ड रूम में गेम खेलते वक्त फोन गर्म नहीं हुआ। बैटरी की खपत भी बहुत ज़्यादा नहीं हुई। फोन को खूब इस्तेमाल करने पर रात 9 बजे पावर सेविंग मोड एक्टिव हो गया। आम इस्तेमाल में बैटरी एक दिन से ज़्यादा चल जाएगी।
इस फोन का कैमरा ऐप वीवो के अन्य स्मार्टफोन वाला ही है। आपको एचडीआर, पोर्ट्रेट और लाइव फोटो के लिए टॉगल मिलेंगे। आप चाहें तो पनोरमा मोड या प्रोफेशनल मोड में भी स्विच कर सकते हैं। ब्यूटीफिकेशन मोड प्राइमरी और सेल्फी कैमरे के लिए उपलब्ध है।
Vivo ने वीवो वी9 प्रो में कैमरा रिजॉल्यूशन को कम कर दिया है। प्रतीत होता है कि पावरफुल प्रोसेसर के कारण बजट में आए दबाव को मैनेज करने के लिए कंपनी ने यह फैसला किया है। V9 Pro के कैमरे से ली गई तस्वीरें कभी अच्छी आईं तो कभी खराब। दिन की रोशनी में एक्सपोज़र सटीक था और इसने हमारी चाहत के हिसाब से ही फोकस किया। पहली नज़र में फोटो ठीक ठाक लगी, लेकिन ज़ूम इन करते ही डिटेल की कमी साफ झलकने लगी। मैक्रोज़ शॉट डिटेल के साथ आए, लेकिन इसे हमारी चाहत के हिसाब से फोकस करने में ज़्यादा वक्त लगा। पोर्ट्रेट मोड में एज डिटेक्शन कभी सही था तो कभी गलत।
Vivo V9 Pro के कैमरा सैंपल फुल साइज़ में देखने के लिए टैप करें
लो लाइट कैमरा परफॉर्मेंस औसत से भी खराब थी। नॉयज कंट्रोल में था, लेकिन तस्वीरें ग्रेनी आईं। वीवो वी9 प्रो से आप खूबसूरत सेल्फी ले पाएंगे। कम रोशनी में स्क्रीन फ्लैश कारगर साबित होता है। सेल्फी कैमरे के लिए पोर्ट्रेट मोड भी उपलब्ध है और इसका एज डिटेक्शन अच्छा है।
V9 Pro के दोनों ही कैमरा सेटअप से आप 1080 पिक्सल तक के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। यह चौंकाने वाला है, क्योंकि वीवो वी9 में 4के वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट है। वीडियो स्टेबलाइज़ेशन नहीं होने के कारण फुटेज शेकी आते हैं। हमने पाया कि आप वीडियो रिकॉर्ड करने या वीडियो कॉल के दौरान ब्यूटीफिकेशन मोड एक्टिव कर सकते हैं। कैमरा सेंसर बदले जाने का आउटपुट पर कोई बड़ा असर नहीं दिखता है।
हमारा फैसलाVivo ने वी9 प्रो की कीमत वीवो वी9 सहित अन्य प्रोडक्ट की तुलना में ज़्यादा आक्रामक रखी है। इस फोन में पावरफुल प्रोसेसर है और ज़्यादा रैम से मल्टीटास्किंग में दिक्कत नहीं होती। लेकिन कीमत कम रखने के लिए इस बार अलग कैमरा सेंसर का इस्तेमाल हुआ है। अच्छी बात यह है कि इसका कैमरा परफॉर्मेंस पर बहुत बड़ा असर नहीं पड़ा है। 17,990 रुपये वाला Vivo V9 Pro तो वीवो वी9 से भी सस्ता है जो अब भी 18,990 रुपये में लिस्ट है। ऐसे में हम बिना झिझक आपको प्रो मॉडल खरीदने का सुझाव दे सकते हैं।