दक्षिण कोरिया की स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Samsung के प्रॉफिट में भारी गिरावट हुई है। कंपनी का कहना है कि इसके पीछे कंज्यूमर्स का खर्च घटाना और माइक्रोचिप की सप्लाई अधिक होने से सेल्स में कमी बड़े कारण हैं। यह दुनिया में स्मार्टफोन्स और मेमोरी चिप्स की बड़ी कंपनियों में शामिल है।
सैमसंग का पहली तिमाही में ऑपरेटिंग प्रॉफिट घटकर KRW 640 अरब (लगभग 3,900 करोड़ रुपये) रह गया। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में लगभग 95 प्रतिशत की कमी है।
कंपनी की नेट इनकम 86.1 प्रतिशत घटकर KRW 1.57 लाख करोड़ (लगभग 9,575 करोड़ रुपये) की रही। इसकी बिक्री 18 प्रतिशत गिरकर KRW 63.75 लाख करोड़ (लगभग 3,88,800 करोड़ रुपये) की रही। कंपनी ने बताया कि इकोनॉमिक स्थिति को लेकर अनिश्चितता के बीच कंज्यूमर ने खर्च घटाया है। इसके अलावा मेमोरी चिप की डिमांड घटने से भी सैमसंग के बिजनेस पर बड़ा असर पड़ा है। कंपनी के प्रॉफिट में मेमोरी चिप सेगमेंट की हिस्सेदारी लगभग आधी होती है।
मेमोरी चिप के प्राइसेज घटने और इनवेंटरी में बढ़ोतरी से सैमसंग के लिए आगामी तिमाहियां चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं। स्मार्टफोन्स, PC और सर्वर्स में इस्तेमाल होने वाले DRAM मेमोरी चिप्स के प्राइस पिछली तिमाही में लगभग 20 प्रतिशत घटे हैं। इसके अलावा डेटा स्टोरेज में इस्तेमाल किए जाने वाले NAND फ्लैश चिप्स के प्राइसेज में 15 प्रतिशत तक की कमी हुई है।
इन्फ्लेशन बढ़ने के कारण टेक डिवाइसेज की डिमांड कमजोर होने से स्मार्टफोन और पर्सनल कंप्यूटर बनाने वाली कंपनियों ने नए चिप्स की खरीदारी घटा दी है और वे इनवेंटरी का इस्तेमाल कर रही हैं। चिप बनाने वाली कंपनियों ने इंटरेस्ट रेट्स बढ़ने के कारण नए इनवेस्टमेंट को भी रोक दिया है। भारत में इस वर्ष की पहली तिमाही में स्मार्टफोन की बिक्री वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 20 प्रतिशत घटी है। पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में इस मार्केट में छह प्रतिशत की कमी हुई थी। मार्केट रिसर्च फर्म Canalys की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के स्मार्टफोन मार्केट पर डिमांड में कमी और इनवेंटरी अधिक होने का असर पड़ा है। हालांकि,
Samsung ने 21 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ पहला स्थान बरकरार रखा है। कंपनी ने पहली तिमाही में लगभग 63 लाख यूनिट्स की बिक्री की है।