पिछले साल अक्टूबर में लॉन्च हुए
कूलपैड नोट 3 (रिव्यू) ने हमारा ध्यान अपनी ओर खींचा था। 8,499 रुपये में एकदम सही फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ आने वाले इस फोन ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इसके तुरंत बाद ही
कूलपैड नोट 3 लाइट (
रिव्यू) लॉन्च हुए कूलपैड नोट 3 लाइट में भी फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ अच्छे स्पेसिफिकेशन दिए गए थे।
अब कूलपैड ने एक तीसरा वेरिएंट कूलपैड नोट 3 प्लस
लॉन्च किया है। इस स्मार्टफोन को कंपनी ने 8,999 रुपये की कीमत पर ही लॉन्च किया है।
कीमत में कटौती होने से पहले कूलपैड नोट 3 की ओरिजिनल कीमत भी इतनी ही थी। इस फोन में पिछले कूलपै़ड नोट से थोड़ा फर्क है जो इसे पुराने फोन से अलग बनाते हैं। आज हम
कूलपैड नोट 3 प्लस का रिव्यू करेंगे और इसकी खूबियों व कमियों के बारे में जानेंगे।
लुक और डिजाइनकूलपैड नोट 3 और नोट 3 प्लस में दो बड़े फर्क साफ तौर पर देखे जा सकते हैं। नया कूलपैड नोट 3 प्लस थोड़ा ज्यादा भारी है और इसमें फुल-एचडी स्क्रीन है जबकि कूलपैड नोट 3 में 720x1280 पिक्सल रिजॉल्यूशन का स्क्रीन दिया गया था। इसके अलावा कूलपैड नोट 3 प्लस कूलपैड के नए लोगो के साथ आता है लेकिन इससे फोन के दूसरे स्पेसिफिकेशन या फीचर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। इसके अलावा कूलपैड नोट 3 प्लस और नोट 3 में की भी अंतर नहीं है।
8,999 रुपये की कीमत में मिलने वाला कूलपैड नोट 3 प्लस दिखने में शानदार फोन है। एज-टू-एज स्क्रीन की वजह से फोन का अगला हिस्सा काफी अच्छा दिखता है। हालांकि, करीब से देखने पर दोनों किनारों पर ब्लैक बॉर्डर देखा जा सकता है, लेकिन इससे बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं होता। इसके अतिरिक्त, अगले हिस्से में मौजूद मेटेलिक स्ट्रिप (हमारी रिव्यू यूनिट में शैंपेन गोल्ड) फोन को देखने में ज्यादा शार्प और बेहतर बनाती है।
प्लास्टिक से बने होने के बावजूद कूलपैड नोट 3 हाथ में पकड़ने पर भारी महसूस होता है। 5.5 इंच स्क्रीन के साथ आने की वजह से यह फोन पहले ही फैबलेट कैटेगरी में है लेकिन इसका अतिरिक्त वजन भी फोन को फैबलेट कैटेगरी में शामिल कर देता है। अगर आप बड़े स्क्रीन के शौकीन हैं तो ऐसा होना बुरा नहीं है। इसके अलावा लेआउट पिछले फोन की तरह ही है, दायीं तरफ पॉवर बटन, बायीं तरफ वॉल्यूम बटन, सबसे ऊपर की तरफ 3.5 एमएम शॉकेट और नीचे की तरफ माइक्रो-यूएसबी पोर्ट दिए गए हैं। रियर पर कैमरा, फ्लैश और फिंगरप्रिंट सेंसर और स्पीकर दिए गए हैं। कैपेसिटिव बटन बैकलिट नहीं है और बेहतर होता कि अगर ये बटन ऑन-स्क्रीन ही होते।
कूलपैड के इस नए नोट में सबसे बड़ा सुधार डिस्प्ले में किया गया है। नोट 3 प्लस में 5.5 इंच का फुल-एचडी आईपीएस स्क्रीन है जिससे यह पिछले फोन से ज्यादा शार्प बन गया है। तस्वीरें, वीडियो और गेम जैसे चीजें इस डिस्प्ले में शानदार अनुभव के साथ देखे जा सकते हैं। हालांकि, यह उतना भी चमकदार और वाइब्रेंट नहीं है जितना हम चाहते हैं। कलर थोड़े डल हैं। लेकिन इस कीमत में आने वाले अधिकतर डिवाइस में फुल-एचडी स्क्रीन नहीं होता है इसलिए नोट 3 प्लस के स्क्रीन को कहीं ज्यादा बेहतर कहा जा सकता है।
स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयरनोट 3 प्लस और नोट 3 में समानताएं यहां भी जारी हैं। नए डिवाइस में बिल्कुल पुराने फोन जैसे ही स्पेसिफिकेशन हैं। लेकिन, अक्टूबर में लॉन्च हुए नोट 3 के रिव्यू के समय इस हार्डवेयर को अच्छा कहा जा सकता था पर अब ये थोड़ा पुराना मालूम होता है। आजकल आ रहे अधिकतर स्मार्टफोन में अब मीडियाटेक एमटी6753 प्रोसेसर नहीं आता। बल्कि इसकी जगह स्मार्टफोन निर्माता नए और ज्यादा दमदार वाले मीडियाटेक और क्वालकॉम प्रोसेसर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
पहले की तरह ही कूलपैड नोट 3 प्लस में 3 जीबी रैम और 16 जीबी इंटरनल स्टोरेज है। डुअल सिम सपोर्ट के साथ आने वाले इस स्मार्टफोन में माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से स्टोरेज को (64 जीबी तक) बढ़ाया जा सकता है। फोन में 3000 एमएएच की बैटरी दी गई है। दोनों सिम स्लॉट पर 4जी कनेक्टिविटी पर एफडीडी-बैंड 3 और टीडीडी-बैंड 40 सपोर्ट करता है। 8,999 रुपये की कीमत में आने वाले इस स्मार्टफोन में स्पेसिफिकेशन काफी अच्छे हैं।
कूलपैड नोट 3 प्लस एंड्रॉयड 5.1 लॉलीपॉप पर चलता है जिसके ऊपर कूलयूआई 6.0 स्किन दी गई है। फोन में बिल्कुल वही यूआई का इस्तेमाल किया गया है जो नोट 3 में थी। चीनी से अंग्रेजी भाषा में खराब अनुवाद के चलते सिस्टम में कई शब्द बेहद अजीबोगरीब हैं और कुल मिलाकर हमें पूरा इंटरफेस ही कार्टूनी लगा। इंटरफेस सिंग-लेयर्ड ही है लेकिन आप एक 'ट्रेडिशनल' मोड को एक्टिवेट कर सकते हैं जिससे इंटरफेस एक डेडिेकेटेड ऐप ड्रॉयर के साथ डुअल लेयर्ड में स्विच हो जाता है। इंटरफेस बिना कोई दिक्कत के काम करता है, लेकिन स्किन पॉलिश्ड नहीं नज़र आता।
सैटिंग ऐप और नेटिफिकेशन शेड में भी पुरानापन दिखता है। इस फोन में भी कूलपैड का एक्सप्लोरी कीबोर्ड है जिसमें याहू सर्च और ट्रैकिंग इंटीग्रेट है। अगर आप एक ऐसे फोन की चाह में हैं जिसका इंटरफेस एकदम स्पष्ट हो तो कूलपैड नोट 3 प्लस आपके लिए नहीं है।
फिंगरप्रिंट सेंसर बहुत सटीक है और ज्यादातर मौकों पर सिर्फ एक ही बार में काम कर जाता है। आप किसी भी एंगल में अपनी ऊंगली को रखकर हैंडसेट को अनलॉक कर पाएंगे। हैंडसेट में पांच फिंगरप्रिंट स्कैनर को स्टोर किया जा सकता है। और यह भी तय कर सकते हैं कि किस फिंगरप्रिंट को ऐप खोलने, फोन करने और फोटो लेने की इज़ाजत हो।
कैमराकूलपैड नोट 3 प्लस में पिछले फोन की तरह कैमरा है। कैमरा परफॉर्मेंस भी उम्मीद के मुताबिक ही है। सिंगल-टोन एलईडी फ्लैश के साथ 13 मेगापिक्सल का रियर कैमरा प्राकृतिक रोशनी में डिटेल के साथ लैंडस्केप और मैक्रोज़ की तस्वीरें लेता है। हालांकि, हमें एहसास हुआ कि क्लोज़अप शॉट में शार्पनेस कम थी। इंडोर और कम रोशनी में ली गई तस्वीरों में नॉयज ज्यादा थी। पनोरमा आसानी से स्टिच हो जाते हैं और इनकी क्वालिटी भी अच्छी है।
अच्छी रोशनी में कैमरे से अच्छी तस्वीरें आती हैं। फोन पर देखने से तस्वीरें वाइब्रेंट और शार्प नज़र आती हैं। लेकिन बड़े स्क्रीन पर तस्वीरें बिखरी हुई दिखती हैं और कलर भी डल हो जाते हैं। लेकिन कीमत के हिसाब से कैमरा अच्छा है और इस कीमत वाले फोन को खरीदने वाले यूजर को अच्छा लगेगा। 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा सेल्फी लेने में कारगर है, लेकिन सिर्फ दिन की रोशनी में।
आप 1080 पिक्सल के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे और इनकी क्वालिटी ठीक-ठाक है। कैमरा ऐप पहले की तरह ही है और बहुत अच्छा नहीं है व इसे बदलने का विकल्प भी नहीं है। हालांकि, इसका इंटरफेस साधारण है और इस्तेमाल करना आसान भी।
परफॉर्मेंसहालांकि, यह फोन पुराने मीडियाटेक एमटी6753 प्रोसेसर पर चलता है लेकिन फोन की परफॉर्मेंस ठीक है। 3 जीबी रैम की वजह से फोन अच्छे से चलता है।
आप इस पर स्की सफारी 2 जैसे गेम आसानी से खेल पाएंगे। फोन को डेड ट्रिगर 2 जैसे गेम चलाने में भी दिक्कत नहीं हुई। हमें मल्टीटास्किंग में बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। हर वक्त 1.8 जीबी रैम उपलब्ध रहता है। गेम खेलते समय और और देर तक काम करने से फोन थोड़ा गर्म हो जाता है लेकिन इस्तेमाल करने में असुविधाजनक नहीं लगता। फोन में वीडियो देखते समय भी कोई परेशानी नहीं होती।
नोट 3 लाइट प्लस ने बेंचमार्क टेस्ट में अपने पिछले फोन की तरह ही ठीक-ठाक नतीजे दिए। लेकिन हाई-रिजॉल्यूशन वाले स्क्रीन की वजह से ग्राफिक आंकड़े थोड़े खराब रहे।
फुल-एचडी स्क्रीन पर अपग्रेड के बाद फोन में दी गई बैटरी की क्षमता कम है। 3000 एमएएच की बैटरी हमारे वीडियो लूप टेस्ट में 10 घंटे 12 मिनट तक चली। सामान्य इस्तेमाल के दौरान हम फोन को आसानी से पूरे दिन चला पाए। कॉल क्वालिटी अच्छी है और हमें 4जी नेटवर्क में भी कोई दिक्कत नहीं हुई। सिंगल स्पीकर से भी साउंड क्वालिटी अच्छी आती है।
हमारा फैसलाकूलपैड नोट 3 प्लस स्मार्टफोन में ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे यह कहा जा सके कि कूलपैड की नोट सीरीज में कुछ नए फीचर शामिल हुए हैं। ऐसा लगता है कि कंपनी ने इस प्रोडक्ट को सिर्फ एक नए प्रोडक्ट को पेश करने के इरादे से लॉन्च किया है। हाई-रिजॉल्यूशन स्क्रीन और फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ आने वाला यह स्मार्टफोन 10,000 रुपये से कम कैटेगरी में टक्कर तो देगा ही। लेकिन इसके अजीबोगरीब इंटरफेस से कुछ ग्राहक निराश हो सकते हैं।
कूलपैड नोट 3 प्लस एक शानदार पैकेज है जिसमें कीमत के हिसाब से अच्छे फीचर दिए गए हैं। फोन में ठीकठाक स्क्रीन, शानदार कैमरा और फटाफट व सटीक फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है। हालांकि, इन सबके बावजूद यह अपने सेगमेंट का सबसे बेहतरीन हैंडसेट नहीं है। ऐसे में आपको तय करना है कि आपको किन फ़ीचर और स्पेसिफिकेशन की ज़्यादा ज़रूरत है।