कूलपैड नोट 3 लाइट के नाम से ही साफ है कि यह
कूलपैड नोट 3 का लाइट वर्ज़न है जिसे पिछले साल अक्टूबर महीने में लॉन्च किया गया था। यह 10,000 रुपये के रेंज वाला फिंगरप्रिंट सेंसर से लैस पहला स्मार्टफोन था। आज की तारीख में यह कंपनी इस फ़ीचर को और भी सस्ते हैंडसेट का हिस्सा बना रही है।
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कूलपैड नोट 4 लाइट बनाम कूलपैड नोट 3)
पहली झलक में
कूलपैड नोट 3 लाइट ने हमें प्रभावित किया, लेकिन थोड़ी देर इस्तेमाल करने के बाद हमारे विचार बदले ज़रूर। क्या कूलपैड अपने इस हैंडसेट के जरिए एंट्री-लेवल एंड्रॉयड मार्केट में धमाल मचाने में कामयाब होगी? आइए जानते हैं।
लुक और डिजाइनकूलपैडन नोट 3 लाइट में बजट फोन के सारे गुण मौजूद हैं, लेकिन डिजाइन की अच्छी पसंद के कारण यह अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब होता है। किनारे पर गोल्ड ट्रिम, कैमरा लेंस और फिंगरप्रिंट सेंसर फोन को आकर्षक बनाने का काम करते हैं। प्लास्टिक की क्वालिटी और हैंडसेट की फिनिश काफी अच्छी है। फोन मजबूत होने के साथ टिकाऊ होने का भी एहसास देता है।
अगले हिस्से में 5 इंच का एचडी आईपीएस डिस्प्ले है जिसपर स्क्रैच प्रोटेक्शन दिया गया है। स्क्रीन के किनारों पर नज़र आने वाला काले रंग का बॉर्डर है, यह इस स्लिम फोन के साथ नहीं जमता। नेविगेशन के लिए दिए गए कैपेसिटिव बटन अच्छा काम करते हैं, लेकिन ये बैकलिट नहीं हैं। डिस्प्ले के ऊपर 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है और साथ में नोटिफिकेशन एलईडी भी।
पावर और वॉल्यूम बटन फोन के दोनों तरफ बने हुए हैं और उन्हें एक हाथ से इस्तेमाल करने में दिक्कत नहीं आती। रियर कवर का डिजाइन ग्रिप देने वाला है और इसे हटाना भी संभव है। यहां पर 13 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा भी मौजूद है और साथ में एलईडी फ्लैश व फिंगरप्रिंट सेंसर। स्पीकर पिछले पैनल के निचले हिस्से में है। इसके ऊपर कंपनी का लोगो मौजूद है। अगर आपको सफेद प्लास्टिक नहीं पंसद, तो आपके लिए काले रंग का भी विकल्प है।
अपने सीनियर वर्ज़न की तरह नोट 3 लाइट अच्छी बिल्ड क्वालिटी वाला स्मार्टफोन है। इसका फ्रंट पैनल सबसे आकर्षक नहीं है, यह पीछे से ज्यादा बेहतर नज़र आता है।
स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयरजब डिवाइस बजट सेगमेंट का है तो स्पेसिफिकेशन भी बजट सेगमेंट वाले ही होंगे। लेकिन इस विभाग में कूलपैड ने बेहतर करने की कोशिश की है। इसमें क्वाड-कोर मीडियाटेक एमटी6735 चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है।यह 3 जीबी रैम और 16 जीबी स्टोरेज से लैस सबसे सस्ता फोन भी है। आप स्टोरेज को 32 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से बढ़ा भी सकते हैं। फोन में दो माइक्रोसिम स्लॉट हैं और दोनों ही 4जी एलटीई को सपोर्ट करते हैं।
फोन एंड्रॉयड 5.1 लॉलीपॉप पर चलता है जिसके ऊपर कूलयूआई 6.0 स्किन का इस्तेमाल किया गया है। हमने इस इंटरफेस के बारे में विस्तार से कूलपैड नोट 3 के रिव्यू में लिखा था। आप एक लेयर वाला यूआई डिफॉल्ट में पाएंगे और अगर चाहें तो दो लेयर वाला सेटअप भी पा सकते हैं।
आपको कूल सर्विस, कूल स्टोर और एक्सप्लोरे जैसे कंपनी के ऐप्स मिलेंगे। एफपी लॉक के जरिए आप अपने किसी भी ऐप को फिंगरप्रिंट से लॉक कर सकते हैं। और उनका इस्तेमाल आप ही कर पाएंगे। रॉक वालपेपर से आप वालपेपर बदल सकते हैं।
इंटरफेस बिना कोई दिक्कत के काम करता है, लेकिन स्किन पॉलिश्ड नहीं नज़र आता। उदाहरण के तौर पर, आपको थीम के ज्यादा विकल्प नहीं मिलते। हर थीम में कस्टम आइकन आपको कभी-कभार असमंजस में डाल देंगे। इसमें कई थर्ड-पार्टी ऐप भी हैं जिन्हें ज़रूरत पड़ने पर हटाया जा सकता है।
परफॉर्मेंसएचडी डिस्प्ले के व्यूइंग एंगल अच्छे हैं और सूरज की रोशनी में इसपर पढ़ पाने में दिक्कत नहीं होती। आउटडोर में इस्तेमाल करने के लिए ब्राइटनेस थोड़ी ज्यादा होती, तो बेहतर होता। टचस्क्रीन अच्छा रिस्पॉन्स देता है लेकिन इसपर आसानी से फिंगरप्रिंट के दाग पड़ जाते हैं। कॉल क्वालिटी अच्छी है और हमें 4जी नेटवर्क में भी कोई दिक्कत नहीं हुई।
फिंगरप्रिंट सेंसर बहुत सटीक है और ज्यादातर मौकों पर सिर्फ एक ही बार में काम कर जाता है। आप किसी भी एंगल में अपनी ऊंगली को रखकर हैंडसेट को अनलॉक कर पाएंगे। हैंडसेट में पांच फिंगरप्रिंट स्कैनर को स्टोर किया जा सकता है। और यह भी तय कर सकते हैं कि किस फिंगरप्रिंट को ऐप खोलने, फोन करने और फोटो लेने की इज़ाजत हो।
नोट 3 लाइट ने बेंचमार्क टेस्ट में ठीक-ठाक नतीजे दिए। आप इस पर स्की सफारी 2 जैसे गेम आसानी से खेल पाएंगे। फोन को डेड ट्रिगर 2 जैसे गेम चलाने में भी दिक्कत नहीं हुई। हमें मल्टीटास्किंग में बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। हर वक्त 1.8 जीबी रैम उपलब्ध रहता है।
डिफॉल्ट म्यूज़िक प्लेयर को अच्छे से डिज़ाइन किया गया है। वीडियो प्लेयर में भी कई काम वाले फ़ीचर दिए गए हैं। आप वीडियो एडिट कर सकते हैं। स्क्रीनग्रैब ले सकते हैं। रियर स्पीकर से अलर्ट की आवाज़ तो ठीक-ठाक आती है लेकिन यह मल्टीमीडिया के लिए नहीं है।
अच्छी बात है कि कूलपैड ने लाइट वर्ज़न के लिए कैमरा सेटअप में कोई बदलाव नहीं किया है। 13 मेगापिक्सल का रियर कैमरा प्राकृतिक रोशनी में डिटेल के साथ लैंडस्केप और मैक्रोज़ की तस्वीरें लेता है। हालांकि, हमें एहसास हुआ कि क्लोज़अप शॉट में शार्पनेस कम थी। इंडोर और कम रोशनी में ली गई तस्वीरों में नॉयज ज्यादा थी। पनोरमा आसानी से स्टिच हो जाते हैं और इनकी क्वालिटी भी अच्छी है।
आप 1080 पिक्सल के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे और इनकी क्वालिटी ठीक-ठाक है। कैमरा सॉफ्टवेयर बहुत अच्छा नहीं है और इसे बदलने का विकल्प भी नहीं है। हालांकि, इसका इंटरफेस साधारण है और इस्तेमाल करना आसान भी। 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा सेल्फी लेने में कारगर है, लेकिन सिर्फ दिन की रोशनी में।
2500 एमएएच की बैटरी हमारे वीडियो लूप टेस्ट में 9 घंटे 11 मिनट तक चली। 4जी नेटवर्क पर बैटरी आम इस्तेमाल में एक दिन तक आसानी से चली।
हमारा फैसला6999 रुपये में मिलने वाला कूलपैड नोट 3 लाइट कागज़ी तौर पर एक बेहतरीन पैकेज है। ऑरिजनल वर्ज़न की तुलना में इस वर्ज़न में ज्यादा समझौता नहीं किया गया है। इस प्राइस रेंज में यह अकेला फोन है जो फिंगरप्रिंट सेंसर, 3 जीबी रैम और 16 जीबी की स्टोरेज के साथ आता है। ऐसा देर-सवेर होना ही थी और कूलपैड ने इसमें बाजी मार ली। इस फोन का डिस्प्ले भी अच्छा है। फिंगरप्रिंट सेंसर तेजी से काम करता है। मजबूत बिल्ड वाले इस फोन की बैटरी लाइफ भी काबिल-ए-तारीफ है।
हालांकि, इन सबके बावजूद यह अपने सेगमेंट का सबसे बेहतरीन हैंडसेट नहीं है। शानदार स्पेसिफेकशन आम इस्तेमाल में उम्मीद के मुताबिक परफॉर्मेंस नहीं देते। कैमरा, डिजाइन और कूलयूआई स्किन पर काम करने की गुंजाइश है। इसी रेंज में ओप्पो और जियोनी के फोन बेहतर फिनिश के साथ आते हैं। ऐसे में आपको तय करना है कि आपको किन फ़ीचर और स्पेसिफिकेशन की ज़्यादा ज़रूरत है।