बहुत पुरानी बात नहीं है ये, जब लोगों द्वारा प्राइमरी फोन को तौर पर 7 इंच के टैबलेट को साथ में रखना बेहद ही आम हो चला था। यह देखने में तो अटपटा सा लगता था, लेकिन सैमसंग के किफायती टैब सीरीज के कारण यह चलन में आ गया। पिछले साल लेनोवो ने फैब प्लस के जरिए इस सेगमेंट में कदम रखा। अब शाओमी ने मी मैक्स के जरिए कुछ नया करने की कोशिश की है।
लेनोवो के हैंडसेट की तरह मी मैक्स को भी कंटेंट इंटरटेनमेंट को ध्यान में रखकर बनाया गया है, जैसे कि वीडियो, गेम्स या फिर ऐप्स। फ़ीचर और स्पेसिफिकेशन के लिहाज से मी मैक्स कंपनी के लोकप्रिय स्मार्टफोन रेडमी नोट 3 (रिव्यू) का बड़ा डिस्प्ले वाला वर्ज़न नज़र आता है। क्या शाओमी मी मैक्स के जरिए कंपनी ने एक और हिट फॉर्मूला हासिल कर लिया है? हमने इस डिवाइस के साथ एक हफ्ते से ज्यादा वक्त बिताया। और हमें यह लगता है।
लुक और डिज़ाइनबड़े स्क्रीन वाले स्मार्टफोन बनाना कोई जादुगरी नहीं है। लेकिन डाइमेंशन, वज़न और बनावट के बीच सामंजस्य बिठा पाने के बाद ही बेहतरीन फोन हासिल होता है।
शाओमी मी मैक्स में 6.44 इंच का डिस्प्ले है जिसपर गोरिल्ला ग्लास 3 की प्रोटेक्शन दी गई है। यह कंपनी की सनलाइट डिस्प्ले टेक्नोलॉजी से भी लैस है। बता दें कि स्क्रीन बहुत बड़ा है, इसके सामने आईफोन 6 प्लस भी छोटा नज़र आता है। हालांकि, शाओमी ने इसके लिए किनारों और डिस्प्ले के ऊपर व नीचे के जगह को कम रखने की कोशिश की है। फ्रंट ग्लास भी थोड़ा घुमावदार है और इस वजह से किनारे उतने शार्प नहीं हैं।
मी मैक्स काफी पतला है। मोटाई मात्र 7.5 मिलीमीटर है। वॉल्यूम और पावर बटन दायीं तरफ हैं और ये अच्छा काम करते हैं। हाइब्रिड सिम ट्रे बायीं तरफ है। आप एक वक्त में दो सिम कार्ड या एक सिम कार्ड और माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर पाएंगे।
मोनो-स्पीकर फोन के निचले हिस्से में है। इसके साथ मौजूद है माइक्रो-यूएसबी पोर्ट। हेडफोन सॉकेट और इंफ्रारेड एमिटर को टॉप पर जगह दी गई है। मेटल के सतह के कारण फोन हाथों में बहुत ज्यादा फिसलता है। ऐसे में रबर कवर इस्तेमाल करना गलत नहीं होगा।
रियर हिस्से में प्राइमरी कैमरा, डुअल-टोन एलईडी फ्लैश और फिंगरप्रिंट सेंसर मौजूद हैं। कैमरे के किनारे पर मौजूद मेटल रिम थोड़ा सा बाहर की ओर निकला हुआ है, लेकिन हमें इस्तेमाल के दौरान स्क्रैच की ज्यादा शिकायत नहीं मिली। मी मैक्स का वज़न 203 ग्राम है जो काफी वज़नी हुआ। लेकिन ईमानदारी से कहें तो हाथों में रखने पर ऐसा एहसास नहीं होता। एक हाथ में रखकर फोन पर टाइप कर पाना बहुत मुश्किल है।
इस फोन को इस्तेमाल करना आसान नहीं है। लगातार एक हफ्ते तक इस्तेमाल करने के बाद भी हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसे पॉकेट में रखना तो और भी मुश्किल है। मी मैक्स दूसरों का ध्यान हर हाल में आपकी ओर खींचेगा। इसकी वजह सिर्फ डिस्प्ले नहीं है, बल्कि यह दिखने में प्रीमियम लगता है और इसकी बनावट की क्वालिटी भी बेहतरीन है।
हमारे टेस्ट यूनिट के साथ एक चार्ज़र, केबल, सिम इजेक्टर टूल और कुछ निर्देश पुस्तिकाएं दी गई थीं।
स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयरशाओमी मी मैक्स स्मार्टफोन आजमाए हुए हेक्सा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 650 चिपसेट, 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज के साथ आता है। कंपनी जल्द ही भारत में ज्यादा पावरफुल वेरिएंट लॉन्च करेगी जो ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 652 प्रोसेसर, 4 जीबी रैम और 128 जीबी इनबिल्ट स्टोरेज के साथ आता है। अन्य स्पेसिफिकेशन में डुअल-बैंड वाई-फाई बी/जी/एन/एसी, ब्लूटूथ 4.1, जीपीएस, यूएसबी ओटीजी, 4जी, वॉयस ओवर एलटीई और एफएम रेडियो के साथ आता है। इसमें एनएफसी फ़ीचर नहीं मौजूद है।
मी मैक्स एंड्रॉयड मार्शमैलो पर आधारित मीयूआई 7 पर चलता है। इसकस्टमाइज़्ड रॉम का इस्तेमाल कंपनी ने शाओमी मी 5 में भी किया था। इसमेंमार्शमैलो का नाउ ऑन टैप फ़ीचर फिलहाल नहीं मौजूद है। कंपनी ने हमें बताया है कि इस पर काम चल रहा है और जल्द ही लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। आने वाले महीनों में यह मीयूआई 8 में अपग्रेड हो जाएगा।
टाइपिंग जैसे टास्क को आसान बनाने के लिए मी मैक्स वन हैंडेड मोड के साथ आता है जिसे सेटिंग्स में जाकर एक्टिव करना संभव है। इस तकनीक की मदद से डिस्प्ले पर मौजूद कंटेंट 4.5, 4 या 3.5 इंच के साइज़ में हो जाते हैं। आप इस एक्शन को कैपेसिटिव बटन पर बाएं या दायीं तरफ स्वाइप करके परफॉर्म कर सकते हैं।
'शॉर्टकट मेन्यू' या 'क्विक बॉल' की मदद से यूज़र पांच अलग-अलग फंक्शन या ऐप को असाइन कर सकते हैं। यह आईफोन के एसिटिवटच फ़ीचर के जैसा है। और डिस्प्ले के किनारों पर मौजूद रहता है। अगर आप चाहें तो इसे चुनिंदा ऐप्स में दिखने से रोक सकते हैं।
परफॉर्मेंसहमारे टेस्ट यूनिट का सॉफ्टवेयर काफी स्टेबल था इसलिए हमें इस्तेमाल के दौरान कोई बड़ी कमी नहीं नज़र आई। ऑपरेटिंग सिस्टम बेहतरीन काम करता है और मल्टीटास्किंग में भी कोई दिक्कत नहीं हुई। किसी भी वक्त आपके पास फोन में 800 एमबी रैम उपलब्ध रहेगा। हमने पाया कि ईयरपीस से आने वाली आवाज़ उम्मीद से कम है, पर यह स्पष्ट थी। लंब फोन कॉल के दौरान हैंडसेट को हाथों में रखना आसान नहीं होता। स्नैपड्रैगन 650 चिपसेट ज्यादातर ऐप्स और गेम्स के लिए पावरफुल है।
शाओमी ने हैंडसेट के साथ अपना म्यूज़िक प्लेयर दिया है। इसके साथ आपको कई ऑडियो इनहांसमेंट और इक्वलाइज़र प्रीसेट मिलते हैं।
कैमरे की बात करें तो इसमें 16 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर है। यह 4के रिज़ॉल्यूशन के वीडियो रिकॉर्ड करने में सक्षम है। 5 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे से आप 720 पिक्सल के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। रियर कैमरे में फेज़ डिटेक्शन ऑटोफोकस भी है, जो ज्यादातर परिस्थितियों में अच्छा काम करता है। दिन के उजाले में लैंडस्केप और मैक्रो शॉट्स डिटेल के साथ आते हैं। लेकिन कई बार ऐप ऑब्जेक्ट को ज्यादा शार्प कर देता है। फोटो को क्रॉप करने के लिए जब आप उसे ज़ूम करेंगे तब आपको इस कमी का एहसास होगा। अच्छी रोशनी में फ्रंट कैमरा बेहतरीन सेल्फी लेता है।
कम रोशनी में भी बनाए गए वीडियो की क्वालिटी अच्छी थी। स्लो-मोशन और टाइम लैप्स वीडियो मोड भी मौजूद हैं। कैमरा ऐप अलग-अलग शूटिंग मोड के साथ आता है। एक मैनुअल मोड भी है जिसमें आप शटर स्पीड, आईएसओ, व्हाइट बैलेंस और फोकस निर्धारित कर पाएंगे। यह तेजी से फोकस करता है। हालांकि, इंडोर और कम रोशनी में ली गई तस्वीरें औसत क्वालिटी की थीं। यह कमी हमें रेडमी नोट 3 में भी देखने को मिली थी।
बैटरी लाइफमी मैक्स में कंपनी ने 4850 एमएएच की बड़ी बैटरी दी है। यह आसानी से दो दिन के एक्टिव यूज़ तक चल जाएगी। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में यह 21 घंटे 11 मिनट तक चली जो बेहतरीन है। मी मैक्स 10 वॉट के पावर एडप्टर के साथ आता है जो चार्जिंग की प्रक्रिया को तेज करता है।
हमारा फैसलाभरोसे के साथ कहा जा सकता है कि शाओमी मी मैक्स एक बेहतरीन फोन है। लेकिन इस बार कंपनी की नज़र एक खास किस्म के उपभोक्ता पर है। संभव है कि बड़े डिस्प्ले वाले फोन की मांग हो और अब ऐसे ही उपभोक्ताओं को विकल्प मिल गया है। शाओमी मी मैक्स इस सेगमेंट में नई जान फूंकने का काम कर सकता है और यह एक हरफनमौला हैंडसेट है। फोन का साइज़ बहुत हद तक निजी पसंद पर निर्भर है। लेकिन इस तरह से डिवाइस के कारण यूज़र के लिए फोन के साथ अलग से टैबलेट रखने की टेंशन खत्म हो जाती है।
फोन की बिल्ट क्वालिटी अच्छी है। डिस्प्ले अच्छा है और बैटरी लाइफ बेहतरीन। फोन की परफॉर्मेंस भी शानदार है। कैमरा क्वालिटी से हम खुश नहीं हुए और स्टीरियो स्पीकर भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। ज्यादातर लोगों के लिए इसे इस्तेमाल करना आसान नहीं होगा। अगर आप टैबलेट के साइज के स्मार्टफोन की तलाश में हैं तो मी मैक्स अपनी कीमत वर्ग में सबसे बेहतरीन विकल्प है।