ऐसा लगता है कि Asus ने Xiaomi से कुछ सीखा है। ऐसा हम Asus की नई रणनीति को देखते हुए कह रहे हैं। Asus ZenFone Max Pro M1 की कीमत और स्पेसिफिकेशन के दम पर कंपनी ने सबके निगाहें अपनी ओर खीचीं थीं। इसके अपग्रेड के साथ भी कंपनी ने पुराने फॉर्मूले को अपनाया है। नया Asus ZenFone Max Pro M2 पावरफुल क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 660 प्रोसेसर के साथ आता है और इसकी शुरुआती कीमत 12,999 रुपये है। पहली नज़र में असूस ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम2 फायदे का सौदा नज़र आता है। क्या Asus ने Zenfone Max Pro M2 के ज़रिए अपने सभी चुनौतियों को मात दे दी है? आइए जानते हैं...
Asus ZenFone Max Pro M2 डिज़ाइन
Asus ZenFone Max Pro M2 बेहद ही फ्लैशी बॉडी के साथ आता है। देखा जाए तो पुराने वेरिएंट की तुलना में यह पहला बड़ा अंतर है। स्मार्टफोन ब्लू और टाइटेनियम रंग में उपलब्ध है। हमने ब्लू वाले वेरिएंट को रिव्यू किया है।
Asus Max Pro M2 में लेमिनेटेड बैकपैनल है जिससे इसको ग्लॉसी फिनिश मिलता है। इस वजह से उंगलियों के निशान आसानी से पड़ जाते हैं। याद रहे कि
ZenFone Max Pro M1 मेटल बैकप्लेट के साथ आया था।
ZenFone Max Pro M2 में पिछले हिस्से पर डुअल कैमरा सेटअप है, सिंगल एलईडी फ्लैश के साथ। फिंगरप्रिंट स्कैनर मध्य में है और इस तक पहुंचना आसान है। फोन में 6.26 इंच का फुलएचडी+ डिस्प्ले है। टॉप पर नॉच है और डिस्प्ले 19:9 आस्पेक्ट रेशियो वाला है। असूस का दावा है कि यह इस प्राइस सेगमेंट में कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 6 के साथ आने वाला पहला स्मार्टफोन है।
Asus ZenFone Max Pro M2 में टॉप और किनारों पर बेहद ही पतले बेज़ल हैं। लेकिन निचले हिस्से पर बेज़ल बेहद ही थिक है। असूस ने ईयरपीस को नॉच से बाहर फ्रेम की ओर रखने की कोशिश की है। इससे नॉच की साइज़ कम करने में सुविधा हुई है। नॉच में सेल्फी कैमरे, फ्लैश और सेंसर्स को जगह मिली है। नोटिफिकेशन एलईडी को भी नॉच के बाहर रखा गया है। इसे ईयरपीस ग्रिल के बगल में जगह मिली है।
इस प्राइस रेंज के अन्य फोन की तरह ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम2 का फ्रेम प्लास्टिक का बना है। पावर और वॉल्यूम बटन दायीं तरफ हैं और सिम ट्रे बायीं तरफ। हमारे हिसाब से पावर बटन की पोज़ीशन अच्छी है, लेकिन वॉल्यूम बटन तक पहुंचने में थोड़ा परिश्रम करना पड़ता है।
निचले हिस्से पर माइक्रो-यूएसबी पोर्ट, प्राइमरी माइक्रोफोन, 3.5 एमएम हेडफोन जैक और लाउडस्पीकर है। सेकेंडरी माइक्रोफोन टॉप पर है। वैसे, इस प्राइस रेंज के ज़्यादातर फोन माइक्रो-यूएसबी पोर्ट के साथ आते हैं। लेकिन यूएसबी टाइप सी पोर्ट स्वागत योग्य कदम होता।
Asus ने ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम2 में किनारों को कर्व्ड रखा है जिससे ग्रिप अच्छी मिलती है। चौंकाने वाली बात है कि बड़ी बैटरी होने के बावजूद फोन वज़नदार या बल्की नहीं लगता।
Asus ZenFone Max Pro M2 स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयर
Asus ZenFone Max Pro M1 को पावरफुल प्रोसेसर और आक्रामक कीमत के कारण लोकप्रियता मिली थी। Asus ने ZenFone Max Pro M2 में 1.95 गीगाहर्ट्ज़ क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 660 प्रोसेसर देकर इसी रणनीति को दोहराया है। नया चिपसेट स्नैपड्रैगन 636 से ज़्यादा पावरफुल है। इस प्रोससर का इस्तेमाल Xiaomi Mi A2, RealMe 2 Pro और Vivo V9 Pro जैसे हैंडसेट में हुआ है।
रैम और स्टोरेज पर आधारित तीन विकल्प हैं- 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज, 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज, 6 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज। हमने 4 जीबी रैम वाले वेरिएंट को रिव्यू किया है। तीनों ही वेरिएंट में 2 टीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के लिए सपोर्ट है।
ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम2 के कनेक्टिविटी फीचर में ब्लूटूथ 5, वाई-फाई 802.11 बी/जी/एन और एफएम रेडियो शामिल हैं। यह एक डुअल सिम स्मार्टफोन है। इसमें दो नैनो सिम स्लॉट हैं। दोनों ही स्लॉट 4जी वीओएलटीई को सपोर्ट करते हैं।
ZenFone Max Pro M2 में फुल-एचडी+ डिस्प्ले है, 450 निट्स ब्राइटनेस के साथ। इस पर सूरज की रोशनी में पढ़ पाने में दिक्कत नहीं होती। डिस्प्ले के व्यूइंग एंगल भी अच्छे हैं।
असूस ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम2 की अहम खासियत है बड़ी बैटरी। असूस ने इसे चार्ज करने के लिए 10 वॉट का चार्जर दिया है। लेकिन क्विक चार्जिंग के लिए सपोर्ट नहीं है, यानी चार्जिंग में लंबा वक्त लगेगा ही।
Asus का यह स्मार्टफोन भी स्टॉक एंड्रॉयड पर चलेगा। उम्मीद है कि कंपनी इस फोन के लिए ज़्यादा तेज़ी से अपडेट जारी करेगी। कंपनी ने अभी स्मार्टफोन को एंड्रॉयड 8.1 ओरियो के साथ पेश किया है और साथ में जनवरी 2019 में एंड्रॉयड पाई अपडेट देने का वादा किया है। हमारा रिव्यू यूनिट अक्टूबर सिक्योरिटी पैच के साथ आया।
भले ही यह स्टॉक एंड्रॉयड डिवाइस है। लेकिन इस फोन में गूगल के चुनिंदा ऐप्स के अलावा Facebook, Messenger और Instagram ऐप पहले से इंस्टॉल मिलेंगे।
Asus ZenFone Max Pro M2 परफॉर्मेंस, बैटरी लाइफ और कैमरे
ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम2 के स्पेसिफिकेशन को जानते हुए हमें इसकी परफॉर्मेंस का अंदाजा था। तेज़ प्रोसेसर और स्टॉक एंड्रॉयड के कारण ZenFone Max Pro M2 की परफॉर्मेंस बेहद ही स्मूथ है। हमारे रिव्यू यूनिट में लैग या स्टटर की कोई शिकायत नहीं मिली।
आप फोन अनलॉक करने के लिए फिंगरप्रिंट स्कैनर और फेस अनलॉक को इस्तेमाल कर सकते हैं। रिव्यू के दौरान हमने पाया कि स्कैनर डिवाइस को अनलॉक करने में थोड़ा धीमा है। इसके अलावा हमें किसी भी ऐप को फुलस्क्रीन मोड में चलाने का सेटिंग्स नहीं मिला। इस कारण से ज़्यादातर ऐप्स लेटरबॉक्सड चले।
PUBG Mobile मीडियम सेटिंग पर चला। हम बिना किसी लैग या फ्रेमड्रॉप के इस गेम को खेलने में सफल रहे। लगातार 25 मिनट गेम खेलने के बाद फोन थोड़ा गर्म जरूर हो गया।
हमें इस फोन पर वीडियो देखने और गेम खेलने में मज़ा आया। स्पीकर भी काफी लाउड है।
हैंडसेट की बैटरी लाइफ बेहतरीन है। इसका श्रेय 5000 एमएएच की बैटरी को जाता है। एचडी वीडियो लूप टेस्ट में फोन ने 17 घंटे 58 मिनट बाद दम तोड़ा। रेगुलर इस्तेमाल के दौरान दिन के आखिर में करीब 55 फीसदी बैटरी बची रही। रिटेल बॉक्स में दिए गए 10 वॉट के चार्जर ने बैटरी को 1 घंटे में 52 फीसदी चार्ज किया।
Asus ने ZenFone Max Pro M2 में कैमरा सेटअप को अपग्रेड किया है। आपको पिछले हिस्से पर 12 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर और 5 मेगापिक्ल का डेप्थ सेंसर मिलेगा। फ्रंट पैनल पर 13 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है।
कैमरा ऐप सिंपल है और इसे इस्तेमाल करना भी आसान है। शूटिंग मोड्स, ब्यूटिफिकेशन, डेप्थ इफेक्ट और फ्लैश सेटिंग्स के लिए टॉगल हैं। आपको तस्वीरें लेने से पहले फिल्टर अप्लाई करने का भी विकल्प मिलेगा। एक प्रो मोड है जिसमें आप फोकस, शटर स्पीड, आईएसओ, एक्सपोज़र और व्हाइट बैलेंस को एडजस्ट कर पाएंगे।
Asus ZenFone Max Pro M2 के कैमरा सैंपल देखने के लिए टैप करें
एआई सीन डिटेक्शन फिलहाल उपलब्ध नहीं है, लेकिन असूस ने दिसंबर में एक अपडेट के ज़रिए इस फीचर के साथ ZenFone Max Pro M2 में ईआईएस और फ्रंट कैमरे में बोकेह मोड लाने की बात की है।
ZenFone Max Pro M2 से शूट करने के दौरान हमने पाया कि कुछ सीन में यह सटीक एक्सपोज़र सेट करने में सफल नहीं रहा। उदाहरण के तौर पर, दिन में कुछ तस्वीरें ओवरएक्सपोज़्ड आईं।
कलर रिप्रोडक्शन बढ़िया है। लेकिन दूर के ऑब्जेक्ट में यह डिटेल कैपचर नहीं कर पाता है। मैक्रोज़ शॉट ज्यादा डिटेल के साथ आते हैं और फोन सब्जेक्ट को बैकग्राउंड से सैपरेट करने का अच्छा काम करता है। पोर्ट्रेट मोड को आसानी से इनेबल किया जा सकता है। आपको ब्लर के स्तर तय करने का विकल्प मिलेगा।
एचडीआर मोड को और बेहतर करने की ज़रूरत है। यह सीन में ब्राइटर एरिया को तो हैंडल कर लेता है, लेकिन शैडोज़ में डिटेल खो देता है। आउटपुट में एज डिटेक्शन बढ़िया है। लेकिन हाइएस्ट लेवल पर ब्लर आर्टिफिशियल लगता है।
कम रोशनी में कैमरा परफॉर्मेंस औसत है। फोन अपने आप नाइट मोड में स्विच नहीं करता। लैंडस्केप शॉट को सेव करने में फोन में थोड़ा ज्यादा वक्त लेता है। आउटपुट संतोषजनक है, क्योंकि ज़ूम इन करने पर डिटेल की कमी साफ झलकने लगती है।
सेल्फी बेहतरीन आते हैं और फेस डिटेक्शन सुनिश्चित करता है कि ग्रुप सेल्फी लेते वक्त कोई फेस ब्लर ना हो। ब्यूटीफिकेशन भी उपलब्ध है।
आप प्राइमरी कैमरे से 4K वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे और सेल्फी शूटर से 1080 पिक्सल के। वीडियो स्टेबलाइज़ेशन 1080 पिक्सल पर उपलब्ध है और फोन शेक कम करने में सफल रहता है।
हमारा फैसला
Asus ZenFone Max Pro M2 के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी है। खासकर ZenFone Max Pro M1 की सफलता को देखते हुए। इसमें कोई दो राय नहीं है कि Asus ने स्नैपड्रैगन 660 प्रोसेसर और 5000 एमएएच बैटरी देकर मजबूत दावेदारी पेश की है।
परफॉर्मेंस और बैटरी लाइफ में दम है। अगर कैमरे आपकी प्राथमिकता हैं तो Realme 2 Pro ज्यादा बेहतर है। अगर आप इन दोनों में से किसी एक को खरीदने पर विचार कर रहे हैं तो आपको रियलमी के कलरओएस यूआई की तुलना में स्टॉक एंड्रॉयड के फायदे पर भी गौर करना होगा।
कीमत, Asus ZenFone Max Pro M2 का सबसे मज़बूत पक्ष है। 12,999 रुपये में इस फोन को खरीदने में कोई नुकसान नहीं है। हमने 14,999 रुपये वाले वेरिएंट को रिव्यू किया है जो Realme 2 Pro (रिव्यू) और Realme U1 (रिव्यू) जैसे हैंडसेट से थोड़ी ज़्यादा है।
स्टॉक एंड्रॉयड एक और सही फैसला है। अगर असूस नियमित तौर पर अपडेट देने में सफल रहती है, तो ग्राहकों के लिए सोने पर सुहागा होगा।