भारत में पिछले एक साल में 37 मोबाइल कंपनियों ने अपने कारखाने लगाये जिनमें 40,000 लोगों को सीधे और 1.25 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष तरीके से रोजगार मिला। सूचना प्रौद्योगकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह जानकारी दी।
प्रसाद ने सरकार के वित्तपोषण से बने ‘इलेक्ट्रोप्रेन्योर पार्क’ का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘हमने भारत को इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण का बड़ा केंद्र बनाने का फैसला किया है। पिछले एक साल में 37 नई मोबाइल विनिर्माण इकाइयां यहां लगी हैं।’’ उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के दौरान देश में 11 करोड़ मोबाइल फोन बने हैं जबकि इससे पिछले साल छह करोड़ फोन बने थे।
प्रसाद ने कहा, ‘‘हमने 40,000 लोगों को सीधे रोजगार दिया जबकि 1.25 लाख को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिला है।’’ चीन की जियोनी और शियोमी जैसे कंपनियां आंध्रप्रदेश के फॉक्सकॉन संयंत्र में अपने हैंडसेट बना रही हैं। कारबॉन, लावा, माइक्रोमैक्स, इंटेक्स, जिवी, आईटेल और एमटेक जैसी घरेलू कंपनियों ने भी देश में अपने विनिर्माण संयंत्र स्थापित किए हैं।
उद्योग सूत्रों के मुताबिक चीन की कंपनी लीको मंगलवार को मोबाइल विनिर्माण इकाई का परिचालन शुरू करेगी। प्रसाद ने कहा कि भारत में इलेक्ट्रानिक उत्पाद के विनिर्माण के अलावा उत्पाद डिजाइन भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इलेक्ट्रानिक्स क्षेत्र में नए उद्यमियों को मदद करने के लिए इलेक्ट्रानिक विकास कोष के तहत 10,000 करोड़ रपए प्रदान किए हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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