अगर आप छोटी ट्रांजेक्शन के लिए UPI लाइट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। 31 अक्टूबर से आप अपने यूपीआई लाइट अकाउंट में अपनी पसंद के अमाउंट को री-लोड करने के लिए ऑटो टॉप-अप ऑप्शन का इस्तेमाल कर सकेंगे। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने 27 अगस्त को एक सर्कुलर जारी करके घोषणा की है कि यह UPI Lite फीचर जल्द ही इस साल 31 अक्टूबर से लाइव हो जाएगा। आइए इस यूपीआई लाइट फीचर के बारे में जानते हैं।
यूजर्स द्वारा चयनित अमाउंट से यूपीआई लाइट बैलेंस ऑटोमैटिक तौर पर रि-लोड हो जाएगा। इससे किसी भी समय 2 हजार की अधिकतम यूपीआई लाइट बैलेंस लिमिट के साथ 500 रुपये से कम के पिन-लेस ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलेगी। हालांकि, ध्यान देने वाली बात यह है कि रि-लोड करने से UPI लाइट बैलेंस लिमिट जो कि 2 हजार है, उससे ज्यादा नहीं होगी। एनपीसीआई सर्कुलर के अनुसार, इसके अलावा यूजर्स किसी भी समय ऑटो टॉप-अप मेंडेट को कैंसल भी कर सकेंगे।
क्या है UPI Lite
UPI Lite एक नया पेमेंट सॉल्युशन है जो यूपीआई के यूजर्स को पिन दर्ज किए बिना छोटे अमाउंट के ट्रांजेक्शन (500 रुपये से कम) करने की सुविधा देता है। ये ट्रांजेक्शन सेंडर के बैंक की कोर बैंकिंग सिस्टम का इस्तेमाल किए बिना होते हैं, जिससे यूजर्स के लिए अनक्लटर्ड पासबुक उपलब्ध हो जाती है। यूपीआई लाइट पर यूजर्स सिर्फ ऐप खोल सकता है और पिन दर्ज किए बिना पेमेंट कर सकता है।
कैसे करेगा काम
NPCI ने निर्देश दिया है कि जारी करने वाले बैंक यूपीआई लाइट पर ऑटो टॉप-अप के फंक्शन का सपोर्ट करेंगे, जिसमें बैंकों को यूपीआई लाइट मेंडेट के क्रिएशन की अनुमति देनी चाहिए और जब भी पीएसपी/ऐप से रिक्वेस्ट होती है तो डेबिट की सुविधा होनी चाहिए। एनपीसीआई ने यह भी साफ किया है कि ग्राहकों को यूपीआई लाइट पर ऑटो टॉप-अप का इस्तेमाल करने के लिए यूपीआई ऐप अपने ऐप पर जरूरी फंक्शन और इंटरफेस का सपोर्ट करेंगे। इसके अलावा मेंबर्स को यह साफ करना होगा कि मेंडेट को ठीक प्रकार से अप्लाई किया जाए। मेंडेट के समय सभी जरूरी वेरिफिकेशन होने चाहिए। प्रत्येक यूपीआई लाइट अकाउंट के लिए ऑटो-रिप्लनिस्मेंट ट्रांजेक्शन की संख्या एक दिन में 5 तक लिमिटेड रखी जाएगी।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।