इस सरकारी वेबसाइट से 50 लाख भारतीयों का आधार नंबर समेत निजी डेटा हुआ लीक

फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि डेटा सीधे तौर पर तमिलनाडु सरकार से जुड़ी वेबसाइट से हैक किया गया था या किसी थर्ड पार्टी वेंडर से।

विज्ञापन
जगमीत सिंह, अपडेटेड: 30 जून 2021 16:34 IST
ख़ास बातें
  • Tamil Nadu के PDS सिस्टम से कथित तौर पर लगभग 50 लाख लोगों का डेटा चोरी
  • चोरी हुए डेटाबेस में यूज़र्स के आधार नंबर समेत कई निजी जानकारियां शामिल
  • साइबर-सिक्योरिटी स्टार्टअप TechniSanct ने लगाया इस डेटा ब्रीच का पता

लीक हुए डेटा में आधार नंबर समेत कई अन्य निजी जानकारी शामिल हैं

बेंगलुरु स्थित साइबर-सिक्योरिटी फर्म TechniSanct के अनुसार, तमिलनाडु (Tamil Nadu) की पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम (PDS) के डेटा में सेंध लगाई गई थी और लगभग 50 लाख यूज़र्स की निजी जानकारी वाले डेटाबेस को हैकर फोरम पर अपलोड भी किया गया था। लीक हुए डेटा में यूज़र्स के आधार नंबर के साथ-साथ लाभार्थियों की संवेदनशील जानकारी, जैसे उनके परिवार की जानकारी और मोबाइल नंबर भी शामिल थे। हैकर्स लीक हुए डेटा का इस्तेमाल फिशिंग अटैक के लिए कर सकते हैं और राज्य में बुजुर्गों सहित आसानी से झांसे में आने वाले लोगों को निशाना बना सकते हैं। हालांकि, राज्य सरकार ने अभी तक सार्वजनिक रूप से इस ब्रीच की पुष्टि नहीं की है।

साइबर-सिक्योरिटी स्टार्टअप के अनुसार, वेब पर जो डेटा लीक हुआ था, उसमें तमिलनाडु के कुल 49,19,668 लोगों की जानकारी शामिल थी। इसमें 3,59,485 फोन नंबरों के साथ-साथ प्रभावित यूज़र्स के पोस्टल एड्रेस और आधार नंबर शामिल थे। Gadgets 360 द्वारा जांचे गए लीक डेटाबेस में 'मक्कल नंबर' भी शामिल हैं, जिसे राज्य सरकार ने नवजात शिशुओं सहित सभी नागरिकों का रिकॉर्ड रखने के लिए शुरू किया था।

इसके अलावा, लीक डेटा में लाभार्थियों के परिवार के सदस्यों और उन लोगों के साथ उनके संबंधों की जानकारी भी शामिल थी। इस मामले की रिपोर्ट सबसे पहले The Week ने प्रकाशित की थी।

फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि डेटा सीधे तौर पर तमिलनाडु सरकार से जुड़ी वेबसाइट से हैक किया गया था या किसी थर्ड पार्टी वेंडर से। हालांकि, डेटाबेस से पता चलता है कि यह कुल डेटाबेस का काफी छोटा हिस्सा प्रतती होता है, क्योंकि तमिलनाडु सिविल सप्लाईज़ एंड कंज़्यूमर प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट की साइट पर मौजूद डैशबोर्ड के अनुसार, PDS सिस्टम के लिए 6.8 करोड़ से अधिक रजिस्टर्ड लाभार्थी हैं।

TechniSanct के सीईओ नंदाकिशोर हरिकुमार (Nandakishore Harikumar) ने Gadgets 360 को बताया है कि इस लीक हुए डेटा को 28 जून को अपलोड किया गया और उसी दिन इसका पता भी चला, लेकिन लगभग एक घंटे बाद इसे हटा दिया गया था।
Advertisement

TecniSanct ने यह भी पाया कि तमिलनाडु सिविल सप्लाईज़ एंड कंज़्यूमर प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट (tnpds.gov.in) की वेबसाइट पर एक हमला हुआ था, जिसे साइबर क्रिमिनल ग्रुप "1945VN" द्वारा अंजाम दिया गया था। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उस हमले और इस लेटेस्ट ब्रीच के बीच कोई संबंध है या नहीं।
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Honor के Magic V5 में होगा 64 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा, 2 जुलाई को लॉन्च
#ताज़ा ख़बरें
  1. Tata Motors ने लॉन्च किया Harrier EV का Stealth Edition, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  2. Honor के Magic V5 में होगा 64 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा, 2 जुलाई को लॉन्च
  3. iQOO Z10 Lite 5G vs Samsung Galaxy A06 5G vs Moto G45: 10 हजार में कौन सा है बेस्ट फोन
  4. बोलकर कैंसल हो जाएगा ट्रेन टिकट, जानें कैसे काम करता है IRCTC का नया फीचर
  5. POCO के F7 5G की 1 जुलाई से शुरू होगी बिक्री, Flipkart पर लाइव हुई माइक्रोसाइट
  6. UBON SP-85 Party Speaker भारत में लॉन्च, 30W साउंड, 20 घंटे की बैटरी, जानें कीमत
  7. टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
  8. BSNL लगाएगी फ्लैश सेल, फ्री डेटा से लेकर डिस्काउंट तक की पेशकश
  9. Asus का लैपटॉप भारत में 18,990 रुपये में लॉन्च
  10. Samsung Galaxy M36 5G भारत में 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें क्या है खास
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.