डिवाइस और ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलप करने वाली कंपनियां अकसर अपडेट जारी करते हैं, जिनके जरिए नए फीचर्स जोड़ने के साथ-साथ डिवाइस की सिक्योरिटी को भी बेहतर बनाया जाता है। लेकिन यदि आप सोच रहे हैं कि आपने अपने स्मार्टफोन पर लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच और अन्य सुरक्षा उपायों को अपडेट किया हुआ है, तो आपको बता दें कि उसके बाद भी आपका डिवाइस हैक हो सकता है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि एक हैकिंग प्रतियोगिता में सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स द्वारा Galaxy S23 और iPhone 13 Pro को हैक करके दिखाया गया है। इनमें से एक इस साल का Samsung फ्लैगशिप है और दूसरा Apple का पिछले साल का फ्लैगशिप मॉडल है।
हाल ही में टोरंटो में Pwn2Own नाम का एक कार्यक्रम शुरू हुआ, जिसका आखिरी दिन आज है। यह आयोजन मूल रूप से एक हैकिंग प्रतियोगिता है, जिसमें लोकप्रिय सॉफ्टवेयर और डिवाइसेज में जीरो-डे कमजोरियों का फायदा उठाकर उन्हें हैक किया जाता है और अवॉर्ड जीते जाते हैं। इस इवेंट में सिक्योरिटी एक्सपर्ट ने Samsung Galaxy S23 और iPhone 13 Pro को हैक किया है। दोनों फोन को इवेंट शुरू होने के पहले दिन ही हैक कर लिया गया था। जीरो-डे कंप्यूटर सिस्टम में एक भेद्यता है, जो पहले इसके डेवलपर्स या इसे कम करने में सक्षम किसी भी व्यक्ति के लिए अज्ञात थी।
जीरो डे इनिशिएटिव
ब्लॉग के अनुसार, स्टार लैब्स एसजी
Samsung Galaxy S23 के विरुद्ध अनुमत इनपुट की एक अनुमेय सूची का फायदा उठाने में सक्षम था। इस जीरो-डे की खोज और प्रदर्शन के लिए, उन्होंने $25,000 (करीब 20.80 लाख रुपये) और 5 मास्टर ऑफ PWN पॉइन्ट्स हासिल किए।
$50,000 (करीब 41.60 लाख रुपये) का बड़ा पुरस्कार और 5 मास्टर ऑफ पीडब्लूएन अंक Galaxy S23 पर अनुचित इनपुट सत्यापन निष्पादित करने के लिए पेंटेस्ट लिमिटेड को दिए गए।
इन नई खोजी गई कमजोरियों को भविष्य में सिक्योरिटी पैच के साथ फिक्स किया जाएगा और तब तक इस हैकिंग के तरीकों को गुप्त रखा जाएगा।
सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने
Xiaomi 13 Pro में जीरो-डे भी पाया है। टीम विएटल ने Xiaomi 13 Pro के खिलाफ सिंगल-बग अटैक को अंजाम देने के लिए $40,000 कमाए, और NCC ग्रुप ने उसी डिवाइस पर जीरो-डे का प्रदर्शन करके 20,000 डॉलर कमाए।