फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़ी Paytm में जल्द वर्कर्स की छंटनी हो सकती है। कंपनी ने बताया है कि वह अपने नॉन-कोर एसेट्स में कटौती करेगी। पिछले फाइनेंशियल ईयर की चौथी तिमाही में Paytm को चलाने वाली One 97 Communications के रेवेन्यू में लिस्टिंग के बाद से पहली बार 2.6 प्रतिशत की गिरावट हुई है। कंपनी का रेवेन्यू लगभग 22.7 अरब डॉलर का रहा। इस वर्ष की शुरुआत ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इसकी बैंकिंग यूनिट को बंद करने का आदेश दिया था।
One 97 Communications का नेट लॉस कई गुना बढ़कर लगभग 5.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया। पिछले कुछ महीनों में कंपनी के शेयर में भी भारी गिरावट हुई है।
पेटीएम की शुरुआत 2010 में आंत्रप्रेन्योर Vijay Shekhar Sharma ने की थी। RBI की ओर से लगाई गई बंदिशों से पेटीएम की साख को झटका लगा है। इससे पेटीएम के कस्टमर्स इसके राइवल PhonePe के पास जा सकते हैं। कंपनी ने बताया कि वह इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन और एमॉर्टाइजेशन के अलावा एंप्लॉयी इंसेंटिव्स से पहले प्रॉफिट में है। इसके साथ ही
पेटीएम ने आशंका जताई कि जून तिमाही में रेवेन्यू घटकर 16 अरब रुपये तक रह सकता है। कंपनी ने बताया कि इसके बाद से इसके बिजनेस में सुधार हो सकता है। इसका कहना है कि कंपनी को संतुलित बनाने के लिए उसे एंप्लॉयी कॉस्ट को घटाने के साथ ही नॉन-कोर एसेट्स में भी कमी करनी होगी।
इसका मुकाबला Amazon.com, Google और बिलिनेयर मुकेश अंबानी की Jio Financial Services से होता है। पेटीएम ने बताया कि चौथी तिमाही में उसके लगभग 40 लाख मासिक ट्रांजैक्टिंग यूजर्स का नुकसान हुआ है। इसने 57 अरब रुपये से कुछ अधिक के लोन दिए हैं। इससे पिछली तिमाही में ये लोन 155 रुपये से अधिक के थे।
फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने मार्च में Paytm Payments Bank (PPBL) पर पांच करोड़ रुपये से अधिक की पेनल्टी लगाई थी। इसका कारण PPBL के एकाउंट्स के जरिए भेजी गई गैर कानूनी रकम की रिपोर्ट देने में हुए उल्लंघन थे। कुछ एंटिटीज के ऑनलाइन गैंबलिंग सहित अवैध गतिविधियों में शामिल होने और इससे मिलने वाली रकम को बैंक के जरिए भेजने को लेकर कानून प्रवर्तन एजेंसियों से सूचना मिलने के बाद फाइनेंस मिनिस्ट्री के तहत आने वाली FIU ने PPBL की जांच की थी।