ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के Ola S1 और Ola S1 Pro ई-स्कूटर्स अपनी लॉन्चिंग के बाद से ही सुर्खियों में रहे हैं। इन्हें पिछले साल अगस्त में लॉन्च किया गया था और कंपनी के मुताबिक उसे लॉन्चिंग के कुछ दिनों में ही 90,000 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के लिए बुकिंग मिली। कंपनी ने दिसंबर में स्कूटर्स के पहले बैच की डिलिवरी शुरू की। अब ओला एक बार फिर से Ola S1 Pro के लिए पर्चेज विंडो खोलने जा रही है। लोग होली पर Ola S1 Pro को ऑर्डर कर पाएंगे। कंपनी ओला ग्लॉसी फिनिश में एक स्पेशल एडिशन कलर 'गेरुआ' भी ला रही है। यह कलर ऑप्शन सिर्फ 17 और 18 मार्च को को उपलब्ध होगा। जिन कस्टमर्स के पास रिजर्वेशन है, वो 17 मार्च को ही ओला के 'गेरुआ' Ola S1 Pro ई-स्कूटर को खरीद सकेंगे, जबकि बाकी कस्टमर 18 मार्च को खरीदारी कर पाएंगे। Ola S1 Pro को 1,29,999 रुपये की एक्स-शोरूम कीमत पर लॉन्च किया गया था।
ओला के
मुताबिक, पेमेंट की प्रक्रिया डिजिटल होगी और ओला ऐप के जरिए पूरी की जाएगी। कंपनी ने बताया है कि Ola S1 Pro के नए ऑर्डर्स की डिलीवरी अप्रैल 2022 से शुरू होगी। इन्हें कस्टमर्स के घर तक डिलिवर किया जाएगा। Ola S1 Pro को कंपनी की तमिलनाडु में स्थित ओला फ्यूचरफैक्ट्री में तैयार किया जा रहा है। कस्टमर्स की डिमांड को पूरा करने के लिए कंपनी S1 Pro के प्रोडक्शन में तेजी ला रही है।
Ola S1 और Ola S1 को दो कॉन्फ़िगरेशन में लॉन्च किया गया था। वेनिला ओला एस 1 पर 2.98 किलोवाट बैटरी और ओला एस 1 प्रो पर 3.97 किलोवाट बैटरी है। Ola S1 के लिए दावा किया गया है कि इसकी रेंज 121 किमी है और टॉप स्पीड 90 किमी प्रति घंटा है। दूसरी ओर, Ola S1 Pro में 181 किमी की रेंज बताई गई है और टॉप स्पीड 115 किमी प्रति घंटा है। वैनिला ओला एस1 में नॉर्मल और स्पोर्ट्स नामक दो राइडिंग मोड्स मिलते हैं जबकि ओला एस1 प्रो में नॉर्मल, स्पोर्ट्स और हाइपर राइडिंग मोड मिलते हैं।
इनमें कई माइक्रोफोन के साथ 7 इंच का टचस्क्रीन डिस्प्ले, AI स्पीच रिकग्निशन एल्गोरिथम भी मिलता है, और Ola Electric के MoveOS पर चलता है। Ola S1 और Ola S1 Pro इलेक्ट्रिक स्कूटरों में सुरक्षा सुविधाओं का भी पिटारा मिलता है जिसमें एक एंटी-थेफ्ट सिस्टम, जियो-फेंसिंग और एक फ्लेम-रिटार्डेंट बैटरी शामिल है जो पानी और धूल प्रतिरोधी भी है।
कंपनी ने भारत में 50 गीगावाट आवर्स (GWh) की क्षमता के साथ एक बैटरी सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बनाने की
योजना भी बनाई है। ओला खुद भी ऐसी कंपनियों में निवेश करना चाहती है, जो एडवांस्ड सेल और बैटरी टेक्नॉलजी पर काम कर रही हैं। वह भारत में बैटरी रिसर्च और डेवलपमेंट फैसिलिटी भी स्थापित करेगी। फिलहाल कंपनी अपने बैटरी सेल को साउथ कोरिया से आयात करती है।