लग्जरी कार मेकर Mercedes-Benz ने भारत में मौजूदा वर्ष की पहली छमाही में अभी तक की अपनी सबसे अधिक बिक्री की है। कंपनी ने इस अवधि में 8,528 यूनिट्स बेची हैं। पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में यह लगभग 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। पिछले कई वर्षों से देश के लग्जरी कार मार्केट में कंपनी का दबदबा है।
मर्सिडीज को नए और अपडेटेड मॉडल्स के लॉन्च से बिक्री की रफ्तार बढ़ाने में सहायता मिली है।
कंपनी के पास पेट्रोल और डीजल इंजन वाले मॉडल्स के अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) भी मौजूद हैं। इस वर्ष की शुरुआत में कंपनी ने कहा था कि वह टॉप-एंड वेरिएंट्स पर फोकस करेगी। कंपनी को इन वेरिएंट्स के लिए मजबूत डिमांड मिल रही है। इस कैटेगरी में मर्सिडीज के पास AMG SL55 Roadster, AMG GT 63 SE Performance और G-Class जैसे व्हीकल्स हैं। मर्सिडीज का दावा है कि देश में बिकने वाली उसके प्रत्येक चार व्हीकल्स में से एक टॉप-एंड व्हीकल होता है।
हाल ही में कंपनी ने बताया था कि उसकी भारत में चार नए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लॉन्च करने की योजना है। कंपनी को 2027 तक अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ( EV) की कुल सेल्स में भारत से 25 प्रतिशत योगदान मिलने की उम्मीद है। भारतीय मार्केट में मर्सिडीज चार लग्जरी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, EQS, EQB, EQC और EQS AMG बेचती है।
कंपनी के ओवरसीज रीजन के हेड, Matthias Luehrs ने बताया था, "भारतीय मार्केट में अपने EQS, EQB जैसे EV के प्रदर्शन से हम खुश हैं। हमारे चार और व्हीकल्स आएंगे।" देश में
EV पोर्टफोलियो के सेल्स के अनुमान के बारे में पूछने पर Matthias ने कहा था, "अगले चार वर्षों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की हमारी कुल सेल्स का 25 प्रतिशत भारत से आ सकता है। देश में कंपनी की कुल सेल्स में EV की मौजूदा हिस्सेदारी लगभग तीन प्रतिशत की है।" पिछले वर्ष देश में मर्सिडीज बेंज की कुल सेल्स लगभग 41 प्रतिशत बढ़कर 15,822 यूनिट्स की थी। कंपनी ने बताया था कि अगले 8-12 महीनों में चार नए EV मॉडल्स लॉन्च किए जाएंगे। ये पूरी तरह बिल्ड यूनिट्स के इम्पोर्ट और पूरी तरह नॉक्ड डाउन यूनिट्स के कंपनी के महाराष्ट्र में चाकन प्लांट में असेंबलिंग का मिक्स होंगे। देश का EV मार्केट 2030 तक लगभग 49 प्रतिशत के कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ने का अनुमान है।