पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। अब उसने भारत के आर्मी स्कूलों के स्टूडेंट्स और टीचर्स को टारगेट किया है। रिपोर्टों के अनुसार, देशभर के आर्मी स्कूलों में पढ़ने वाले कई स्टूडेंट्स को कथित तौर पर पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स (पीआईओ) से कॉल और वॉट्सऐप मैसेज मिल रहे हैं। बताया जाता है कि स्टूडेंट्स से सोशल मीडिया ग्रुप्स में शामिल होने और संवेदनशील जानकारी शेयर करने के लिए कहा जा रहा है। जिन नंबरों से स्टूडेंट्स को कॉल आ रही हैं, उनसे अलर्ट रहने की जरूरत है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार,
कॉल या मैसेज करने वाला शख्स खुद को स्कूल टीचर बताता है और स्टूडेंट्स से नए क्लास ग्रुप जॉइन करने को कहता है। स्टूडेंट्स का भरोसा जीतने के लिए उन्हें उनके जानकार का ही रेफरेंस दिया जाता है।
सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के लिए काम करने वाले लोगों की ओर से स्टूडेंट्स को दो मोबाइल नंबरों से फोन और वॉट्सऐप मैसेज आ रहे हैं। ये लोग अपने आप को स्कूल टीचर बताकर छात्रों से नए क्लास ग्रुप में जुड़ने के लिए कहते हैं और उन्हें ‘वन टाइम पासवर्ड' (ओटीपी) भेजते हैं।
जम्मू-कश्मीर से लेकर नाेएडा तक के आर्मी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को ऐसी कॉल और मैसेज आ रहे हैं। जिन दो नंबरों से कॉल आने का पता चला है, वो हैं- 8617321715 और 9622262167. इन नंबरों से स्टूडेंट्स को सावधान रहने के लिए कहा गया है। अगर आपके फोन में भी इन नंबरों से कॉल या मैसेज आते हैं, तो इग्नोर करें। नंबर ब्लॉक कर दें।
आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपलों द्वारा इस संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है। कहा गया है कि ग्रुप में शामिल होने के बाद स्टूडेंट्स से संवेदनशील जानकारी मांगी जा रही है जैसे- पैरंट्स की जॉब, स्कूल का टाइमटेबल, टीचर्स के नाम और वर्दी से जुड़ीं डिटेल्स। एडवाइजरी में कहा गया है कि मैसेज व कॉल अन्य नंबरों से भी आ सकती हैं।