देश की सबसे बड़ी कारमेकर Maruti Suzuki का सितंबर में प्रोडक्शन दोगुने से अधिक बढ़ा है। कंपनी ने सितंबर में 1,77,468 यूनिट्स का प्रोडक्शन किया। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के इसी महीने में 81,278 यूनिट्स का था। कंपनी ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स की कमी का प्रोडक्शन पर मामूली असर पड़ा है।
कंपनी का पिछले महीने पैसेंजर व्हीकल्स का कुल प्रोडक्शन 1,73,929 यूनिट्स रहा। यह पिछले वर्ष सितंबर में 77,782 यूनिट्स का था। पैसेंजर कारों का कुल प्रोडक्शन पिछले वर्ष सितंबर में 47,884 यूनिट्स से बढ़कर इस वर्ष की समान अवधि में 1,31,258 यूनिट्स पर पहुंच गया। यूटिलिटी व्हीकल्स का प्रोडक्शन 29,811 यूनिट्स का रहा। यह पिछले वर्ष की समान अवधि में 21,873 यूनिट्स था। मारुति सुजुकी के लाइट कमर्शियल व्हीकल Super Carry की 3,539 यूनिट्स का सितंबर में प्रोडक्शन हुआ। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के इसी महीने में 3,496 यूनिट्स का था। पिछले वर्ष सितंबर में सप्लाई चेन से जुड़ी मुश्किलों के कारण कंपनी का कुल प्रोडक्शन कम रहा था।
मारुति सुजुकी की सितंबर में कुल सेल्स 1,76,306 यूनिट्स रही। इसमें 1,50,885 यूनिट्स की देश में सेल्स, 4,018 यूनिट्स की अन्य OEM को सेल्स और 21,403 यूनिट्स का एक्सपोर्ट शामिल है। कंपनी ने पिछले महीने नई Grand Vitara को लॉन्च किया है। यह कंपनी का फ्लैगशिप SUV है। मिड-साइज सेगमेंट में हाइब्रिड इंजन वाले व्हीकल्स के कम विकल्प होने से इसे कस्टमर्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। कंपनी को इसके लिए लगभग 57,000 प्री-बुकिंग मिली थी।
हालांकि, इसका प्राइस अधिक होना इसकी सेल्स पर असर डाल सकता है। इसका प्राइस 10.45 लाख रुपये से 19.65 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है। यह कंपनी का सबसे महंगा व्हीकल है। इसमें ई-सीवीटी के साथ स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड टेक्नोलॉजी से लैस नए 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन और 1.5 लीटर माइल्ड हाइब्रिड वाले पेट्रोल इंजन के विकल्प हैं। इसमें 5 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स और 6 स्पीड एटी का ऑप्शन मिलेगा। कंपनी का दावा है कि इसका हाइब्रिड वेरिएंट एक लीटर पेट्रोल में 27.97 किलोमीटर की
माइलेज देता है। नई Grand Vitara का मुकाबला हुंडई क्रेटा, स्कोडा कुशक और और किया सेल्टॉस से होगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि नई Grand Vitara की सफलता लॉन्च के बाद भी कस्टमर्स की दिलचस्पी इसमें बरकरार रहने पर निर्भर करेगी। इससे पहले महंगे प्राइस सेगमेंट में मारुति सुजुकी के व्हीकल्स को अधिक सफलता नहीं मिली है।