मोबाइल फोन एक्सपोर्ट बिजनेस में भारत ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। फाइनेंशिअल ईयर 2022-23 में भारत ने 85 हजार करोड़ रुपये के मोबाइल फोन निर्यात करने का रिकॉर्ड कायम किया है। कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स का देश में ही निर्माण करने में यह भारत की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। एक्सपोर्ट बिजनेस से जुड़े ये आंकड़े इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन की ओर से जारी किए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार ने लोकल मेन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए जो कदम उठाए हैं, उन्हीं का परिणाम है कि देश इस मुकाम तक पहुंच पाया है।
स्मार्टफोन एक्सपोर्ट के मामले में इंडस्ट्री की ओर से जो आंकड़े आ रहे हैं, वे संतोषजनक बताए जा रहे हैं। IANS की
रिपोर्ट के मुताबिक,
ICEA ने जो आंकड़े जारी किए हैं, वे बताते हैं कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस साल स्मार्टफोन एक्सपोर्ट दोगुना हो गया है। इतना ही नहीं, रिपोर्ट में कहा गया है कि लोकल मेन्युफैक्चरिंग पर हो रहे फोकस की बदौलत भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मैन्युफैक्चरर बन गया है। भारत में जितने में स्मार्टफोन बेचे जाते हैं, उनका 97 प्रतिशत भारत में ही तैयार किया जाता है। इसे देश की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
वर्तमान में भारत जिन पांच मुख्य मार्केट्स में मोबाइल फोन निर्यात करता है उनमें, यूएई, अमेरिका, नीदरलैंड्स, यूके और इटली शामिल हैं। ICEA के चेयरमैन पंकज मोहिंद्रो के मुताबिक जल्द ही स्मार्टफोन इंडस्ट्री 4 करोड़ डॉलर की मेन्युफैक्चरिंग आउटपुट को हासिल कर लेगी। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारत 2027 तक चीन की Apple iPhone बनाने की कैपिसिटी का 45-50% तक हासिल कर चुका होगा। 2022 के अंत तक भारत की आईफोन बनाने की कैपिसिटी 10-15% आंकी गई थी।
रिपोर्ट बताती है कि
Apple बीते साल दिसंबर में भारत में पहला मेन्युफैक्चरर बना जिसने 1 अरब डॉलर के
आईफोन यहां से एक्सपोर्ट किए। यह अपने आप में बड़ा आंकड़ा बताया जा रहा है।
एप्पल के लिए कहा गया है कि वर्तमान में यह iPhone 12 से लेकर
iPhone 14 और
iPhone 14 Plus तक के मॉडल्स भारत में बना रही है।