स्मार्टफोन खरीदने के तरीके में पिछले एक साल में काफी बदलाव देखा गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल जहां एक तिहाई से ज्यादा फोन ही ऑनलाइन खरीदे गए थे वहीं, अब ये आंकड़ा 50 प्रतिशत पर पहुंच गया है। अब लगभग आधे कस्टमर स्मार्टफोन को ऑनलाइन खरीदना पसंद कर रहे हैं। इसका कारण बहुत हद तक कोरोना का खतरा और इस वर्ष महामारी की दूसरी लहर के कारण हुई तबाही को माना जा रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कस्टमर्स ने किफायती प्रीमियम और प्रीमियम सेगमेंट (कीमत 30,000 रुपये और उससे अधिक) में अधित स्मार्टफोन (15 प्रतिशत) खरीदे। यह आंकड़ा पिछले साल सात प्रतिशत का था।
Counterpoint Research के Market Lens कन्ज्यूमर
सर्वे के अनुसार, COVID-19 के दौरान आवाजाही पर प्रतिबंध ने कई ऑफ़लाइन कस्टमर्स को ऑनलाइन फोन खरीदने के लिए मजबूर किया। 2020 में 63 प्रतिशत कस्टमर्स ने ऑफलाइन चैनलों से स्मार्टफोन खरीदारी की। वहीं 2021 में 37 प्रतिशत ने ही ऑफलाइन चैनलों से खरीदारी की। पिछले साल 47 प्रतिशत ने अपने हैंडसेट ऑनलाइन चैनलों से खरीदे, जबकि इस वर्ष 53 प्रतिशत ने अपने हैंडसेट ऑनलाइन खरीदे।
सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है, "बड़े शहरों से छोटे शहरों और कस्बों में नॉलेज वर्कर्स के रिवर्स माइग्रेशन ने भी ऑनलाइन चैनलों को पॉपुलर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,।" स्पेशल ऑफर्स, प्राइसिंग भी कुछ और कारण हैं जिन्होंने लोगों को स्मार्टफोन की खरीदारी ऑनलाइन करने के लिए आकर्षित किया।
दिलचस्प बात यह है कि स्मार्टफोन पर इनफॉर्मेशन के सोर्स में भी बदलाव आया है। इस साल स्मार्टफोन खरीदने का निर्णय लेने के लिए कन्ज्यूमर्स ने YouTubers के साथ-साथ इंफ्ल्यूएंसर पर अधिक भरोसा किया। इसी तरह स्मार्टफोन खरीदने का फैसला लेते समय कम्पैरिजन वेबसाइटों और टीवी विज्ञापनों पर भरोसा किया गया और ऑनलाइन रिव्यू और आर्टिकल जैसे सोर्स कोअनदेखा किया गया है।
स्मार्टफोन्स की खरीदारी के लिए आगे भी यह ट्रेंड बरकार रहने की संभावना है। इससे ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ ही हैंडसाइट कंपनियों के साइट्स पर बिक्री में भी बढ़ोतरी होगी।