बात जब कारों की होती है, तो जेहन में सबसे पहले उभरती है सड़कों पर फर्राटा भरती एक गाड़ी की तस्वीर। लेकिन क्या आपने 'वॉकिंग कार' (‘walking car') के बारे में सुना है। फिलहाल यह एक कल्पना है, लेकिन कार मेकर ह्यूंदै (Hyundai) इसे सच करने में जी-जान से जुट गई है। वॉकिंग कार को सीधे और सरल तरीके से समझना हो, तो एक ऐसी गाड़ी जो उन जगहों पर चलेगी, जहां व्हीकल के पहुंचने के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। मसलन- उबड़-खाबड़ पहाड़ों पर, सीढ़ियों पर और हर एक मुश्किल जगह पर। एक ऐसी कार जो आइडियल है दिव्यांगों के लिए और आपात स्थिति में ऐसी जगह तक पहुंचने के लिए जहां एक नॉर्मल व्हीकल नहीं पहुंच सकता।
'वॉकिंग कार' को साकार बनाने के लिए ह्यूंदै ने अमेरिका के मोंटाना में न्यू होराइजन स्टूडियो खोला है। मेल ऑनलाइन की
रिपोर्ट के अनुसार, इस स्टूडियो के जरिए ऐसे व्हीकल्स को पेश करने की तैयारी है, जो फ्यूचर कस्टमर्स के लिए होंगे। ऐसे व्हीकल जो उन जगहों तक पहुंच सकेंगे, जहां एक नॉर्मल गाड़ी नहीं जा सकती। 'वॉकिंग कार' इसकी पहली कड़ी है।
ह्यूंदै ने अभी जिस
वॉकिंग कार को दिखाया है, वह भविष्य का ऐसा व्हीकल हो सकती है, जिसमें टायर तो होंगे, लेकिन वो गाड़ी के पैरों में लगे होंगे। इससे यह हर मुश्किल जगह पर चल सकेगी। दक्षिण कोरियाई कंपनी ने साल 2019 के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो में इस UMV के डिजाइन पहली बार पेश किए थे।
ह्यूंदै जिस कार को सच बनाने में जुट गई है, वह एक ऑल टेरेन आर्मर्ड ट्रांसपोर्ट या AT-AT वॉकर जैसी दिखती है। इन्हें आपने ‘स्टार वॉर्स यूनिवर्स' में देखा होगा। इनकी ताकत भी इनके पैरों में है, जो इन्हें मुश्किल परिस्थिति में टिकाए रखती है। 'वॉकिंग कार' बनाने का ह्यूंदै का मकसद ड्राइविंग की चुनौतियों से निपटना और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान उन जगहों पर पहुंच मुमकिन बनाना है, जहां लोगों का जीवन बचाया जा सकता है। कंपनी पहले भी न्यूयॉक में एक टैक्सी कॉन्सेप्ट का खुलासा कर चुकी है, जो सीढ़ियों पर चढ़ सकती है और व्हील चेयर वाले यात्रियों की मदद कर सकती है।
मोंटाना में शुरू किया गया न्यू होराइजन स्टूडियो दो UMV मॉडल के डेवलपमेंट, टेस्टिंग और डिप्लॉयमेंट पर फोकस करेगा। कंपनी बता चुकी है कि यह पहला UMV है, जो रोबोट और एक्लेक्टिक कारों की मिलीजुली तकनीक पर तैयार होगा। रिपोर्ट्स की मानें, तो ह्यूंदै की वॉकिंग कार के पैर जरूरत पड़ने पर फोल्ड किए जा सकेंगे और बाकी गाडि़यों की तरह से हाई स्पीड में दौड़ाया भी जा सकेगा।