उत्तर भारत में इस वक्त सर्दी का भयंकर प्रकोप देखा जा रहा है जिसके कारण रोज घना कोहरा भी होता है। यह कोहरा हर साल हजारों की संख्या में लोगों की जान जाने का कारण बनता है। दरअसल कोहरे के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में हर साल हजारों की संख्या में लोग मौत का शिकार हो जाते हैं। केंद्रीय सरकार के परिवहन मंत्रालय द्वारा एक ताजा रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि 2021 में कोहरे के कारण हुए हादसों में 13,372 लोगों की जानें गईं। यहां पर सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं बताई गई हैं। इसके अलावा इस रिपोर्ट में और क्या जानकारी दी गई, हम आपको बताने जा रहे हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने हाल ही में 2021 के लिए अपनी रिपोर्ट जारी की है जिसमें कहा गया है कि कोहरे के कारण हुए सड़क हादसों में 13,372 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। यह रिपोर्ट
रोड एक्सीडेंट्स इन इंडिया 2021 के नाम से जारी की गई है। साथ ही इस तरह के हादसों में 25,360 लोग घायल हुए बताए गए हैं। मौत का आंकड़ा सबसे ऊपर उत्तरी भारत के राज्य उत्तर प्रदेश में पाया गया है जिसमें अकेले यूपी में 3782 लोगों की मौत का कारण कोहरा बना। उसके बाद बिहार में इस तरह के हादसों में 1800 लोगों की मौत हुई जो कि यूपी के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। मध्य प्रदेश में इस तरह के सड़क हादसों में 1233 लोगों की मौत हुई।
वहीं, कुछ क्षेत्र ऐसे भी रहे जिनमें कोहरे के कारण एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई। इनमें गोवा, लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है भारत में हर साल 45 लाख
सड़क हादसे होते हैं। इनमें लगभग 15 लाख लोग मारे जाते हैं। मरने वालों में 9% की संख्या कोहरे के कारण हुए सड़क हादसों के लिए बताई गई है।
उत्तर प्रदेश में इस तरह की मौतों का आंकड़ा सबसे ज्यादा बताया गया है। इतना ही नहीं, अगर शहरों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा जान गंवाने वाले मामले भी यूपी के शहरों में ही सामने आए हैं। इनमें कानपुर (173), आगरा (108), प्रयागराज (97), गाजियाबाद (91) और लखनऊ (67), वाराणसी (56) का नाम शामिल है। बिहार की राजधानी पटना में 2021 में कोहरे के कारण 56 लोगों की मौत 2021 में हुई बताई गई है। साथ रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इस तरह के हादसों को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने की भी जरूरत है।