इलेक्ट्रिक कार मेकर Tesla के चीफ Elon Musk ने दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति की अपनी पोजिशन दोबारा हासिल कर ली है। उन्होंने फ्रांस के लग्जरी ब्रांड Louis Vuitton के CEO, Bernard Arnault को मात दी है। मस्क की नेटवर्थ लगभग 192 अरब डॉलर और Bernard की लगभग 187 अरब डॉलर की है।
Bloomberg Billionaires Index के अनुसार, मस्क और बर्नार्ड के बाद ग्लोबल ई-कॉमर्स कंपनी Amazon के चीफ Jeff Bezos और बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में शामिल Microsoft के फाउंडर Bill Gates क्रमशः 144 अरब डॉलर और 125 अरब डॉलर की वेल्थ के साथ हैं। यह इंडेक्स दुनिया के सबसे रईस व्यक्तियों की नियमित रैंकिंग करता है। बर्नार्ड की कंपनी के शेयर प्राइसेज में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट के कारण
मस्क को नेटवर्थ में उनसे आगे निकलने में सहायता मिली है। इस वर्ष टेस्ला का शेयर लगभग 89 प्रतिशत चढ़ा है।
बिलिनेयर्स की इस लिस्ट में मस्क और बर्नार्ड के बीच कड़ी टक्कर है। पिछले वर्ष के अंत में बर्नाड ने मस्क को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे रईस व्यक्ति बनने की उपलब्धि हासिल की थी। हाल ही में मस्क ने कहा था कि ग्लोबल इकोनॉमी के लिए अगले 12 महीने मुश्किल होंगे। उनका कहना था कि
टेस्ला पर भी इसका असर होगा। मस्क ने कंपनी की वार्षिक शेयरहोल्डर मीटिंग में कहा था कि टेस्ला के सायबरट्रक पिकअप की डिलीवरी भी जल्द शुरू की जा सकती है। उनका कहना था, "ग्लोबल इकोनॉमिक स्थिति से टेस्ला अलग नहीं है। मेरा अनुमान है कि अगले 12 महीने मैक्रोइकोनॉमिक लेवल पर मुश्किल हो सकते हैं।" इसके साथ मस्क ने बताया था कि इस वर्ष कंपनी फुल सेल्फ-ड्राइव टेक्नोलॉजी लॉन्च कर सकती है। इससे टेस्ला का प्रॉफिट बढ़ने की संभावना है। कंपनी फुल सेल्फ-ड्राइविंग (FSD) सॉफ्टवेयर को एक विकल्प के तौर पर लगभग 15,000 डॉलर में बेचती है।
पिछले कुछ महीनों में टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों के प्राइसेज में कटौती की गई है। इससे कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ा है। टेस्ला ने भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) की मैन्युफैक्चरिंग करने की योजना बनाई है। कंपनी की इस योजना के बारे में केंद्र सरकार की ओर से संकेत दिया गया है। टेस्ला के एग्जिक्यूटिव्स ने इसे लेकर सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की है। बहुत सी ग्लोबल कंपनियां अपनी सप्लाई चेन को चीन से बाहर बढ़ाना चाहती हैं और इनके लिए भारत एक अच्छा विकल्प हो सकता है।