• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • फोन हैकिंग फ्रॉड के बढ़े मामले, एडवोकेट के साथ हुई लाखों रुपये की धोखाधड़ी

फोन हैकिंग फ्रॉड के बढ़े मामले, एडवोकेट के साथ हुई लाखों रुपये की धोखाधड़ी

इस मामले में दिल्ली की एक एडवोकेट के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी हुई है। इस एडवोकेट को अज्ञात नंबरों से तीन मिस्ड कॉल मिली थी। इसके बाद उनके बैंक एकाउंट से बड़ी रकम चली गई

फोन हैकिंग फ्रॉड के बढ़े मामले, एडवोकेट के साथ हुई लाखों रुपये की धोखाधड़ी

इससे बचने के लिए SIM के बंद होने पर तुरंत अपनी टेलीकॉम सर्विस कंपनी को सूचना दें

ख़ास बातें
  • इस मामले में पीड़ित ने फोन का उत्तर नहीं दिया था और न OTP शेयर किया था
  • इसमें सिम स्वापिंग से धोखाधड़ी किए जाने का शक है
  • पुलिस ने इस मामले में आरोपी की पहचान नहीं की है
विज्ञापन
पिछले कुछ महीनों में फोन हैकिंग फ्रॉड के मामले बढ़े हैं। इसी तरह के एक मामले में दिल्ली की एक एडवोकेट के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी हुई है। इस एडवोकेट को अज्ञात नंबरों से तीन मिस्ड कॉल मिली थी। इसके बाद उनके बैंक एकाउंट से बड़ी रकम चली गई। इसमें सिम स्वापिंग से स्कैम किए जाने का शक है। 

हालांकि, दिल्ली पुलिस की सायबर यूनिट का दावा है कि इस मामले में पीड़ित ने फोन का उत्तर नहीं दिया था और न ही OTP शेयर किया था। इस मामले के आरोपी ने एडवोकेट की बैंकिंग डिटेल्स और उनका प्राइवेट डेटा हासिल कर एकाउंट से रकम निकाल ली थी। इस मामले में पीड़ित ने पुलिस को रिपोर्ट दी थी कि उनके बैंक एकाउंट से बड़ी रकम निकाली गई है। पुलिस ने इस रकम का खुलासा नहीं किया है। इस मामले की रिपोर्ट 18 अक्टूबर को की गई थी। एक मीडिया रिपोर्ट में पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि 35 वर्षीय एडवोकेट को एक अज्ञात फोन नंबर से तीन मिस्ड कॉल मिली थी। उनके वापस कॉल करने पर कॉलर ने कहा कि उनके लिए एक कूरियर है। 

इसके बाद एडवोकेट ने कॉलर को अपने घर का पता बता दिया क्योंकि उन्हें लगा कि उन्हें एक मित्र ने पैकेज भेजा है। एडवोकेट को पैकेज नहीं मिला लेकिन उनके बैंक से दो बार रकम निकलने के मैसेज मिल गए। पुलिस ने इस मामले में आरोपी की पहचान नहीं की है और न ही कोई गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में पीड़ित के एकाउंट से रकम निकलने के बाद उन्हें एक व्यक्ति ने कॉल कर बताया था कि वह दिल्ली पुलिस की यूनिट IFSO अधिकारी है लेकिन एडवोकेट ने इस व्यक्ति को कोई डिटेल नहीं दी थी। 

सिम स्वापिंग स्कैम में स्कैमर्स इंटरनेट पर किसी व्यक्ति की पहचान की चोरी कर SIM कार्ड हासिल कर लेते हैं। इसके बाद वे उस व्यक्ति के रिश्तेदारों और दोस्तों से रकम की मांग करते हैं। उनके पास सोशल मीडिया एकाउंट्स तक पहुंच हो जाती है और वह ऑनलाइन बैंकिंग का एक्सेस भी हासिल कर लेते हैं। इससे बचने के लिए SIM के बंद होने पर तुरंत अपनी टेलीकॉम सर्विस कंपनी को सूचना दें। इसके अलावा अपनी व्यक्तिगत जानकारी ऑनलाइन शेयर करने से बचें। इसके साथ ही बैंक एकाउंट में बिना जानकारी वाली कोई ट्रांजैक्शन होने की निगरानी करें। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. जापान की Sony का भारत में तेजी से बढ़ा बिजनेस, 1 अरब डॉलर का हासिल कर सकती है रेवेन्यू
  2. भारत में विकीपीडिया की बढ़ी मुश्किल, कंटेंट, पक्षपात को लेकर सरकार ने दिया नोटिस
  3. अक्टूबर 2024 में बिक्री के मामले में टॉप 5 कार ब्रांड्स में Toyota, Mahindra और MG Motor शामिल, लेकिन Maruti Suzuki...
  4. Red Magic 10 Pro में होगा फुल स्क्रीन 1.5K BOE OLED डिस्प्ले 
  5. Xiaomi ने लॉन्च किया 180 दिन की बैटरी लाइफ वाला क्यूट लुकिंग सोप डिस्पेंसर, जानें कीमत
  6. रॉयल एनफील्ड ने पेश की इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल Flying Flea C6
  7. IPL 2025 Mega Auctions: जानें IPL के लिए कब शुरू होगी प्लेयर्स की बोली, कहां देख सकते हैं लाइव?
  8. Samsung के Galaxy S25+ में मिल सकता है Exynos 2500 SoC, जल्द लॉन्च की तैयारी
  9. BSNL Live TV vs JioTV+ : क्‍या फर्क है बीएसएनल लाइव टीवी और जियो टीवी प्‍लस में? जानें
  10. Reliance Jio की IPO लाने की तैयारी, 100 अरब डॉलर से ज्यादा का वैल्यूएशन
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »