US फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने नई 5G वायरलैस सर्विस को विमान सेवाओं के लिए चिंता का कारण बताया है। एक ताजा चेतावनी में FAA ने कहा है कि नई 5G वायरलेस सर्विस अभी भी उड़ानों को बाधित कर सकती है। रॉयटर्स के मुताबिक, गुरुवार को FAA ने 5G और विमानन सुरक्षा पर एक डेडिकेटेड वेबपेज लॉन्च किया। इसमें संवेदनशील हवाई जहाज इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे- altimeters पर 5G के संभावित प्रभाव के बारे में सवाल उठाए हैं। गौरतलब है कि इस इस हफ्ते AT&T और वेरिजोन, फ्रांस में ऐसी ही सावधानी बरतने पर सहमत हुए है। विमानों की सुरक्षा को देखते हुए और उड़ान से जुड़ी परेशानियों को दूसरे करने के मकसद से एक समझौते के तहत ये कंपनियां 19 जनवरी तक वायरलेस सर्विस के लिए C-बैंड स्पेक्ट्रम के इस्तेमाल में देरी करेंगी।
मंगलवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने वायरलेस कैरियर और अमेरिकी रेग्युलेटर्स के बीच 5G डिप्लॉयमेंट की इजाजत देने वाली डील में दो सप्ताह के वक्त की सराहना की।
FAA ने कहा कि इसमें देरी से अल्टीमीटर (altimeters) में होने वाले प्रभाव को कम करने के लिए कंपनियों को तैयारी करने का समय मिलेगा।
FAA ने कहा कि फ्रांस में 5G हवाई अड्डे के बफर जोन ‘96 सेकंड की उड़ान' को कवर करते हैं, जबकि अमेरिकी हवाई अड्डों के आसपास सुरक्षा सावधानियां ‘केवल अंतिम 20 सेकंड की उड़ान की रक्षा करती हैं।' खास यह भी है कि फ्रांस में किसी नुकसान को सीमित करने के लिए एंटीना को नीचे की ओर झुकाने परमिशन है। यह नियम अमेरिका में नहीं है। FAA की वेबसाइट में कहा गया है कि अगर लोगों के लिए जोखिम की संभावना है, तो वह गतिविधि को रोकने के लिए बाध्य हैं।
AT&T और वेरिजॉन ने पिछले साल 80 अरब डॉलर (करीब 5,94,215 करोड़ रुपये) की नीलामी में लगभग सभी C-बैंड स्पेक्ट्रम जीते थे। नवंबर की शुरुआत में FAA ने 5G की वजह से फ्लाइट्स में होने वाले संभावित असर को दूर करने के लिए एक चेतावनी कार्रवाई जारी की। इसके बाद C-बैंड स्पेक्ट्रम के इस्तेमाल को 5 जनवरी तक टाला गया था। अब इसे 19 जनवरी तक तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। AT&T और वेरिजॉन को आश्वासन दिया गया है वो इस महीने से सर्विस शुरू कर सकेंगे। इसके अलावा 50 हवाई अड्डों के लिए अस्थायी बफर जोन बनाने पर भी FAA के साथ सहमति बनी है।
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