Navad Lapid : इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) में पहुंची चर्चित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स' इस साल की हिट फिल्मों में से एक है। इस फिल्म को बॉलीवुड निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने डायरेक्ट किया है। फिल्म कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार और नरसंहार पर आधारित है। फिल्म की रिलीज के वक्त से ही कई लोगों ने जमकर इसका विरोध किया था। इतने विवादों में घिरे रहने के बाद भी फिल्म ने जबरदस्त कमाई की। यह फिल्म एक बार फिर चर्चा में है। हाल ही में ‘द कश्मीर फाइल्स' को इस्राइल के एक फिल्म मेकर नवद लैपिड ने वल्गर प्रोपेगेंडा करार दिया। इसके बाद काफी विवाद हुआ। आइए जानते हैं आखिर कौन हैं इस फिल्म को वल्गर बताने वाले नवद लैपिड।
कौन हैं नवद लैपिड ?
नवद लैपिड, इस्राइल के जाने-माने डायरेक्टर हैं। उन्हें इस साल होने वाले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IIFI) का जूरी हेड चुना गया था। उन्होंने अब तक कई
फिल्में और डॉक्यूमेंट्रीज बनाई हैं। नवद के पॉपुलर प्रोजेक्ट की बात करें, तो इनमें क्विश, हा चवेरा, पुलसमैन आदि हैं। वद लैपिड, कैन्स फिल्म फेस्टिवल में इंटरनेशनल क्रिटीक्स वीक जूरी, लोकर्नो फिल्म फेस्टिवल में गोल्डन लेपर्ड जूरी और बर्लिन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ऑफिशियल कॉम्पिटिशन जूरी भी रहे हैं।
क्यों भड़क उठे लोग ?
नवद लैपिड के फिल्म
‘द कश्मीर फाइल्स' को लेकर दिए गए बयान के कारण उन्हें कई फिल्म स्टार, नेताओं, और सोशल मीडिया के यूजर्स ने खूब खरी-खोटी सुनाई। यहां तक कि भारत से उन्हें बायकॉट करने का अभियान भी शुरू किया गया। IFFI में उनके जूरी हेड होने के कारण मंत्रालय पर भी तंज कसे गए।
नवद लैपिड ने क्या कहा था?
गोवा के पण्जी में आयोजित IFFI समारोह में नवद लैपिट ने कहा था कि, हम सभी परेशान हैं। यह फिल्म हमें एक प्रचार, एक अश्लील फिल्म की तरह लगी है। ‘द कश्मीर फाइल्स' इंटनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया जैसे बड़े समारोह के लिए उचित नहीं लग रही। मैं अपनी बात को पूरी तरह सब के सामने रखने में बिल्कुल अनकंफर्टेबल नहीं हूं। यह एक बेहद जरूरी बात है जो बिना किसी झिझके कही जानी चाहिए।