Bigg Boss 16 में हर सीजन की तरह भरपूर ड्रामा देखने को मिल रहा है। हालांकि, इस साल सलमान खान के शो में बिग बॉस का रोल बराबर है। उनकी नजर से कोई बच नहीं रहा है और साथ ही सजा देने में भी वे चूक नहीं रहे हैं। हालांकि, साल साल के शो विनर की रेस में भाग रही कड़ी दावेदार सौंदर्या शर्मा (Soundarya Sharma) ने बिग बॉस पर भेद-भाव का आरोप लगाया है। हालिया एपिसोड में Bigg Boss ने घर में अदालत लगाई थी, जहां से सौंदर्या उनसे खफा नजर आ रही हैं।
Bigg Boss 16 के हालिया एपिसोड में अदालत लगी, जहां सौंदर्या शर्मा और गौतम विज (Gautam Vig) की प्रेम कहानी को कठघरे में खड़ा किया गया। यहां कुछ कंटेस्टेंट ने उनकी प्रेम कहानी को नकली बताया, तो किसी ने उनका सपोर्ट किया। इस अदालत में बिग बॉस का रवैया देख सौंदर्या शर्मा उनसे नाखुश नजर आईं।
दरअसल अदालत में गौतम विज पर इल्जाम लगाया गया कि वह फुटेज पाने के लिए शालीन भानोट के साथ दोस्ती रख रहे हैं। इस अदालत में जज का जिम्मा टीना दत्ता (Tina Dutta) और प्रियंका चहर चौधरी (Priyanka Chahar Choudhary) को दिया गया था और वकील खुद पेशे से वकील रहीं निमृत कौर आहलुवालिया (Nimrit Kaur Ahluwalia) थीं।
बता दें कि सौंदर्या की टीना के साथ अकसर खिटपिट चलती रहती है। गौतम पर लगे कई गंभीर आरोपों के बाद भी सौंदर्या और गौतम ने केस को अपनी ओर करने के कई प्रयास किए, लेकिन
Bigg Boss ने इस राउंड में जीत निमृत के हवाले कर दी, जिससे सौंदर्या शर्मा और गौतम विज बेहद नाखुश दिखे।
इसके बाद, खेल के बीच ही सौंदर्या शर्मा बोल पड़ीं, "मुझे कभी-कभी लगता है कि बिग बॉस पक्षपाती हैं। उन्होंने जानबूझकर टीना को जज रखा।"
बस फिर क्या था, यहां सौंदर्या ने
बिग बॉस को पक्षपाती कहा और उधर सोशल मीडिया दो खेमों में बट गया। कुछ ने उनका साथ दिया और कुछ ने बिग बॉस का। जहां तक, शो के विरोधी और सौंदर्या शर्मा के फैंस की बात है, उन्होंने सोशल मीडिया पर उनका जमकर सपोर्ट किया। आप कुछ ट्वीट्स को नीचे पढ़ सकते हैं।
बिग बॉस 16 के
लेटेस्ट प्रोमो में भी घर में घमासान दिखाई दे रही है। बिग बॉस ने कंटेस्टेंट को एक और टास्क दिया है, जहां पिछले कप्तानों को अपना नया कप्तान चुनना है। टीना ने गौतम से उन्हें कैप्टन चुनने पर विचार करने के लिए कहा, लेकिन गौतम नहीं मन रहे। प्रोमो में दिखाई दे रहा है कि कैसे पिछले कैप्टन अर्चना गौतम, निमृत कौर अहलूवालिया, गौतम विग और शिव ठाकरे ने कप्तानी की दौड़ के लिए अपने साथियों को चुना और उन्हें पूल में डुबकी लगाने के लिए प्रेरित किया। जब गौतम की बारी आती है, टीना सपोर्ट के लिए कहती है और गौतम को उस समय की याद दिलाती है, जब उन्होंने गौलत का सपोर्ट किया था। हालांकि, गौतम ने सुनने से इंकार कर दिया और टीना को रेस से बाहर कर दिया।