टेस्ला की राइवल BYD के तिमाही प्रॉफिट की रफ्तार 2 वर्षों में सबसे कम हुई

चौथी तिमाही में यह अमेरिकी EV मेकर Tesla को पीछे छोड़कर सबसे अधिक EV बेचने वाली कंपनी बनी थी

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 27 मार्च 2024 23:04 IST
ख़ास बातें
  • पिछली तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट लगभग 1.20 अरब डॉलर का रहा
  • BYD ने 70 लाख इलेक्ट्रिक कारों की मैन्युफैक्चरिंग कर ली है
  • EV के बड़े मार्केट्स में अमेरिका और चीन शामिल हैं

EV के सेगमेंट में कॉम्पिटिशन बढ़ रहा है

बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में शामिल  BYD का पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में प्रॉफिट 18.6 प्रतिशत बढ़ा है। यह दो वर्षों में कंपनी के प्रॉफिट में सबसे कम बढ़ोतरी है। BYD को अपने व्हीकल्स के प्राइसेज घटाने से यह झटका लगा है। पिछली तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट लगभग 1.20 अरब डॉलर का रहा। 

चौथी तिमाही में यह अमेरिकी EV मेकर Tesla को पीछे छोड़कर सबसे अधिक EV बेचने वाली कंपनी बनी थी। मशहूर इनवेस्टर Warren Buffett की हिस्सेदारी वाली BYD ने अपनी Seal EV के नए वर्जन का शुरुआती प्राइस भी कम रखा है। पिछले वर्ष इसने अपने बहुत से मॉडल्स के प्राइस घटाए थे। EV के सेगमेंट में कॉम्पिटिशन बढ़ रहा है। इसमें हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए टेस्ला सहित बहुत सी EV कंपनियों ने अपने मॉडल्स के प्राइसेज में कटौती की है। 

BYD ने 70 लाख इलेक्ट्रिक कारों की मैन्युफैक्चरिंग कर ली है। इसने यह आंकड़ा Denza N7 के साथ हासिल किया है जिसकी केवल इंटरनेशनल मार्केट में बिक्री की जाती है। BYD ने मई 2021 में 10 लाख यूनिट्स की मैन्युफैक्चरिंग की थी। इसके बाद 18 महीनों के अंदर इसे तीन गुणा बढ़ाया गया था। पिछले वर्ष इसने 50 लाख यूनिट्स की मैन्युफैक्चरिंग को पार किया था। BYD की Seal EV को भारत में लॉन्च के 15 दिनों में 500 से ज्यादा बुकिंग मिली हैं। इसका प्राइस लगभग 41 लाख रुपये से 53 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है। यह तीन वेरिएंट्स - प्रीमियम, डायनैमिक और परफॉर्मेंस में उपलब्ध है। 

EV के बड़े मार्केट्स में अमेरिका और चीन शामिल हैं। हालांकि, इन दोनों देशों के बीच तनाव का असर इनके कारोबार पर भी पड़ रहा है। अमेरिका के इन्फ्लेशन रिडक्शन एक्ट को लेकर चीन ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन ( WTO) में शिकायत की है। चीन का कहना है कि यह एक्ट भेदभाव वाला है और इससे उचित प्रतिस्पर्धा को नुकसान हो रहा है। इस वर्ष की शुरुआत से अमेरिका में EV खरीदने वालों को 3,750 डॉलर से 7,500 डॉलर के टैक्स क्रेडिट तभी मिलेंगे अगर EV में इस्तेमाल होने वाले महत्वपूर्ण मिनरल्स या अन्य बैटरी कंपोनेंट्स चीन, रूस, उत्तर कोरिया या ईरान से नहीं लिए गए या इनकी फर्मों ने नहीं बनाए हैं। चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने एक स्टेटमेंट में कहा कि अमेरिका ने क्लाइमेट चेंज से निपटने की आड़ में EV पर सब्सिडी के लिए भेदभाव वाली पॉलिसी बनाई है। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. TV स्क्रीन को साफ करते समय न करें ये गलतियां, हजारों का हो जाएगा नुकसान! जानें सही तरीके
#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo ने लॉन्च किया G3 5G, MediaTek Dimensity 6300 चिपसेट, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  2. Infinix Hot 60i 5G भारत में हुआ लॉन्च, 6,000 mAh की बैटरी
  3. 20 हजार वाले Samsung Galaxy A35 5G, Vivo T4 5G और Moto G96 5G जैसे स्मार्टफोन्स पर जबरदस्त डील
  4. Ola Electric ने लॉन्च किया S1 Pro Sport, जानें प्राइस, रेंज
  5. Oppo K13 Turbo Pro की भारत में शुरू हुई बिक्री, जानें प्राइस, ऑफर्स
  6. Google Search में AI मोड भारत में हुआ शुरू, जानें कैसे करें उपयोग
  7. Flipkart Freedom Sale: 7 हजार रुपये सस्ता मिल रहा Google का पिक्सल फोन
  8. Lava Blaze AMOLED 2 5G vs iQOO Z10 Lite 5G vs Moto G45 5G: 15 हजार में कौन है बेस्ट
  9. घर के बाहर कूड़े का ढेर लगा है या गंदे हैं सार्वजिक शौचालय तो इस सरकारी ऐप पर करें रिपोर्ट, जल्द मिलेगा समाधान
  10. प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर देगी BSNL, सरकार से मिलेंगे 47,000 करोड़ रुपये
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.