Tesla के अमेरिकी EV में नहीं होगा चाइनीज पार्ट्स का इस्तेमाल

बिलिनेयर Elon Musk की इस कंपनी और इसके सप्लायर्स से चीन में बने कुछ कंपोनेंट्स को पहले ही बदल दिया है। टेस्ला का टारगेट अगले एक या दो वर्ष में चीन में बनने वाले सभी अन्य कंपोनेंट्स को बदलना है

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 15 नवंबर 2025 21:44 IST
ख़ास बातें
  • कंपनी ने नॉर्थ अमेरिका से कंपोनेंट्स की सोर्सिंग को बढ़ाया है
  • इस वर्ष जुलाई में भारत में टेस्ला ने अपना पहला शोरूम खोला था
  • टेस्ला को चीन की BYD जैसी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है

इस वर्ष जुलाई में भारत में कंपनी ने अपना पहला शोरूम खोला था

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली Tesla ने अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग वाली अपनी कारों में चीन में बने कंपोनेंट्स का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया है। बिलिनेयर Elon Musk की इस कंपनी और इसके सप्लायर्स से चीन में बने कुछ कंपोनेंट्स को पहले ही बदल दिया है। 

एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से Reuters ने बताया है कि टेस्ला का टारगेट अगले एक या दो वर्ष में चीन में बनने वाले सभी अन्य कंपोनेंट्स को बदलना है। इस बारे में टिप्पणी के लिए Reuters की ओर से भेजे गए निवेदन का कंपनी ने उत्तर नहीं दिया है। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड को लेकर विवाद के कारण टैरिफ में उतार-चढ़ाव से टेस्ला के एग्जिक्यूटिव्स को प्राइसिंग से जुड़ी स्ट्रैटेजी बनाने में मुश्किल हो रही है। टैरिफ से जुड़े खतरे के मद्देनजर कंपनी ने नॉर्थ अमेरिका से कंपोनेंट्स की सोर्सिंग को बढ़ाया है। 

इस महीने की शुरुआत में चाइना पैसेंजर कार एसोसिएशन के डेटा से पता चला है कि टेस्ला के चीन में बने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की सेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर अक्टूबर में 9.9 प्रतिशत घटकर 61,497 यूनिट्स की रही है। चीन के शंघाई में कंपनी की बड़ी फैक्टरी है। इस फैक्टरी में सितंबर में मॉडल 3 और मॉडल Y का एक्सपोर्ट्स सहित आउटपुट 32.3 प्रतिशत कम रहा है। टेस्ला ने चीन जैसे बड़े मार्केट्स में सेल्स घटने की वजह से भारत कुछ नए मार्केट्स में अपने लिए संभावना की तलाश करनी शुरू की है। EV के इंटरनेशनल मार्केट में टेस्ला को चीन की BYD जैसी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। 

इस वर्ष जुलाई में भारत में टेस्ला ने अपना पहला शोरूम खोला था। हालांकि, देश में कंपनी की सेल्स कमजोर रही है। पिछले महीने कंपनी ने मॉडल Y की सिर्फ 40 यूनिट्स बेची हैं। देश में टेस्ला के बिजनेस की शुरुआत से कुल सेल्स 104 यूनिट्स की रही है। कंपनी ने सितंबर में 64 यूनिट्स की बिक्री की थी। देश में कंपनी ने केवल अपने Model Y को उपलब्ध कराया है। पिछले वर्ष इंटरनेशनल लेवल पर मॉडल Y सबसे अधिक बिकने वाला EV रहा है। हाल ही में टेस्ला ने अपना दूसरा शोरूम राजधानी दिल्ली में शुरू किया था। कंपनी ने अपने इलेक्ट्रिक SUV के लिए जुलाई में बुकिंग्स शुरू की थी। इसे मॉडल Y के लिए 600 से अधिक यूनिट्स के ऑर्डर मिले हैं। इस इलेक्ट्रिक SUV को दो वेरिएंट - रियर व्हील ड्राइव और लॉन्ग-रेंज रियर व्हील ड्राइव में खरीदा जा सकता है। इसका शुरुआती प्राइस 59.89 लाख रुपये का है। इसके लॉन्ग-रेंज रियर व्हील ड्राइव वेरिएंट का प्राइस 67.89 लाख रुपये है। 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Realme P4x 5G vs Vivo T4x 5G: मिडरेंज में कौन सा फोन है बेस्ट? जानें यहां
#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत में स्मार्टफोन लोकेशन ट्रैकिंग के प्रपोजल के खिलाफ Apple और Samsung
  2. Tata Motors के लिए Harrier इलेक्ट्रिक बनी सबसे अधिक बिकने वाला EV
  3. भारत में टैबलेट्स की घटी सेल्स, सैमसंग का पहला स्थान बरकरार
  4. चीन ने फिर किया कमाल! दुनिया का पहला फोन जो खुद से ही सब कर लेगा! Nubia M153 लॉन्च, जानें इसकी खासियत
  5. फोन में पावर बैंक! Honor X80 में होगी 10,000mAh बैटरी, लीक में खुलासा
  6. Flipkart Buy Buy 2025 Sale: Rs 24 हजार सस्ता मिल रहा Samsung Galaxy S25 Ultra, फोन पर सबसे धांसू ऑफर
  7. नासा की चेतावनी! 4 एस्टरॉयड आज होंगे पृथ्वी के करीब, जानें कितना है खतरा
  8. एस्टरॉयड में चीनी! NASA की नई खोज ने चौंकाया
  9. Realme P4x 5G vs Vivo T4x 5G: मिडरेंज में कौन सा फोन है बेस्ट? जानें यहां
  10. सावधान! मोबाइल में खतरनाक वायरस, चुटकी में बैंक अकाउंट कर सकता है खाली
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.