इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के सेगमेंट में एक नई कार पेश की गई है। MG Motor ने बुधवार को Comet EV को भारतीय मार्केट में पेश किया। यह देश में कंपनी का दूसरा इलेक्ट्रिक व्हीकल है। इसका प्रोडक्शन गुजरात के हलोल में कंपनी के प्लांट में शुरू हो चुका है। इसे इस महीने के अंत में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है।
इसका
डिजाइन कुछ अलग प्रकार का है। इसमें DRL के साथ LED हेडलैम्प और फ्रंट और रियर में LED स्ट्रिप दी गई हैं। इस टू-डोर इलेक्ट्रिक हैचबैक की सीटिंग कैपेसिटी चार पैसेंजर्स की है। यह पांच कलर्स - एपल ग्रीन (ब्लैक रूफ के साथ), ऑरोरा सिल्वर, स्टारी ब्लैक, कैंडी व्हाइट और ब्लैक रूफ के साथ कैंडी व्हाइट में उपलब्ध होगी। इसमें डुअल स्क्रीन दी गई है, जिसमें 10.25 इंच इंफोटेनमेंट सिस्टम और 10.25 इंच डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर शामिल है। इसके स्टीयरिंग व्हील पर कंट्रोल्स हैं। इसके अलावा यह कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी से लैस है। इसमें एंबिएंट लाइटिंग और रियर पार्किंग सेंसर जैसे फीचर्स भी हैं।
इस इलेक्ट्रिक कार की बैटरी 7.3 kWh की है, जो सिंगल चार्ज में लगभग 230 किलोमीटर की रेंज देती है।
कंपनी का कहना है कि इसकी बैटरी को लगभग सात घंटे में पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है। इसमें डुअल फ्रंट एयरबैग, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग और रिवर्स पार्किंग कैमरा है। इसका शुरुआती प्राइस लगभग 10 लाख रुपये होगा। इसे Wuling Air EV का कुछ बदलाव वाला वर्जन बताया जा रहा है, जिसे इंडोनेशिया और कुछ अन्य देशों में बेचा जाता है। भारत में इसका मुकाबला टाटा मोटर्स की Tiago EV से होगा।
इस वर्ष के इकोनॉमिक सर्वे में बताया गया था कि देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का मार्केट 2030 तक बढ़कर एक करोड़ यूनिट्स सालाना का हो सकता है। इससे लगभग पांच करोड़ डायरेक्ट और इनडायरेक्ट जॉब्स मिलने की संभावना है। इकोनॉमिक सर्वे में बताया गया था कि दिसंबर में सेल्स के लिहाज से जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया में भारत तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट बन गया था। इकोनॉमिक सर्वे के अनुसार, "ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ने में ऑटोमोटिव इंडस्ट्री एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। देश का EV मार्केट 2022 से 2030 के बीच लगभग 49 प्रतिशत के कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ने का अनुमान है। यह 2030 तक एक करोड़ यूनिट्स तक पहुंच सकता है। पिछले वर्ष यह लगभग 10 लाख यूनिट्स का था।"