इलेक्ट्रिक गाड़ियों में बैटरी एक प्रमुख भाग होती है। मौजूदा वक्त में बाजारों में जो इलेक्ट्रिक गाड़ियां दौड़ रही हैं, उनमें अधिकतम रेंज 500 किलोमीटर तक है। लेकिन अगर होंडा की योजना पूरी हो गई, तो इलेक्ट्रिक गाड़ियों की रेंज में बड़ा बदलाव आ सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, होंडा ऐसी सॉलिड स्टेट बैटरी को बनाने की योजना पर काम कर रही है, जिनके इस्तेमाल से सिंगल चार्ज में किसी इलेक्ट्रिक गाड़ी को 620 मील यानी करीब 1 हजार किलोमीटर तक दौड़ाया जा सकेगा। कंपनी अपने मकसद में कामयाब हुई तो यह इलेक्ट्रिक वीकल्स की ग्रोथ में एक बड़ा कदम हो सकता है।
लाइव साइंस की
रिपोर्ट के
अनुसार, पिछले साल नवंबर में कंपनी ने अपनी नई लाइनअप को अनवील किया था। इस लाइनअप में फ्यूचर में सॉलिड स्टेट बैटरियों को निर्माण किया जाएगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दशक के खत्म होने से पहले कंपनी की ईवी में यह बैटरियां इंटीग्रेट की जाने लगेंगी।
होंडा आरएंडडी के डायरेक्टर केजी ओत्सु ने कहा है कि ऑल-सॉलिड-स्टेट बैटरी एक इनोवेटिव टेक्निक है। यह एक गेम चेंजर साबित होगी। खास यह है कि नई सॉलिड-स्टेट बैटरी 50 फीसदी छोटी, 35 फीसदी हल्की और 25 फीसदी सस्ती हो सकती हैं। कंपनी ने अभी तक जो सॉलिड-स्टेट बैटरी बनाई हैं, वो किसी भी वीकल में इस्तेमाल करने के लिए बहुत छोटी हैं। अब कंपनी ऐसी बैटरी बनाना चाहती है, जो वीकल्स में भी इस्तेमाल की जा सकें।
रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि होंडा के सामने अभी कई चुनौतियां हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद ही वह सॉलिड स्टेट बैटरियों को ईवी के लिए हकीकत बना पाएगी। उसे रोल-प्रेसिंग तकनीक का इस्तेमाल भी करना है, जो इलेक्ट्रोलाइट लेयर्स के घनत्व को बढ़ा सकता है और इलेक्ट्रोलाइट और एनोड और कैथोड के बीच संपर्कों को बेहतर बना सकता है।
होंडा का लक्ष्य सॉलिड स्टेट बैटरियों को एक लंबी रेंज तैयार करना है और वह इसके लिए 2030 की टाइमलाइन रख रही है। कंपनी 2040 तक सॉलिड-स्टेट बैटरियों वाली ऐसी कारें लाना चाहती है जो 776 मील यानी करीब 1249 किलोमीटर की रेंज ऑफर करें।