दिल्ली वालों को 400 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात मिली है। राजधानी में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य, दोनों सरकारें आने वाले समय में इस संख्या को सैंकड़े से हजार पर ले जाने की प्लानिंग कर रही है। 400 नई इलेक्ट्रिक बसों की तैनाती के बाद अब दिल्ली में कुल ई-बसों की संख्या 800 हो गई है।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को 400 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में ऐसी बसों की संख्या 800 हो गई है। फ्लैग-ऑफ कार्यक्रम दिल्ली के आईपी डिपो में हुआ। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस मौके पर कहा कि दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या अब 800 हो गई है और उन्होंने इस उपलब्धि पर दिल्ली के लोगों को बधाई दी।
केजरीवाल ने ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए इस फ्लैगऑफ की जानकारी दी। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा कि मंगलवार को जिन 400 बसों को हरी झंडी दिखाई गई, वे उन 921 ई-बसों का हिस्सा हैं जिन्हें सब्सिडी योजना के तहत खरीदा जा रहा है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने इन इलेक्ट्रिक बसों के लिए 417 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है, जबकि दिल्ली सरकार इस योजना में अपने खजाने से 3,674 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
मुख्यमंत्री का कहना है कि दिल्ली में इस समय देश में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें हैं। सरकार का लक्ष्य 2025 के अंत तक दिल्ली की सड़कों पर कुल 8,000 इलेक्ट्रिक बसें लाने का है। उस समय दिल्ली में 10,000 से अधिक बसें होंगी, जिनमें से 80% इलेक्ट्रिक होंगी।
केजरीवाल ने कहा, "बहुत जल्द दिल्ली अपनी बेहतरीन इलेक्ट्रिक बसों के लिए भी पूरी दुनिया में जानी जाएगी।"
नई इलेक्ट्रिक बसें सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन और जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम जैसे फीचर्स से लैस हैं। इनमें फास्ट-चार्जिंग सिस्टम भी लगा है, जिससे इन्हें सिर्फ 90 मिनट में फुल चार्ज किया जा सकेगा।