साउथ कोरिया के वित्त मंत्रालय ने क्रिप्टो प्रॉफिट्स पर टैक्स लगाने की योजना को कुछ वक्त के लिए टालने का फैसला किया है। इस महीने की शुरुआत में खबरें आई थीं कि साउथ कोरिया इस कानून पर विचार कर रहा है। तब अनुमान लगाया गया था कि देश के क्रिप्टो इन्वेस्टर्स को नए साल यानी जनवरी 2022 से उनके क्रिप्टो प्रॉफिट्स पर टैक्सेज का भुगतान करना होगा। हालांकि अब नई योजना के अनुसार साउथ कोरिया सरकार इस विषय पर एक साल बाद यानी 2023 में फिर से विचार करेगी।
रॉयटर्स की
रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ कोरिया की नैशनल असेंबली ने मंगलवार को क्रिप्टो कैपिटल टैक्सेशन को एक साल के लिए टालने का बिल पास किया है।
इस बिल के मंजूर होने पर क्रिप्टो ट्रेडर्स को क्रिप्टो ट्रेडिंग से $ 2.5 मिलियन (लगभग 19 करोड़ रुपये) से अधिक का लाभ उठाने पर साउथ कोरिया सरकार को 20 फीसदी टैक्स देना होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि बिल को 2 दिसंबर को पूर्ण सत्र में मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा।
इस बीच, साउथ कोरिया की सरकार नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) के ट्रांजैक्शन पर भी टैक्स के तरीके तलाश रही है। हालांकि वहां के नेताओं में इसको लेकर विरोध है कि क्या NFT पर टैक्स लगाने से पहले उन्हें वर्चुअल असेट्स माना जा सकता है।
कोरिया हेराल्ड की रिपोर्ट ने समझाया था कि दक्षिण कोरियाई कानून के अनुसार, वर्चुअल असेट्स के सर्टिफिकेट होल्डर्स को उनकी संपत्ति बेचने से होने वाली कमाई पर 20 फीसदी टैक्स देने की जरूरत होती है।
इस साल सितंबर में देश में एक नया नियम लागू हुआ था। इसने क्रिप्टो एक्सचेंजों के अनिवार्य रूप से फाइनैंशल इंटेलिजेंस यूनिट के साथ रजिस्टर करने और रियल नाम वाले अकाउंट को सुनिश्चित करने के लिए बैंकों के साथ पार्टनरशिप के लिए कहा था।
दक्षिण कोरियाई डेली हंक्युंग के
अनुसार, साल 2018 के बाद से दक्षिण कोरिया का क्रिप्टोकरेंसी मार्केट दूसरी बार राष्ट्रव्यापी तेजी देख रहा है। यहां 20 लाख से ज्यादा लोग क्रिप्टो में इन्वेस्ट कर रहे हैं।