Robinhood ट्रेडिंग ऐप के को-फाउंडर Vlad Tenev ने मंगलवार को घोषणा की कि कंपनी अपने 9% फुल टाइम कर्मचारियों की छुट्टी कर रही है। इसके कुछ देर बाद ही कंपनी के शेयर नीचे गिर गए और एक शेयर की कीमत केवल 10 डॉलर (लगभग 700 रुपये) रह गई। यह इसके सबसे निचले स्तर से केवल 12 सेंट ऊपर था।
वलाड ने एक
ब्लॉग पोस्ट के जरिए बताया कि कंपनी ने 2019 से 2021 तक बहुत तेजी से ग्रोथ की। इसके नेट फंडेड अकाउंट्स 50 लाख से बढ़कर 2 करोड़ 20 लाख हो गए। कंपनी का रिवेन्यू 278 मिलियन डॉलर (21 अरब रुपये) से बढ़कर 1.8 बिलियन डॉलर (1.37 खरब रुपये) हो गया। इसके साथ कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 700 से बढ़कर 3800 हो गई। नतीजा ये हुआ कि कंपनी में कई पद और रोल डुप्लीकेट हो गए। इस सब के चलते कंपनी की क्षमता पर असर पड़ने लगा और कर्माचरियों की छटनी करने का निर्णय लिया गया।
वलाड ने कहा कि यह फैसला अमल में लाना एक मुश्किल काम था। यह कदम जानबूझकर उठाया गया, ये सुनिश्चित करने के लिए कि हम अपने लक्ष्यों और मिशन के लिए उतने ही तत्पर हैं और फाइनेंस को डेमोक्रेटिक बनाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। कंपनी ने कहा कि वह अपने ग्लोबल एक्पेंशन को जारी रखेगी और नए ब्रोकरेज, क्रिप्टो और स्पेंड/सेव प्रोडक्ट्स पेश करती रहेगी।
Crypto मार्केट में Robinhood का नाम डॉजकॉइन ट्रेडिंग ऐप के नाम से चमका। हाल में कंपनी के पास कुल डॉजकॉइन सर्कुलेशन का एक तिहाई हिस्सा है जो कि इसके क्लाइंट्स के बिहाफ पर इसके पास है। अगर तुलना करें तो Grayscale Bitcoin फंड सबसे बड़ा बिटकॉइन धारक है लेकिन इसके पास केवल बिटकॉइन सर्कुलेशन का 3 प्रतिशत हिस्सा ही है, जो इसके क्लाइंट्स के बिहाफ पर इसके पास है।
रॉबिनहुड ऐप को सबसे ज्यादा फायदा 2021 की दूसरी तिमाही में हुआ था जब डॉजकॉइन अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। उसके बाद इसके रिवेन्यू में लगातार गिरावट आने लगी। हाल ही में कंपनी ने बिटकॉइन लाइटनिंग नेटवर्क की घोषणा की। लेकिन, कंपनी के सीईओ का मानना है कि डॉजकॉइन लोगों और इंटरनेट के लिए भविष्य की करेंसी बन सकता है।