फाइनेंशियल लिटरेसी पर लिखने वाले Robert Kiyosaki ने सबसे अधिक मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin और अमेरिकी डॉलर को लेकर बड़ी चेतावनी दी है। बेस्ट सेलिंग बुक्स में शामिल 'Rich Dad Poor Dad' से Kiyosaki लोकप्रिय हुए थे।
Kiyosaki की X पर एक पोस्ट से क्रिप्टो में ट्रेडिंग करने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है। उन्होंने ब्लॉकचेन को लेकर Citibank के हाल के कदमों पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि इससे
बिटकॉइन को नुकसान हो सकता है। पिछले सप्ताह Citibank ने Citi Token Services शुरू करने की घोषणा की थी। इससे इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स को अपने डिपॉजिट को टोकनाइज करने की सुविधा मिलेगी। यह सर्विस ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर ऑपरेट करती है। इससे किसी भी समय दुनिया भर में ट्रांजैक्शंस की जा सकती हैं। इसमें स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों के पूरा होने पर ऑटोमैटिक तरीके से चलते हैं।
हालांकि, क्रिप्टो मार्केट से जुड़े लोग इस तरह के बयानों के पीछे Kiyosaki के मकसद पर सवाल उठा रहे हैं क्योंकि इससे पहले वह बिटकॉइन के समर्थक रहे हैं। बहुत से लोगों का मानना है कि Citibank की इस सर्विस से बिटकॉइन की वैल्यू पर असर पड़ने की आशंका नहीं है। हालांकि, कुछ लोग Kiyosaki की इस पोस्ट का इस्तेमाल अपनी पसंद वाली XRP और Chainlink जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसीज का प्रचार करने के एक मौके के तौर पर कर रहे हैं।
हाल ही में Standard Chartered ने अगले वर्ष के अंत तक बिटकॉइन के एक लाख डॉलर तक पहुंचने का अनुमान दिया था। इसका कहना था कि
क्रिप्टो मार्केट में मंदी का दौर बीत चुका है। Standard Chartered के प्रमुख FX एनालिस्ट्स में शामिल Geoff Kendrick ने कहा था कि इस अनुमान में 20 प्रतिशत की तेजी आ सकती है। एक रिपोर्ट में Geoff ने बताया था, "प्रति बिटकॉइन की माइनिंग में प्रॉफिट बढ़ने से माइनर्स कम बिक्री कर कैश फ्लो को बरकरार रख सकते हैं। इससे बिटकॉइन की सप्लाई घटेगी और इसके प्राइसेज में तेजी आएगी। बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी क्रिप्टो मार्केट को झटका लगा था। इससे इस सेगमेंट से जुड़ी कई फर्मों की स्थिति बहुत कमजोर हुई है।