क्रिप्टोकरेंसी बाजार के लिए अगस्त महीने का यह अंतिम सप्ताहांत निराशाजनक साबित हो रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर से सभी मुख्य क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। एक या दो डिजिटल करेंसी को छोड़ दें तो टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी में से 8 में नुकसान देखने को मिला है। जिन कॉइन्स को फायदा हुआ उनमें Solana भी शामिल है जिसने 16 फीसदी की बढ़त दर्ज की।
27 अगस्त को भी ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 2 ट्रिलियन डॉलर के निशान से नीचे ही रहा। इसी तरह कुल
क्रिप्टो बाजार का वॉल्यूम लगभग 4 प्रतिशत घटकर 109.12 बिलियन डॉलर (लगभग 10,900 करोड़ रुपये) हो गया। मई महीने में हुई मार्केट क्रेश के लगभग तीन महीने के बाद विश्व की सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत अगस्त के अंत में आकर इसके साल के उच्चतम स्तर के करीब पहुंची थी। मगर एक बार उछाल खाने के बाद इसकी कीमत फिर से नीचे आना शुरू हो गई है। 50,000 डॉलर (लगभग 37.1 लाख रुपये) के स्तर से ऊपर यह डिजिटल कॉइन ज्यादा समय तक टिक नहीं पाया। गिरावट ने Bitcoin की रैली को जुलाई के निचले स्तर से लगभग 60 प्रतिशत तक कम कर दिया। 28 अगस्त को
भारत में बिटकॉइन की कीमत 37.38 लाख रुपये थी।
Economic Times में प्रकाशित एक
रिपोर्ट के मुताबिक CoinSwitch Kuber के चीफ बिजनेस ऑफिसर शरण नायर ने कहा, "Solana को छोड़कर बिकवाली के कारण पिछले दिन अधिकांश कॉइन लाल रंग में देखे गए। गिरावट के बावजूद, मार्केट कैप 2 ट्रिलियन डॉलर के करीब है।"
क्रिप्टो मार्केट अभी मुश्किल स्थिति में हैं क्योंकि उसे मजबूत सपोर्ट नहीं मिल रहा है। पिछले 24 घंटों में तेज अस्थिरता देखी गई। पूरे बाजार ने इस अस्थिरता के झटके को पूरे स्पेक्ट्रम में समान बिकवाली के साथ महसूस किया। "अगले 24 घंटों में मार्केट के इसी तरह अस्थिर बने रहने के आसार हैं", Mudrex के सीईओ और सह-संस्थापक Edul Patel ने कहा।
अभी आने वाले दो दिनों में देखना है कि मार्केट में यह अस्थिरता ऐसे ही बनी रहती है या फिर एक बार फिर से क्रिप्टोबाजार में रौनक लौटेगी।