अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव से पहले क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी है। हालांकि, मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में 0.40 प्रतिशत की गिरावट थी। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 67,767 डॉलर और भारतीय एक्सचेंजों पर लगभग 69,022 डॉलर का था।
Ether में लगभग 1.20 प्रतिशत का नुकसान था। भारतीय एक्सचेंजों पर
Ether का प्राइस लगभग 2,569 डॉलर और इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर लगभग 2,489 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Solana, Polkadot, Cardano, Ripple, Near Protocol और Cronos के प्राइस घटे हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 0.34 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.32 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन के 68,000 डॉलर के प्राइस से अधिक पर बंद होने से इसमें ब्रेकआउट का स्पष्ट संकेत मिल सकता है। बिटकॉइन ETFs की कुल होल्डिंग जल्द ही 10 लाख बिटकॉइन से ज्यादा हो सकती है।" क्रिप्टो सेगमेंट में फ्रॉड के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है। इस समस्या पर लगाम लगाने के लिए हाल ही में यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम (UNODC) ने बिना लाइसेंस वाली क्रिप्टो फर्मों पर पेनल्टी लगाने का सुझाव दिया था। UNODC का अनुमान है कि पिछले वर्ष दक्षिणपूर्व एशिया में
क्रिप्टो से जुड़े स्कैम से लगभग 37 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। इन स्कैम में सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल किया जाता है।
UNODC ने दक्षिणपूर्व एशिया के देशों की सरकारों को अधिक सतर्कता बरतनेऔर क्रिप्टो से जुड़े स्कैम के मामलों को रोकने के उपाय करने की सलाह दी है। हाल ही में दिल्ली हाई कोर्ट ने मिनिस्ट्री ऑफ कम्युनिकेशंस को एक क्रिप्टो फर्म की नकल वाली 38 वेबसाइट्स को हटाने का आदेश दिया था। क्रिप्टो फर्म Mudrex ने हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर जाली वेबसाइट्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। Mudrex के यूजर्स ने इस वेबसाइट्स के जरिए स्कैम होने की जानकारी दी थी। इससे पहले पहले क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के एक मल्टी-सिग्नेचर वॉलेट की सिक्योरिटी में सेंध लगाई गई थी। इस एक्सचेंज से लगभग 24 करोड़ डॉलर (लगभग 1,965 करोड़ रुपये) संदिग्थ तरीके से एक नए एड्रेस पर भेजे गए थे, जो विवादास्पद क्रिप्टो मिक्सर प्लेटफॉर्म, Tornado Cash से जुड़ा था।