मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में बुधवार को 6.63 प्रतिशत की बढ़त थी। बिटकॉइन का प्राइस बढ़कर 28,670 डॉलर पर पहुंच गया। इस महीने पहली बार यह इस लेवल को पार कर सका है। पिछले एक दिन में इसका प्राइस 1,904 डॉलर बढ़ा है। बहुत सी अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज में भी उछाल आया है। इसका बड़ा कारण Deutsche Bank की ओर से क्रिप्टो कस्टडी सर्विसेज देने के लिए लाइसेंस का आवेदन करना है।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 4.32 प्रतिशत बढ़कर 1,807 डॉलर पर था। Tether, Binance Coin, USD Coin, Ripple, Cardano, Solana के साथ ही Avalanche, Polygon, Litecoin और Chainlink में भी तेजी आई है। पिछले एक दिन में क्रिप्टो मार्केट का वैल्यूएशन लगभग 5.15 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.13 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया।
क्रिप्टो फर्म Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets 360 को बताया, "बिटकॉइन ने एक महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस लेवल को तोड़ा है। इससे पॉजिटिव ट्रेंड का संकेत मिल रहा है। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में तेजी का बड़ा कारण बिटकॉइन में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की बढ़ती दिलचस्पी लग रहा है। Deutsche Bank ने क्रिप्टो कस्टडी सर्विसेज देने के लिए लाइसेंस का आवेदन किया है। इसके अलावा BlackRock और Fidelity Investments ने स्पॉट Bitcoin ETF के लिए हाल ही में फाइलिंग की हैं। मार्केट का सेंटीमेंट बुलिश है।"
CoinSwitch Ventures के इनवेस्टमेंट्स लीड, Parth Chaturvedi ने कहा, "क्रिप्टो मार्केट में लगातार दो दिन प्राइस में तेजी रही है। बिटकॉइन में इंस्टीयूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी इसमें तेजी का कारण है। ऑल्टकॉइन्स की तरह बिटकॉइन के रेगुलेटरी मुश्किलों में नहीं फंसना भी इसमें तेजी का एक कारण हो सकता है।" कुछ बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज रेगुलेटरी आशंकाओं के कारण अमेरिका से बाहर अपना बेस बनाने पर विचार कर रहे हैं। एक नए क्रिप्टो एक्सचेंज EDX Market की भी शुरुआत हुई है। यह एक्सचेंज
Bitcoin, Bitcoin Cash, Ethereum और Litecoin के लिए ट्रेडिंग सर्विसेज देगा। बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी इस मार्केट को झटका लगा था। बहुत से देशों में क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस बनाए जा रहे हैं। इससे क्रिप्टोकरेंसीज पर इनवेस्टर्स का विश्वास बढ़ सकता है।