मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में सोमवार को लगभग दो प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस इंटरेशनल एक्सचेंजों पर लगभग 64,260 डॉलर और भारतीय एक्सचेंजों पर लगभग 64,826 डॉलर का था। अमेरिका में प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स (PPI) डेटा बेहतर रहने से क्रिप्टो मार्केट में उत्साह है।
Ether का प्राइस भी बढ़ा है। Gadgets360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, भारतीय एक्सचेंजों पर Ether का प्राइस लगभग 2,521 डॉलर और इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर 2,526 डॉलर का था। इसके अलावा USD Coin, Tron, Binance Coin, Near Protocol और Cardano में तेजी थी। Solana, Polkadot, Ripple, Bitcoin SV, Flex और Stellar के प्राइस गिरे हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.08 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.24 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो ऐप CoinDCX के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets360 को बताया, "अमेरिका में पिछले सप्ताह प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स (PPI) डेटा बेहतर रहने से क्रिप्टो मार्केट में तेजी है। अगले महीने अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव और चौथी तिमाही में आमतौर पर मजबूत प्रदर्शन के रिकॉर्ड को देखते हुए तेजी जारी रह सकती है। बिटकॉइन ने 64,000 डॉलर के लेवल को पार किया है। यह नया हाई लेवल बना सकता है। Ether के लिए महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल 2,330 डॉलर और रेजिस्टेंस लगभग 2,550 डॉलर पर है।"
इस सेगमेंट में रिटेल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ रही है। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसीज में वोलैटिलिटी और स्कैम के मामलों से इन इनवेस्टर्स के लिए जोखिम भी बढ़ा है। पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टो से जुड़े स्कैम के मामले तेजी से बढ़े हैं और इनमें इनवेस्टर्स और इस सेगमेंट से जुड़ी फर्मों को बड़ा नुकसान हुआ है। इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ सिक्योरिटीज कमीशंस (IOSCO के बोर्ड की ओर से जारी की गई एक
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2022 में क्रिप्टो सेगमेंट का वैल्यूएशन एक लाख करोड़ डॉलर से कम होने पर भी रिटेल इनवेस्टर्स की इस सेगमेंट में दिचलस्पी बरकरार है। यह ट्रेंड विकसित देशों के साथ ही इमर्जिंग मार्केट्स में भी दिख रहा है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि युवा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए इनवेस्टमेंट से जुड़ी जानकारी का बड़ा जरिया गैर-अधिकृत और संदिग्थ सोर्स हैं। इससे वित्तीय नुकसान होने की आशंका रहती है। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रूल्स भी बनाए जा रहे हैं।