पिछले कुछ सप्ताह की वोलैटिलिटी के बाद क्रिप्टो मार्केट में बुधवार को तेजी थी। अमेरिका में FOMC की आगामी मीटिंग से पहले मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस लगभग तीन प्रतिशत बढ़ा है। इसके अलावा बहुत सी अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में भी प्रॉफिट था।
इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 97,000 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस लगभग 2.30 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1,840 पर था। इसके अलावा Avalanche, Chainlink, Monero, Ripple, Cartesi और XRP के प्राइस बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.50 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.97 लाख करोड़ डॉलर पर था।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि FOMC की मीटिंग में इंटरेस्ट रेट में कटौती होने की संभावना कम है। हालांकि, इस दिशा में बढ़ने से मार्केट में तेजी आ सकती है। बिटकॉइन के लिए रेजिस्टेंस 97,900 डॉलर और सपोर्ट लगभग 93,700 डॉलर पर है। अगर
बिटकॉइन इस रेजिस्टेंस को तोड़ता है तो यह एक लाख डॉलर की ओर बढ़ सकता है। Ether का प्राइस 1,800 डॉलर से अधिक पर है और यह इसमें मजबूती आने का संकेत है। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने का मार्केट पर असर पड़ सकता है। अगले कुछ सप्ताह में अमेरिका की भारत, चीन और ब्रिटेन सहित कुछ देशों के साथ ट्रेड से जुड़ी डील हो सकती हैं। इससे मार्केट्स में तेजी आने की संभावना बनेगी।
हालांकि, भारत में केंद्र सरकार का क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर रवैया सख्त रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने भी बिटकॉइन को लेकर आशंका जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने बिटकॉइन में ट्रेडिंग को हवाला कारोबार की तरह बताया है। इसके साथ ही कोर्ट ने वर्चुअल करेंसीज के रेगुलेशन को लेकर स्थिति को स्पष्ट नहीं करने पर केंद्र सरकार को भी फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने बिटकॉइन में कथित तौर पर गैर कानूनी ट्रेडिंग से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि लगभग दो वर्ष उसने सरकार से कोर्ट को वर्चुअल करेंसीज की ट्रेडिंग से जुड़ी पॉलिसी के बारे में जानकारी देने को कहा था लेकिन अभी तक उन्हें कोई उत्तर नहीं मिला है। कुछ देशों में क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस बनाए जा रहे हैं।