पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसीज में ट्रेडिंग बढ़ने के साथ ही इस सेगमेंट में फ्रॉड के मामलों में भी तेजी आई है। महाराष्ट्र के नवी मुंबई में ऐसे ही एक मामले में सायबर पुलिस ने कई बैंक एकाउंट्स को जब्त किया है। इन एकाउंट्स में 32.66 करोड़ रुपये की रकम जमा है। इस मामले एक व्यक्ति की ओर से की गई शिकायत में बताया गया था कि एक महिला ने उन्हें अच्छे रिटर्न का लालच देकर क्रिप्टोकरेंसी में रकम लगाने को कहा था।
नवी मुंबई में सायबर पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर Gajanan Kadam ने बताया कि उन्हें अगस्त में एक व्यक्ति से धोखाधड़ी की शिकायत मिली थी। इस व्यक्ति ने
क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में 6.6 करोड़ रुपये से अधिक लगाने का दावा किया था। इस व्यक्ति को शुरुआत में मुनाफे के तौर पर 75 लाख रुपये मिले थे लेकिन बाद में उन्हें रकम मिलनी बंद हो गई थी। सायबर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के विभिन्न सेक्शंस के तहत यह मामला दर्ज किया था। इसके बाद पुलिस की जांच में उन एकाउंट्स का पता लगाया गया जिनमें शिकायतकर्ता ने रकम जमा कराई थी। पिछले कुछ सप्ताह में पुलिस ने 32.66 करोड़ रुपये से अधिक रकम वाले कुछ एकाउंट्स को जब्त किया है।
इस मामले में पुलिस ने मुंबई के घाटकोपर से दो व्यक्तियों को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था। जांच में खुलासा हुआ कि गिरफ्तार हुए व्यक्तियों ने इस अपराध में शामिल विभिन्न लोगों को अपने मोबाइल नंबर, बैंक एकाउंट की डिटेल्स और चेक बुक दिए थे। हाल ही में हिमाचल प्रदेश के हजारों लोगों के साथ क्रिप्टो से जुड़े स्कैम का मामला हुआ था। इस स्कैम की शुरुआत 2018 में हुई थी। इसमें 200 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई है। इस मामले में एक गिरोह ने लोगों को कम अवधि में अधिक रिटर्न का लालच देकर क्रिप्टो में रकम लगाने के लिए कहा था।
यह एक पॉन्जी स्कीम की तरह था और इसमें शुरुआती लोगों को अन्य लोगों को इसमें शामिल करने के लिए कहा गया था। हिमाचल प्रदेश की विधानसभा में इस मामले को उठाया था। इसमें कांगड़ा और हमीरपुर के बहुत से लोगों से 200 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई थी। इस मामले की
जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। इस बारे में पुलिस ने बताया कि इस स्कैम से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, इस गिरोह का सरगना फरार है। इन धोखेबाजों ने अपनी स्कीम पर कब्जा रखने के लिए गलत जानकारी, धोखाधड़ी और धमकियों का इस्तेमाल किया था।