पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसीज का सेगमेंट तेजी से बढ़ा है। El Salvador ने लगभग तीन वर्ष पहले बिटकॉइन का वैध करेंसी का दर्जा दिया था। हालांकि, कुछ देशों में क्रिप्टो सेगमेंट पर बैन भी लगाया गया था। इन देशों में से एक बोलिविया ने लगभग एक दशक पहले Bitcoin पर लगाए गए बैन को हटा दिया है। इसका उद्देश्य देश की इकोनॉमी को संतुलित बनाना और पेमेंट सिस्टम्स का मॉडर्नाइज करना है।
लैटिन अमेरिका में बोलिविया
क्रिप्टो के पक्ष में कदम उठाने वाला पहला देश बन गया है। हालांकि, इसके सेंट्रल बैंक ने बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसीज को वैध करेंसी का दर्जा नहीं दिया है। बोलिविया के सेंट्रल बैंक ने बैंकों को क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस की अनुमति भी दी है। Banco Central de Bolilvia ने बताया कि वह बिटकॉइन पेमेंट्स सहित क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट्स पर लगाए गए बैन को वापस ले रहा है। इस देश में 2029 तक कर्ज 21 अरब डॉलर से अधिक बढ़ने का अनुमान है। Banco Central de Bolilvia ने बैंकों को स्वीकृति इलेक्ट्रॉनिक चैनल्स का इस्तेमाल करने और क्रिप्टो पेमेंट्स की सुविधा उपलब्ध कराने की अनुमति देने का फैसला किया है।
हालांकि, बोलिविया के सेंट्रल बैंक ने
बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसीज को वैध करेंसी के तौर पर मान्यता नहीं दी है। क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस की अनुमति देने से इसे रेमिटेंस के जरिए अधिक रकम मिल सकती है क्योंकि विदेश से इन ट्रांजैक्शंस में देरी नहीं होती और आमतौर पर इन पर कोई चार्ज नहीं लगता। अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता को घटाने की भी बोलिविया कोशिश कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने इकोनॉमी में रिकवरी के लिए इंटरेस्ट रेट्स को बढ़ाया है। पिछले वर्ष बोलिविया ने अमेरिकी डॉलर के दबदबे को घटाने के लिए चाइनीज युआन और रूस के रूबल पर जोर दिया था।
लगभग तीन वर्ष पहले बिटकॉइन को वैध करेंसी का दर्जा देने वाला अल साल्वाडोर पहला देश बना था। अल साल्वाडोर के प्रेसिडेंट Nayib Bukele अपने देश में बिटकॉइन का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए कोशिशें कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में ब्राजील ने भी क्रिप्टोकरेंसीज के पक्ष में कदम उठाए हैं। ब्राजील ने क्रिप्टो से जुड़े अपराधों की तेजी से जांच के लिए एक अलग यूनिट भी बनाई है। यह यूनिट क्रिप्टो सेगमेंट के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी काम करेगी।